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Friday 27 October 2023 02:04:53 PM
नई दिल्ली। भारत के रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट वर्ष 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के दौरान अपने प्राण न्योछावर कर देने वाले भारतीय सैनिकों को श्रद्धासुमन अर्पित करने केलिए राजधानी नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शामिल हुए। रक्षा राज्यमंत्री ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी और कहाकि इनका योगदान भारत और बांग्लादेश के स्वतंत्र एवं संप्रभु इतिहास को आकार देने में भारत-बांग्लादेश मैत्री का आधार है। अजय भट्ट ने कहाकि मैत्री, बंधुत्व, अनुग्रह ये सभी भारत-बांग्लादेश के नागरिकों केबीच भाईचारे के संबंधों को परिभाषित करने वाले शब्द हैं। उन्होंने कहाकि वे एक स्थिर संबंध को परिभाषित करते हैं, जो 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के मुक्तिजोद्धाओं की वीरता एवं बलिदान से प्रेरित और दोनों देशों के लोगों केबीच घनिष्ठता और सांस्कृतिक संबंधों में दृढ़ता से निहित हैं।
रक्षा राज्यमंत्री ने बांग्लादेश के अपनी स्वाधीनता केलिए किए गए संघर्ष को समकालीन इतिहास के महान आंदोलनों में से एक करार दिया। उन्होंने कहाकि बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के आदर्शों ने भारत और बांग्लादेश केबीच संबंधों की आधारशिला रखी है, जिसे बेहतर बनाए रखा जाना चाहिए, संजोया जाना चाहिए, आगे केलिए विस्तार दिया जाना चाहिए और युवा पीढ़ी तक पहुंचाया जाना चाहिए। अजय भट्ट ने कहाकि भारतीय सेना ने बांग्लादेश युद्ध के दौरान एक अच्छे कार्य केलिए बांग्लादेश के मुक्तिजोद्धाओं केसाथ मिलकर लड़ाई लड़ी और इन मुक्तिजोद्धाओं ने कई वर्षों तक दोनों देशों केबीच एक सेतु के रूपमें कार्य किया है। रक्षा राज्यमंत्री ने व्यापार और वाणिज्य, संचार, सुरक्षा, सांस्कृतिक सहयोग, लोगों के एक-दूसरे केसाथ संबंध, प्रशिक्षण एवं क्षमता निर्माण और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्रों में भारत तथा बांग्लादेश केबीच हुई बड़ी प्रगति का उल्लेख किया।
रक्षा राज्यमंत्री ने कहाकि हम रेल, सड़क और जलमार्गों को आधुनिक बनाने केलिए मिलकर काम कर रहे हैं, जो पारंपरिक रूपसे दोनों तरफ के लोगों एवं अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ते हैं। अजय भट्ट ने कहाकि नई परियोजनाएं स्थापित करने पर भी काम चल रहा है। उन्होंने कहाकि भारत की सहायता से कई विकासात्मक परियोजनाएं कार्यांवित हो चुकी हैं और कुछ औरभी जल्द ही पूरी हो जाएंगी। रक्षा राज्यमंत्री ने भारत और बांग्लादेश के आपसी रक्षा संबंधों के बारेमें विस्तार से बताते हुए कहाकि भारत-बांग्लादेश के सशस्त्र बलों केबीच सहयोग, प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति एवं क्षमता निर्माण सहित सभी क्षेत्रों में सशक्त सहयोग हैं। उन्होंने कहाकि हमारे दोनों देशों केपास आपसी आदान-प्रदान को वृहद करने और दोनों पक्षों के रक्षाबलों केबीच सहयोग के अवसरों का उपयोग करने के क्षेत्रों में अपार संभावनाएं एवं अवसर हैं।
अजय भट्ट ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहाकि भारत सरकार की बांग्लादेश सरकार को दी गई 500 मिलियन अमरीकी डॉलर की रक्षा एलओसी का उपयोग भी बढ़ चुका है। रक्षा राज्यमंत्री ने शहीद भारतीय सैनिकों के श्रद्धांजलि कार्यक्रम के आयोजन केलिए बांग्लादेश उच्चायोग को धन्यवाद दिया और 'बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान छात्रवृत्ति' प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी, जो बांग्लादेश युद्ध में शहीद सैनिकों के वंशज थे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बांग्लादेश के मुक्ति युद्ध मामलों के मंत्री एकेएम मोजामे हक, बांग्लादेश के उच्चायुक्त मोहम्मद मुस्तफिजुर्रहमान, भारत और बांग्लादेश के सैनिकों के परिजन, वंशज और विद्यार्थी भी उपस्थित थे।