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'सरकार मीडिया मनोरंजन उद्योग का समर्थन करेगी'

फिक्की फ्रेम्स के 23वें संस्करण के उद्घाटन पर बोले आईबीएम सचिव

मनोरंजन व्यवसाय में एशिया का सबसे बड़ा सम्मेलन है फिक्की फ्रेम्स

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 4 May 2023 02:53:15 PM

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मुंबई। भारत के सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्रा ने मुंबई में फिक्की फ्रेम्स के 23वें संस्करण में उद्घाटन भाषण में कहा हैकि सरकार मीडिया और मनोरंजन उद्योग की सहायक और समर्थक बनना चाहेगी, ताकि वह विश्वस्तर पर पहुंच सके। उन्होंने कहाकि जहां यह मीडिया और मनोरंजन उद्योग तेजगति से आगे बढ़ रहा है, वहीं दुनिया की बराबरी करने केलिए इस क्षेत्र को अपने कदमों में और तेजी लाने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि दुनिया भारतीय कहानियों और भारतीय संस्कृति में खासी रूचि रखती है। गौरतलब हैकि फिक्की फ्रेम्स मनोरंजन कारोबार के लिहाज से एशिया के सबसे बड़े और सबसे विशिष्ट वार्षिक वैश्विक सम्मेलनों में से एक है, इसके 23वें संस्करण का आयोजन 5 मई तक पवई मुंबई में किया जा रहा है।
आईबीएम सचिव अपूर्व चंद्रा ने इस इंडस्ट्री के सामने जो श्रमशक्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर संबंधी चुनौतियां हैं, उनपर पार पाने के बारेमें कहाकि सरकार ज्यादा से ज्यादा संस्थान स्थापित करके मीडिया और मनोरंजन उद्योग केसाथ मिलकर काम करने केलिए प्रतिबद्ध है, ताकि इस उद्योग में ज्यादा से ज्यादा श्रमशक्ति आ सके। उन्होंने कहाकि एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट और ग्राफिक्स ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें जबरदस्त संभावनाएं हैं। उन्होंने कहाकि एवीजीसी टास्क फोर्स की स्थापना और एवीजीसी केलिए एक राष्ट्रीय नीति के निर्माण केसाथ भारत एवीजीसी उद्योग में एक वर्ल्ड लीडर बनने की राह पर होगा। उन्होंने बतायाकि सरकार स्कूली पाठ्यक्रम में एवीजीसी को शामिल करने के तरीकों पर काम करने जा रही है, ताकि छात्रों को कम उम्र मेही इस फलते-फूलते और उत्साहजनक सेक्टर से परिचित कराया जा सके। उन्होंने कहाकि सरकार को उम्मीद हैकि अगले साल तक मुंबई में नेशनल सेंटर फॉर एक्सीलेंस चालू हो जाएगा।
राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन के बारेमें बोलते हुए अपूर्व चंद्रा ने कहाकि सरकार जल्दही एक कार्यक्रम शुरू करेगी, जिसके तहत फिल्म प्रेमी और आम नागरिक अपनी पसंदीदा फिल्म के डिजिटलीकरण और बहाली केलिए धन जुटा सकते हैं। उन्होंने कहाकि सरकार पांच हजार से अधिक फीचर फिल्मों और शॉर्ट फिल्मों के डिजिटलीकरण और बहाली का लक्ष्य लेकर चल रही है, इसमें से 1400 फीचर फिल्में और 1100 शॉर्ट फिल्में पहले ही डिजिटाइज हो चुकी हैं। राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम की भूमिका को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहाकि एनएफडीसी के माध्यम से हमें ऐसी परियोजनाओं को वित्तपोषित करने और ऐसे युवा फिल्मकारों को सहायता देने की जरूरत है, जिनके पास धन की पहुंच नहीं है। उन्होंने कहाकि हम एनएफडीसी का खुदका ओटीटी लाने की भी उम्मीद कर रहे हैं, ताकि उन फिल्मों को प्रदर्शित करने केलिए एक मंच मिल सके, जिन्हें बाजार में जगह नहीं मिलती है, इससे युवा प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा।
