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ई-लर्निंग पर एनसीईआरटी व रोटरी साथ आए

रेडियो और टीवी के माध्यम से छात्रों तक पहुंचने का संकल्प

'ई-लर्निंग पीएम का 'एक राष्ट्र एक डिजिटल मंच' विजन'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 10 June 2020 12:28:50 PM

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नई दिल्ली। ई-शिक्षा को और ज्यादा रचनात्मक बनाने के लिए एनसीईआरटी और रोटरी इंडिया ने एनसीईआरटी के सभी टीवी चैनलों पर कक्षा 1-12 के लिए प्रसारित होने वाली ई-शिक्षण सामग्री के लिए समझौता ज्ञापन पर डिजिटल हस्ताक्षर किए हैं। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' और शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव अनिता करवाल ने भी इस डिजिटल कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मानव संसाधन विकास मंत्री ने इस अवसर पर आशा व्यक्त की कि कोविड-19 महामारी के दौरान एमएचआरडी के मार्गदर्शन और समर्थन से रोटरी इंडिया ह्यूमेनिटी फाउंडेशन और एनसीईआरटी के सहयोग में यह सुनिश्चित हो सकेगा कि एनसीईआरटी की अनुमोदित सामग्री ई-शिक्षा के माध्यम से पूरे देश के बच्चों तक पहुंच सके।
मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि यह बड़ी प्रसन्नता की बात है कि विद्या दान 2.0 के अंतर्गत रोटरी इंटरनेशनल कक्षा 1 से 12 के सभी विषयों के लिए एनसीईआरटी को हिंदी भाषा में ई-कंटेंट उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि यह सामग्री उच्च श्रेणी की है और उच्चगुणवत्ता वाली है और रोटरी इंटरनेशनल विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए ये सामग्री उपलब्ध कराएगा और साथ ही वह वयस्क साक्षरता मिशन में अपना संपूर्ण योगदान देगा और शिक्षक प्रशिक्षण सामग्री भी उपलब्ध कराएगा। रमेश पोखरियाल ने कहा कि मार्च 2020 में जब नोवेल कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया गया, तबसे शिक्षार्थी, शिक्षक, अभिभावक और पूरा शिक्षण समुदाय गंभीर रूपसे प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इस परिदृश्य में एमएचआरडी प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ भारतीय लोकाचार में निहित सर्वश्रेष्ठ शिक्षण प्रणाली को मजबूत स्तंभों के रूपमें विकसित करने की दिशा में अथक परिश्रम कर रहा है।
एचआरडी मंत्री ने कहा कि एमएचआरडी विभिन्न योजनाओं और पहलों के माध्यम से शिक्षा में प्रौद्योगिकी के एकीकरण की दिशा में काम कर रहा है जैसेकि ऑपरेशन डिजिटल बोर्ड, दीक्षा, ई-पाठशाला, स्वयं और स्वयंप्रभा आदि। रमेश पोखरियाल ने कहा कि शिक्षा में नवाचार और डिजिटलीकरण को मजबूती प्रदान करने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय सभी के लिए ई-लर्निंग, सटीक और अद्यतन पठन सामग्री बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है, जिससे छात्र घर बैठे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का उपयोग कर सकें। उन्होंने कहा कि ई-लर्निंग के माध्यम से हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक राष्ट्र एक डिजिटल मंच' के विजन को पूरा करना चाहते हैं, हमने रेडियो और टीवी के माध्यम से अपने छात्रों तक पहुंचने का संकल्प लिया है और जहां पर इंटरनेट या मोबाइल कनेक्टिविटी उपलब्ध नहीं है, यह समझौता ज्ञापन उस दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से छात्रों तक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा अधिक प्रभावी ढंग से पहुंचेगी।
शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव अनिता करवाल ने रोटरी इंडिया ह्यूमेनिटी फाउंडेशन को विभिन्न भाषाओं में कक्षा 1 से 12वीं के विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्ता वाली ई-शिक्षण सामग्री उपलब्ध कराने के प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया। एनसीईआरटी और रोटरी इंडिया ह्यूमेनिटी फाउंडेशन के बीच समझौता ज्ञापन पर एनसीईआरटी के निदेशक प्रोफेसर हृषिकेश सेनापति और एनसीईआरटी के संयुक्त निदेशक प्रोफेसर अमरेंद्र बेहरा और रोटरी इंडिया की ओर से निदेशक रोटरी इंडिया वाटर मिशन रंजन ढींगरा ने हस्ताक्षर किए। रोटरी इंटरनेशनल के निदेशक 2019-21 कमल संघवी ने इस टाईअप के बारे में विस्तृत जानकारी दी, जिसमें शामिल हैं-एनसीईआरटी टीवी टाईअप। एनसीईआरटी के बारह राष्ट्रीय टेलीविजन चैनलों के माध्यम से कक्षा 1-12 के लिए पाठ्यक्रम मॉड्यूल का प्रसारण किया जाएगा, जो जुलाई 2020 से उपलब्ध होगा। एनसीईआरटी उनके पाठ्यक्रम के अनुसार पाठ्य सामाग्रियों को परखेगा। दीक्षा ऐप टाईअप एक ही समय में भारत सरकार के राष्ट्रीय मोबाइल ऐप, दीक्षा के माध्यम से ई-लर्निंग मॉड्यूल भी उपलब्ध होंगे।
वर्तमान समय में यह सामग्री हिंदी और पंजाबी में उपलब्ध है और इसे लगभग 10 करोड़ छात्रों के लिए 12 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के स्कूलों में तुरंत लागू किया जाएगा। सामग्री के लिए बौद्धिक अधिकार रोटरी के पास होंगे और एनसीईआरटी को उपलब्ध कराए जाएंगे, जिससे अगले कुछ महीनों में उपयुक्त सामग्री का एनसीईआरटी और संबंधित राज्यों के एससीईआरटी द्वारा सभी क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जा सके। रोटरी इंटरनेशनल के अध्यक्ष 2021-22 शेखर मेहता ने बताया है कि रोटरी ने साझीदारों के माध्यम से कक्षा 1-12 के लिए ई-लर्निंग सामग्री तैयार की है और हमारी इसे देश में मुफ्त प्रदान करने की योजना है स्कूल के पाठ्यक्रम से संबंधित घर आधारित एक शिक्षण समाधान के रूपमें। रोटरी को ई-लर्निंग में व्यापक अनुभव प्राप्त है, उसने पिछले 5 वर्ष में पूरे भारत के स्कूलों में 30,000 से ज्यादा सरकारी ई-लर्निंग सॉफ़्टवेयर/ हार्डवेयर स्थापित किए हैं।

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