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झुंझुनू से सैनिक छात्र नई संसद देखने आए

भारत की ये बदली तस्वीर विश्वगुरु बनने का संकेत-उपराष्ट्रपति

उपराष्ट्रपति के निमंत्रण पर छात्रों का ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण

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Monday 6 November 2023 03:54:49 PM

army students from jhunjhunu came to see the new parliament

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संसद भवन देखने आए सैनिक स्कूल झुंझुनू के छात्रों से आज संसदीय सौध में संवाद किया और उनसे कहाकि भारत की ये बदलती तस्वीर विश्वगुरु बनने का संकेत है। गौरतलब हैकि बीते दिनों उपराष्ट्रपति राजस्थान के दौरे पर गए थे, जहां उन्होंने सैनिक स्कूल झुंझुनू के छात्रों को नए संसद भवन के भ्रमण केलिए आमंत्रित किया था। उपराष्ट्रपति की पहल पर 5 नवंबर को सैनिक स्कूल झुंझुनू के बीस छात्रों का एक समूह तीन दिवसीय यात्रा पर दिल्ली पहुंचा। ये छात्र दिल्ली में हैं और राज्यसभा सचिवालय की ओर से उन्हें राष्ट्रीय राजधानी के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया जा रहा है। दिल्ली पहुंचने पर इन छात्रों ने प्रधानमंत्री संग्रहालय देखा और आज उन्हें संसद के नए और पुराने दोनों भवनों का भ्रमण कराया गया। नई संसद की भव्यता और सुंदरता देखकर युवा छात्र दल विस्मय से भरगया। कल सात नवंबर को इन छात्रों का इंडिया गेट, राष्ट्रीय समर स्मारक, महात्मा गांधी की समाधि राजघाट और राष्ट्रपति भवन के भ्रमण का कार्यक्रम है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात करके छात्रों ने उनसे अपने अनुभव साझा किए और कहाकि आज भारत जिस गति से आगे बढ़ रहा है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था, एक समय था, जब हमें दुनिया की पांच सबसे कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिना जाता था और आज हम दुनिया की पांचवी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बन चुके हैं। उपराष्ट्रपति ने विश्वास व्यक्त कियाकि इसमें कोई संदेह नहीं हैकि 2030 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। उन्होंने कहाकि इस विकास यात्रा के दौरान हमने बड़ी-बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ा है और अब हम जर्मनी और जापान कोभी पीछे छोड़ने वाले हैं, वैश्विक अर्थव्यवस्था में भारत एक चमकता हुआ सितारा है। अंतरिक्ष में भारत के बढ़ते कदमों की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहाकि हमने चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 को लैंड करके सिद्ध कर दिया है और आज जमीन से अंतरिक्ष तक भारत का डंका चारों ओर बज रहा है।
उपराष्ट्रपति ने छात्रों से कहाकि हमें भारत और भारतीयता पर गर्व करना चाहिए और हमें हमारी ऐतिहासिक उपलब्धियों का जश्न मनाना चाहिए, भारत की विकास यात्रा में हमें यथासंभव योगदान देकर इसको विश्वगुरु बनाने की दिशा में प्रयास करना चाहिए। उन्होंने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहाकि कभीभी तनाव न लें, पढ़ाई के दौरान किसीभी प्रकार की टेंशन या दबाव में नहीं रहना चाहिए, सहज रहें और सफल होने की अपेक्षा हमेशा एक अच्छा नागरिक बनने का प्रयास करें, अनुशासन में रहें, क्योंकि अनुशासन सफलता की कुंजी है। उन्होंने छात्रों को प्रेरित कियाकि वे एक अच्छा नागरिक बनकर अपने माता-पिता और गुरुजनों का नाम रोशन करें, समाज में यथासंभव योगदान दें और यदि कोई रचनात्मक विचार आपके दिमाग में आता है तो उसको धरातल पर उतारना जरूरी है, विचारों को अपने दिमाग में ही ना बना रहने दें। उपराष्ट्रपति ने देश में उपलब्ध असीम अवसरों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए छात्रों से कहाकि आज वे जिस क्षेत्र में चाहें वहां अपना करियर बना सकते हैं, चाहे वह रक्षा का क्षेत्र हो या नेवी हो, कोस्ट गार्ड हो या केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल हों, आज देश में अवसरों की कमी नहीं है।
जगदीप धनखड़ ने छात्रों से कहाकि आज देश में एक ऐसा वातावरण है, जहां आपको फलने-फूलने का पूरा मौका मिलता है और कोईभी अपना मनपसंद काम चुन सकता है और सरकार उसकी इस काम में मदद भी करती है। उन्होंने कहाकि सरकार तमाम प्रकार के कार्य शुरू करने केलिए ऋण उपलब्ध करा रही है, आपको उनका फायदा उठाना चाहिए और रोज़गार पाने की अपेक्षा दूसरों को रोज़गार देने की भावना रखकर आगे बढ़ना चाहिए। नई संसद भवन का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा यह शानदार भवन जो आपने अभी देखा है, यह सिर्फ ढाई साल में बनकर तैयार हुआ है, ये नए भारत की आशाओं और अपेक्षाओं को पूरी करने वाली पंचायत है। नए संसद भवन की भव्यता देखकर छात्र अभीभूत हुए और उन्होंने नए संसद भवन के भ्रमण केलिए उपराष्ट्रपति का धन्यवाद किया। इस अवसर पर राज्यसभा सचिवालय के महासचिव पीसी मोदी, राज्यसभा के सचिव रजित पुनहानी, अपर सचिव वंदना कुमार और वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

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