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बुनकर और शिल्‍पकार किए गए सम्‍मानित

प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के तहत प्रतिमाह पेंशन

वस्‍त्र एवं हस्‍तशिल्‍प वस्‍तुओं के विदेश व्‍यापार में भी सहूलियत

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 14 February 2019 02:10:56 PM

weavers and craftsmanship honored

नई दिल्‍ली। भारत सरकार में वस्‍त्र मंत्रालय ने हथकरघा और हस्‍तशिल्‍प क्षेत्र में उल्‍लेखनीय उपलब्धियां हासिल करने के लिए देश के विभिन्‍न हिस्‍सों से आए 12 बुनकरों और शिल्‍पकारों को दिल्‍ली में एक समारोह में सम्‍मानित किया। समारोह में वस्‍त्र क्षेत्र के सूक्ष्‍म, लघु एवं मझोले उद्यमों की उपलब्धियों को दर्शाने वाली एक प्रदर्शनी लगाई गई थी और कारोबार में सुगमता पर एक पुस्तिका का विमोचन किया गया, जो 10 भाषाओं हिंदी, मणिपुरी, असमिया, बांग्‍ला, उड़िया, गुजराती, मराठी, तमिल, तेलुगू और कन्नड़ में उपलब्‍ध है। समारोह में वस्‍त्र एवं हस्‍तशिल्‍प वस्‍तुओं के विदेश व्‍यापार में सहूलियत के लिए 15 सहमति पत्रों पर हस्‍ताक्षर किए गये। वस्‍त्र मंत्रालय के पहुंच एवं सहायता कार्यक्रम पर एक लघु फिल्‍म भी समारोह के दौरान दिखाई गई। यह समारोह में वस्‍त्र क्षेत्र में एमएसएमई के लिए उचित सामंजस्‍य सुनिश्चित करने पर आयोजित किया गया था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2 नवम्‍बर 2018 को एमएसएमई के लिए 100 दिवसीय सहायता एवं पहुंच कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। इस दौरान देशभर के विभिन्‍न सेक्‍टरों में 100 जिलों की पहचान की गई, जिनमें से 39 जिलों की पहचान वस्‍त्र क्षेत्र के लिए की गई, इनमें से 12 जिलों की पहचान हथकरघा के लिए, 19 जिलों की पहचान हस्‍तशिल्‍प के लिए और 8 जिलों की पहचान विद्युतकरघा के लिए की गई है। कार्यक्रम में वस्‍त्र क्षेत्र में एमएसएमई के लिए उचित सामंजस्‍य सुनिश्चित करने के उद्देश्‍य से चिन्हित जिलों में विभिन्‍न गतिविधियां शुरू की गईं जैसे-स्‍थानीय बैंक के सहयोग से मुद्रा ऋण के लिए शिविर आयोजित करना, ई-धागा पर लाभार्थियों का नामांकन करना, लाभार्थियों को विभिन्‍न उपयोगी उपकरण वितरित करना, शिल्‍पकारों एवं बुनकरों का पंजीकरण और उन्‍हें पहचान कार्डों का वितरण करना इत्‍यादि।
केंद्रीय वस्‍त्र मंत्री स्‍मृति जुबिन इरानी ने इस अवसर पर कहा कि आउटरीच कार्यक्रम के दौरान सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि केंद्र सरकार की योजनाओं से संबंधित प्रासंगिक सूचनाएं लाभार्थियों तक अवश्‍य पहुंच जाएं। उन्‍होंने कहा कि वस्‍त्र क्षेत्र के एमएसएमई के लिए 6500 करोड़ रुपये के मुद्रा ऋण मंजूर किए गए है। वस्‍त्र मंत्री ने कहा कि 100 दिवसीय आउटरीच कार्यक्रम के दौरान 2.6 लाख बुनकरों और शिल्‍पकारों को सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क के दायरे में लाया गया है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का भी उल्‍लेख किया, जिसके तहत मामूली प्रीमियम के भुगतान पर असंगठित क्षेत्र के कामगारों को प्रतिमाह बतौर पेंशन 3,000 रुपये दिए जाएंगे।
सामाजिक न्‍याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ थावर चंद गहलोत भी समारोह में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि वस्‍त्र मंत्रालय के विभिन्‍न एमएसएमई में कार्यरत 70 प्रतिशत लोग एससी/ एसटी एवं ओबीसी श्रेणियों में आते हैं। उन्‍होंने बुनकरों और हस्‍तशिल्‍प से जुड़े लोगों से अपने मंत्रालय की विभिन्‍न योजनाओं से लाभ उठाने का अनुरोध किया। उन्‍होंने कहा कि एनडीए सरकार के कार्यकाल के दौरान उद्यमियों को कच्‍चे माल की उपलब्‍धता बढ़ गई है और इसके साथ ही इस अवधि के दौरान निर्यात में भी इजाफा हुआ है।

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