अपूर्व चंद्रा ने कहाकि कैबिनेट ने सिनेमैटोग्राफ अधिनियम में सुधार को मंजूरी दे दी है, ताकि पायरेसी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके, इस अधिनियम को संसद के मानसून सत्र में पेश किए जानेकी संभावना है और उम्मीद हैकि यह पास हो जाएगा, जिससे सरकार को पायरेटेड फिल्में दिखाने वाली वेबसाइटों के खिलाफ कार्रवाई करने का सीधा अधिकार मिल जाएगा। अपूर्व चंद्रा ने फिक्की-ईवाई मीडिया एंड एंटरटेनमेंट रिपोर्ट जारी की, जिसका शीर्षक विंडोज़ ऑफ ऑपर्च्युनिटी: इंडियाज़ एमएंडई सेक्टर मैक्सिमाइजिंग अक्रॉस सेगमेंट्स था। रिपोर्ट के अनुसार मीडिया और मनोरंजन उद्योग ने दो लाख करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया है। वर्ष 2021 की तुलना में इस इंडस्ट्री में 20 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। इस अवसर पर फिक्की के अध्यक्ष और इंडियन मेटल्स एंड फेरो अलॉयज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सुभ्रकांत पांडा, फिक्की की एमएंडई समिति की अध्यक्ष और वायाकॉम 18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की सीईओ और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मीडिया एवं कंटेंट बिजनेस की प्रेसिडेंट ज्योति देशपांडे, भारतीय अभिनेता आयुष्मान खुराना, एमएंडई, ईवाई के पार्टनर आशीष फेरवानी और फिक्की के महासचिव शैलेश के पाठक उपस्थित थे।
अभिनेता आयुष्मान खुराना ने कहाकि जितना अधिक हम लोकल होते जाते हैं, उतनीही अधिक हमारी ग्लोबल पहुंच होती जाती है, हमारा फिल्म उद्योग वैश्विक महानता के शिखर पर पहुंचने को है और मैं सौभाग्यशाली हूंकि मैं ऐसे समय में रह रहा हूं, जब ये दुनिया संस्कृति का एक रचनात्मक मेला बन गई है। उन्होंने कहाकि भारत को एक रचनात्मक शक्ति के रूपमें देखा जा रहा है और हमारे उद्योग का विश्वस्तर पर स्वागत किया जा रहा है। फिक्की के अध्यक्ष सुभ्रकांत पांडा ने भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में घटित हो रही विकास कथा के बारेमें विस्तार से बताया। उन्होंने कहाकि मनोरंजन और मीडिया उद्योग स्पष्ट रूपसे पिछले कई वर्ष में 10.5 प्रतिशत की सीएजीआर से ऊपर की ओर बढ़ रहा है। वर्ष 2022-2023 में यह 11.4 प्रतिशत की औसत दर से ऊपर की ओर बढ़ी, जोकि इस उद्योग की मजबूती और इस तेजीसे बदलते परिदृश्य में नए अवसर पैदा करने की इसकी क्षमता के बारेमें काफी कुछ कहती है।
भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग ऐसे वक्त में जब एक डिजिटल क्रांति के दौर से गुजर रहा है, तब यह परिवर्तन का एक महत्वपूर्ण क्षण है। यह तीन दिवसीय फिक्की फ्रेम्स सम्मेलन व्यक्तियों, देशों और समूहों केबीच विचारों और ज्ञान के आदान-प्रदान केलिए एक अद्वितीय मंच होगा। इस वर्ष के सम्मेलन की थीम इंस्पायर-इनोवेट-इमर्स है, जो इस उद्योग के विकास का जश्न मनाती है और उसके भविष्य को प्रतिबिंबित करती है। सम्मेलन के एजेंडे में पैनल चर्चाएं, वार्ताएं, प्रदर्शनियां, फायरसाइड चैट, मास्टरक्लास और कार्यशालाएं शामिल हैं, जिनमें फिल्म, टेलीविजन, एनीमेशन, गेमिंग, म्यूजिक और डिजिटल मीडिया और मीडिया व मनोरंजन उद्योग के अन्य उप क्षेत्रों जैसे विभिन्न विषय कवर किए जाएंगे।

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