उपराष्ट्रपति ने लखपति दीदियों की प्रशंसा की और उत्साहवर्धन किया
'लखपति दीदी आय ही नहीं, स्वतंत्रता सम्मान आत्मविश्वास का प्रतीक'स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Thursday 6 November 2025 12:15:05 PM
राजनंदगांव (छत्तीसगढ़)। उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने छत्तीसगढ़ के राजनंदगांव में लखपति दीदी सम्मेलन को संबोधित करते हुए लखपति दीदी पहल की सराहना की और इसे भारत की महिलाओं की शक्ति और दृढ़ संकल्प का प्रतीक बताया। उन्होंने कहाकि यह पहल उन युवतियों, महिलाओं के संकल्प को दर्शाती है, जो चुनौतियों को अवसरों में बदल रही हैं। उपराष्ट्रपति ने कहाकि लखपति दीदी शब्द केवल आय का नहीं, बल्कि स्वतंत्रता, सम्मान और आत्मविश्वास का प्रतीक है। उन्होंने कहाकि देशभर में महिलाओं के नेतृत्व में हजारों स्वयं सहायता समूह कड़ी मेहनत, अनुशासन और एकजुटता से अपने एवं दूसरों के जीवन को रौशन कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि लखपति दीदियों की उपलब्धियां देश की उन बहनों की परिवर्तनकारी शक्ति को रेखांकित करती हैं, जो ग्रामीण भारत की रीढ़ हैं।
उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने सरकार की महिला प्रमुख योजनाओं की प्रशंसा करते हुए कहाकि तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का सपना महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास में एक असाधारण कदम है और एक ऐसा आंदोलन, जिसकी छत्तीसगढ़ में स्पष्ट अभिव्यक्ति हुई है। उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ एवं देशभर में महिलाओं के बढ़ते नेतृत्व की प्रशंसा की। उन्होंने लखपति दीदी को एक ऐसा जीवंत उदाहरण बताया, जिसने देशभर में दो करोड़ से अधिक महिलाओं और छत्तीसगढ़ में पांच लाख महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों एवं आय सृजन की गतिविधियों के जरिए वित्तीय सशक्तिकरण में सक्षम बनाया है। उन्होंने उल्लेख कियाकि राज्य सरकार और राजनंदगांव जिला प्रशासन के समर्पित प्रयासों से 9663 स्वयं सहायता समूहों के जरिए एक लाख से अधिक महिलाओं को जोड़ा गया है और 700 करोड़ रुपये से अधिक की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। उन्होंने कहाकि महिला सम्मान योजना से राज्य ने 20 किश्तों में कुल 13000 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि हस्तांतरण करके महिला लाभार्थियों को सशक्त बनाया है।
सीपी राधाकृष्णन ने महिला सशक्तिकरण के प्रतीक के रूपमें राजनंदगांव पर प्रकाश डाला और कहाकि यहां 1000 से अधिक महिलाएं स्थानीय स्वशासन में पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य के रूपमें कार्यरत हैं। उन्होंने कहाकि लोकतंत्र केवल संसद तकही सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामसभाओं, पंचायतों और स्वयं सहायता समूहों में भी बसता है, जहां नागरिक मिलकर चर्चा करते हैं, निर्णय लेते हैं और विकास करते हैं। उन्होंने कहाकि लखपति दीदी आंदोलन भागीदारी, पारदर्शिता और स्थानीय सशक्तिकरण को सुनिश्चित करके लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करता है। उन्होंने कहाकि इसने इस धारणा को बदल दिया हैकि महिलाओं को केवल घर तक ही सीमित रहना चाहिए, आज वे प्रशासक के रूपमें उभर रही हैं, आर्थिक रूपसे मजबूत हो रही हैं और भावी नेताओं को प्रेरित कर रही हैं। छत्तीसगढ़ में विकास पर उन्होंने कहाकि एक समय ऐसा भी था, जब इस राज्य को पानी, बिजली और विकास के अभाव का सामना करना पड़ता था, लेकिन आज यह राज्य पूरे देश केलिए बिजली का उत्पादन करता है और इसने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्रमें भी उल्लेखनीय सुधार किया है।
उपराष्ट्रपति ने छत्तीसगढ़ से नक्सल समस्या को समाप्त करने के सफल प्रयासों की भी सराहना की और इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राज्य सरकार और सुरक्षा बलों के सहयोगात्मक दृष्टिकोण को दिया। उपराष्ट्रपति ने कहाकि धन का सृजन करना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितनाकि उसका वितरण। उन्होंने कहाकि केंद्र और राज्य सरकारें प्रभावी ढंग से इन लक्ष्यों को हासिल करने में लगी हैं, जिससे नक्सलवाद जैसी चुनौतियों को कम करने में मदद मिली है। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की जीत का उल्लेख करते हुए सीपी राधाकृष्णन ने छत्तीसगढ़ की महिलाओं के सामाजिक परिवर्तन केसाथ एक प्रेरक तुलना की। सीपी राधाकृष्णन ने स्मरण कियाकि 1 नवंबर 2000 को छत्तीसगढ़ के निर्माण से प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी का सपना पूरा हुआ और उन्होंने एक सांसद के रूपमें इस विधेयक का समर्थन करने पर गर्व व्यक्त किया। उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त कियाकि छत्तीसगढ़ और राजनंदगांव सशक्तिकरण, लोकतंत्र और संस्कृति के क्षेत्रमें अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करते रहेंगे।
सीपी राधाकृष्णन ने राजनंदगांव में उदयाचल स्वास्थ्य एवं अनुसंधान संस्थान में नए पांच मंजिला भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने छत्तीसगढ़ को मोतियाबिंद मुक्त बनाने में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका और तपेदिक से निपटने एवं वृक्षारोपण अभियानों को बढ़ावा देने केप्रति उसकी प्रतिबद्धता की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि आयुष्मान भारत, आयुष्मान आरोग्य मंदिर और प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत स्वास्थ्य अवसंरचना मिशन जैसी पहल देशभर में स्वास्थ्य सेवा की सुलभता के मामले में व्यापक बदलाव ला रही हैं। सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ रमन सिंह और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। इससे पहले उपराष्ट्रपति ने नवा रायपुर में भारतीय वायुसेना की प्रसिद्ध सूर्यकिरण एरोबैटिक टीम के शानदार एयर शो का अवलोकन किया। यह शो राज्य के गठन की 25वीं वर्षगांठ पर छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव का एक हिस्सा था। कौशल और सटीकता के अद्भुत प्रदर्शन ने देशभक्ति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।