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नौसेना का पहला मिश्रित क्रू नौकायन अभियान

पोत म्हदेई और तारिणी नौकायन अभियान के लिए रवाना

समुद्र क्षेत्र में भारतीय नौसेना की विशेषज्ञता का प्रदर्शन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 24 February 2020 12:49:24 PM

navy's first mixed crew sailing expedition

पणजी। भारतीय नौसैनिक नौकायन पोत म्हदेई और तारिणी गोवा में भारतीय नौसेना महासागर नौकायन नोड से बंगाल की अपतटीय नौकायन अभियान के लिए रवाना हुए। अभियान को गोवा के कमांडेंट नैवल वॉर कॉलेज के रियर एडमिरल एसजे सिंह ने झंडी दिखाई। यह भारतीय नौसेना का पहला प्रमुख मिश्रित क्रू नौकायन अभियान है, जिसमें प्रत्येक नौका में दो महिला अधिकारियों सहित पांच नौसैनिक अधिकारियों के चालक दल की संरचना की गई है, जो कुल 6,100 समुद्री मील की दूरी तय करेगी और 55 दिन तक समुद्र में रहेगी। तारिणी के नौसेना जहाज के कैप्टन विपुल मेहरिशी अभियान के कप्तान हैं और कैप्टन अतुल सिन्हा म्हदेई के कप्तान हैं। अभियान के कप्तान बेहद कुशल नाविक है, जिन्होंने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरपर प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर नौसैना और देश को गौरवांवित किया है।
नौसेना का नौकायन अभियान लगभग तीन महीनों की लंबी यात्रा के दौरान नावों को चलाने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा अर्थात पवन ऊर्जा के दोहन का प्रदर्शन करेगा। यह अभियान 'नारी शक्ति' के भारत सरकार के मिशन के अनुसरण में भी है, जो महिला अधिकारियों को पुरुषों के बराबर अवसर प्रदान करता है। अभियान का उद्देश्य समुद्र की नौकायन के क्षेत्र में भारतीय नौसेना की विशेषज्ञता का प्रदर्शन करते हुए बंगाल की खाड़ी में समुद्री क्षेत्रों के बीच सहयोग और सहकारिता के स्तर को बढ़ाना है। अभियान के एक हिस्से के रूपमें नौकायन पोत फुकेट, यंगून, चटगांव और कोलंबो के बंदरगाहों पर पुनः पूर्ति हॉल्ट करेगा, जिसमें विभिन्न देशों के अधिकारियों के साथ परस्पर बातचीत की जाएगी, इसमें आगंतुक गणमान्य लोगों की बंदरगाह पर संक्षिप्त यात्राएं भी शामिल हैं। म्हदेई और तारिणी तीन परिध्रुवी नौकायन अभियानों सहित विभिन्न नौकायन अभियानों में नौसैनिक अभियानों के लिए पसंदीदा के पोत रहे हैं।
म्हदेई ने दो परिध्रुवी नौकायनों, तीन केप से रियो ट्रांस-अटलांटिक रेस और विभिन्न महाद्वीपों के आसपास कई अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इसने 1,36,000 समुद्री मील से अधिक दूरी तय की है। तारिणी ने 2017-18 में उस वक्त इतिहास रचा था, जब छह भारतीय नौसेना महिला अधिकारियों ने नाविका परिक्रमा यात्रा पर नाविका सागर परिक्रमा पहली परिध्रुवी नौकायन समुद्री यात्रा पर पोत का संचालन किया था। इसके बाद उन्होंने आईओएसएस की 10वीं वर्षगांठ के समारोह के दौरान कोच्चि से सेशेल्स के प्रशिक्षण अभियान में मिश्रित चालक दल में भाग लिया। बंगाल की खाड़ी अपतटीय नौकायन अभियान आगंतुक देशों के बीच सद्भावना और आगामी बिम्सटेक सेलिंग अभियान में भागीदारी के लिए प्रेरित करेगी, जिसकी योजना भारतीय नौसेना नौकायन पोत से जुड़े सदस्य देशों के मिश्रित चालक दल के साथ बनाई गई है।

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