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‘आधुनिक युग में विज्ञान अत्यधिक महत्वपूर्ण’

विज्ञान यात्रा का झंडी दिखाकर शुभारंभ किया

मुख्यमंत्री अ‌खिलेश यादव का पहला गणतंत्र दिवस

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Saturday 26 January 2013 09:26:48 AM

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री के रूप में पहले गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने सरकारी आवास 5, कालिदास मार्ग पर ध्वजारोहण किया। इस अवसर पर उन्होंने मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर करने वाले अमर शहीदों तथा देशभक्तों को नमन करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हम सभी देशवासियों को नई ऊर्जा व उत्साह के साथ राष्ट्र निर्माण हेतु प्रतिबद्ध होने की प्रेरणा देता है। अखिलेश यादव ने अपने आवास से आज ही विज्ञान यात्रा का शुभारंभ किया और इंस्पायर अवार्ड भी वितरित किए।
अखिलेश यादव ने कहा कि जीवन स्तर को बेहतर बनाने और लोगों की खुशहाली में विज्ञान तथा अविष्कार के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। जिन मुल्कों ने किसानों के लाभ और अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए इनका सदुपयोग किया, वे देश आगे बढ़े और वहां की जनता खुशहाल हुई। मुख्यमंत्री आवास पर ही विज्ञान यात्रा के शुभारंभ तथा इंस्पायर अवार्ड के वितरण का कार्यक्रम रखा गया था। इस विज्ञान यात्रा का आयोजन प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इंटेल के सहयोग से किया था। अखिलेश यादव ने कहा कि प्राचीन समय में विज्ञान के क्षेत्र में देश का योगदान उल्लेखनीय था, किंतु आधुनिक समय में जिस प्रकार के आविष्कार व मौलिक खोज की जानी चाहिए थी, ऐसा हम लोग नहीं कर पाए। इंस्पायर अवार्ड पाने वाले बच्चों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि ये बच्चे अपनी प्रतिभा से विज्ञान के क्षेत्र में देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रत्येक सरकार को इस ओर ध्यान देना चाहिए कि सभी बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध हों,उत्तर प्रदेश सरकार तो इस ओर संवेदनशील है, राज्य सरकार कंप्यूटर के महत्व से भी पूरी तरह अवगत है, इसीके दृष्टिगत 10वीं पास छात्र-छात्राओं को टैबलेट कंप्यूटर व 12वीं पास छात्र-छात्राओं को लैपटॉप देने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि समाज में परिवर्तन दृष्टिगत हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आधुनिक युग में जितना महत्व विज्ञान का है, उतना महत्व बिजली का भी है, क्योंकि बिजली से विकास होता है, पूर्ववर्ती सरकार ने इस दिशा में गंभीरता से प्रयास नहीं किए। उनकी सरकार बिजली व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है, मंत्रिपरिषद की पिछली बैठक में लिए गए निर्णय का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बिजली व्यवस्था में सुधार के लिए नए कदम उठाने जा रही है। उन्होंने संकेत दिया कि हो सकता है कि कुछ सख्त कदम भी उठाने पड़ें।
कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी ने कहा कि विज्ञान के प्रति विद्यार्थियों की रुचि को बढ़ाए जाने की जरूरत है। मद्रास विश्वविद्यालय के पूर्व उप कुलपति प्रोफेसर पीटी मनोहरन ने कहा कि अल्प आयु से ही विज्ञान के प्रति बच्चों को प्रोत्साहित किया जाना जरूरी है, उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में विज्ञान को समुचित प्राथमिकता प्रदान की जाएगी। इंटेल दक्षिण एशिया की प्रबंध निदेशक देबजानी घोष ने कहा कि टेक्नोलॉजी में हमारे जीवन में बदलाव लाने की क्षमता है। उन्होंने मुख्यमंत्री व बेसिक शिक्षा मंत्री रामगोविंद चौधरी को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए। इसके पहले सचिव माध्यमिक शिक्षा पार्थसारथी सेन शर्मा ने विज्ञान यात्रा एवं इंस्पायर अवार्ड योजना के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की।
इंस्पायर अवार्ड योजना भारत सरकार की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग से संचलित है, जिसके तहत मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थाओं के कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों के बनाए गए विज्ञान संबंधी प्रोजेक्ट, मॉडल का मूल्यांकन कर उनका जनपद, राज्य, राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन किया जाता है। अक्टूबर, 2012 में नई दिल्ली में आयोजित प्रदर्शनी में प्रदेश के 5 बच्चों को पुरस्कार हेतु चयनित किया गया। इसके तहत राष्ट्रीय स्तर पर रीजनल अवार्ड विजेता फैजाबाद के अजीत कुमार तथा झांसी के शिवांश गुबरेले को मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया। इसी प्रकार राष्ट्रीय स्तर पर राज्य अवार्ड विजेता फिरोजाबाद के आकाश पचौरी, बहराइच के नवीन पांडेय तथा वाराणसी के आयुष देवा को भी मुख्यमंत्री ने पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्री ने विज्ञान यात्रा के तहत दो बसों को झंडी दिखाकर रवाना किया। विज्ञान यात्रा प्रदेश के 21 जिलों लखनऊ, झांसी, कानपुर, कन्नौज, इटावा, एटा, अलीगढ़, गाजियाबाद, रामपुर, रायबरेली, इलाहाबाद, वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, बरेली, शाहजहांपुर, फैजाबाद, सुल्तानपुर तथा बाराबंकी में आयोजित की जा रही है। प्रत्येक जनपद के 100 शिक्षकों एवं एक हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इस प्रकार 2100 शिक्षक तथा 21,000 विद्यार्थी प्रशिक्षित किए जाएंगे। विज्ञान यात्रा विद्यार्थियों के बीच गणित और विज्ञान का आधार मजबूत बनाने तथा शिक्षकों को पूर्णतया कंप्यूटर साक्षर बनाने पर केंद्रित है। विज्ञान यात्रा के दौरान शिक्षा विशेषज्ञ आवश्यक हार्डवेयर और साफ्टवेयर से सुसज्जित दो बसों के माध्यम से इन जिलों में शिक्षकों व विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे। इस अवसर पर मुख्य सचिव जावेद उस्मानी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री राकेश गर्ग, सांसद डिंपल यादव सहित गणमान्य व्यक्ति, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। माध्यमिक शिक्षा निदेशक वासुदेव यादव ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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