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श्रीकांत जोशी को भावभीनी श्रद्धांजलि

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Thursday 17 January 2013 08:32:37 AM

shrikant joshi tribute

देहरादून। विश्व संवाद केंद्र धर्मपुर में बुधवार को हिन्दुस्थान समाचार के राष्ट्रीय संरक्षक श्रीकांत जोशी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। मुख्य वक्ता के रूप में श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंड़ूड़ी ने उनके बारे में अपने दार्शनिक विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि अपने लिए तो हर व्यक्ति जीता है, लेकिन जो समाज के लिए जीता है, उसका जीवन ही सही मायने में सार्थक और अमर होता है-श्रीकांत जोशी ने अपना पूरा जीवन समाजिक जागरण और उसके उत्थान में लगाया, उन्होंने जिस तरह से हिन्दुस्थान समाचार एजेंसी को दोबारा शुरू किया और नेपाल,थाईलैंड और मॉरीशस तक में विस्तार किया, वह अनुकरणीय है, उनका जीवन चरित्र आदर्श है और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता है।
भुवन चंद्र खंड़ूड़ी ने कहा कि श्रीकांतजी से उनका संपर्क तब हुआ जब वे केंद्र सरकार में मंत्री थे, उन्होंने हिन्दुस्थान समाचार के माध्यम से भारतीय पत्रकारिता को एक दिशा देने का सफल प्रयास किया, उन्होंने पूरा जीवन राष्ट्र के नाम कर दिया था और मृत्युपर्यंत समाज के लिए कार्य करते रहे। श्रद्धांजलि सभा में भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री नरेश बसंल ने कहा कि श्रीकांत जोशी अद्भुत संगठनकर्ता थे और उनमे शून्य में सृष्टि सृजन करने की बेमिसाल प्रतिभा थी, उनमे व्यक्तियों को पहचानने का गुण था और प्रतिभा को किस प्रकार से समाज के हित में उपयोग किया जाए, इसकी कला भी वे बखूबी जानते थे, श्रीकांत जैसे लोगों का जीवन ही सही मायने में समाजोत्थान का माध्यम बनता है, हमने उनसे प्रचार-प्रसार के कई आयामों के बारे में जानकारी प्राप्त की, वे पुराने प्रचारक होने के बावजूद अत्यंत आधुनिक थे।
श्रद्धांजलि सभा में आरएसएस के पश्चिमी उत्तर प्रदेश व उत्तरांचल के सह क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख जगदीश ने कहा कि श्रीकांत जोशी बिषम से बिषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य को प्राप्त करना जानते थे, उन्होंने असम जैसे दुर्गम क्षेत्र में भी जिस तरह से लगातार 27 वर्ष तक संघ का कार्य किया वह आदर्श है, भारतीय भाषा की समाचार एजेंसी हिन्दुस्थान समाचार को दोबारा शुरू करने का कार्य असंभव था मगर इसे संभव करके दिखाया। हिन्दुस्थान समाचार के निदेशक लक्ष्मी प्रसाद जायसवाल ने उन्हें एक समर्पित स्वयंसेवक बताया और कहा कि सरसंघचालक बाला साहब देवरस के साथ उनके निजि सचिव के रूप में उन्होंने उनकी आजीवन सेवा की, उन्होंने अपने प्रचारक जीवन में सैकड़ों प्रचारक तैयार किए और उनमें देश और समाज की सेवा करने की भावना भरी। हिन्दुस्थान समाचार प्रवर समिति के संयोजक डॉ विनोद मित्तल, राष्ट्रसेविका समिति की डॉ अंजलि वर्मा, हिंदी साहित्य समिति के विजय स्नेही,भाजपा के वरिष्ठ नेता मोहन सिंह रावत गांववासी, गढ़बैराट के संपादक भारत चौहान, देवभूमि वैलफेयर एसोसिएशन के सचिव डॉ वीडी शर्मा, आरएसएस के महानगर संघ चालक गोपाल कृष्ण मित्तल आदि विशिष्ट लोगों ने भी उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दी। भाजपा के संगठन मंत्री संजय कुमार, प्रदेश उपाध्यक्ष विनोद उनियाल, उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के नेता राजेंद्र पंत, आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ हरीशजी, महानगर सहकार्यवाह आजाद सिंह रावत, साहित्यकार शाक्त ध्यानी, राजेश पांडे, राजेश शर्मा, विनय कुमार वर्मा, विभाग प्रचारक पौड़ी भुवनजी, कोटद्वार से अवनीश कुमार शर्मा, महानगर प्रचारक चंद्रशेखर, नरेश कुमार, ऋषिकेश से विक्रम सिंह, उत्तरांचल उत्थान परिषद के रामप्रकाश पैन्यूली व राजेश थपलियाल, एनएचपीसी के सूर्यनारायण झा, इंदिरा खन्ना, पारूल सिंह आदि यहां उपस्थित थे। संस्कृत के विद्वानों ने शांतिपाठ किया। श्रद्धांजलि सभा का संचालन राष्ट्रदेव के संपादक डॉ प्रभाकर उनियाल ने किया, जबकि हिन्दुस्थान समाचार के ब्यूरो प्रमुख धीरेंद्र प्रताप सिंह ने धन्यावाद ज्ञापन किया।

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