स्वतंत्र आवाज़
word map

सुविख्यात कवियों का मंत्रमुग्‍ध कवि सम्मलेन

सीएसआईआर-एनबीआरआई लखनऊ में हिंदी पखवाड़ा

कवियों और हास्य कवियों ने दीं शानदार प्रस्तुतियां

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 8 September 2018 05:53:46 PM

csir-nbri poet conference in lucknow

लखनऊ। सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ में हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत कवि सम्मलेन का आयोजन किया गया। संस्थान के मुख्य वैज्ञानिक डॉ आरएस कटियार ने संस्थान के आमंत्रण पर कवि सम्मलेन में पधारे कवियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम का प्रारंभ सरस्वती वंदना से हुआ। सुविख्यात कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को खूब मोहित किया। कवियों और हास्य कवियों ने अपनी बारी पर शानदार प्रस्तुतियां दीं। ग़ौरतलब है कि सीएसआईआर-एनबीआरआई लखनऊ प्रत्येक वर्ष अपने यहां हिंदी पखवाड़े का आयोजन करता है।
कवि सम्मलेन में वाराणसी से पधारे कवि पंडित हरिराम द्विवेदी, हास्य कवियों में फरमूद खां इलाहाबादी और लखनऊ के राजेंद्र पंडित ने हास्य रचनाओं से श्रोताओं को खूब हंसाया। डॉ सुरेश उजाला ने ज़िंदगी के गंभीर पहलुओं पर शिक्षाप्रद रचनाएं प्रस्तुत कीं। मंजुल मंजर लखनवी ने तरन्नुम, नज्‍़म और ज़िंदगी के फलसफे सुनाए। अनुज अब्र ने गज़लें सुनाकर श्रोताओं को आनंदित किया। डॉ नरेश कात्यायन एवं भोलानाथ अधीर ने भी रचनाओं से श्रोताओं का भरपूर मनोरंजन किया। कवि सम्मेलन का संचालन सीएसआईआर-राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ के सदस्य प्रसून मिश्र ने किया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]