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राष्ट्रपति का ममता ने किया गर्मजोशी से स्वागत!

'आत्मसम्मान और राष्ट्रगौरव केलिए मर-मिटना बंगाल की पहचान है'

महान विभूतियों की जन्म और कर्म स्थली पर जाकर उन्हें नमन किया

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Tuesday 28 March 2023 11:55:12 AM

mamta didi warmly welcomed the president

कोलकाता। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पश्चिम बंगाल सरकार के उनके सम्मान में आयोजित नागरिक स्वागत समारोह में भाग लिया और गर्मजोशी से स्वागत केलिए पश्चिम बंगाल सरकार और राज्य के लोगों को धन्यवाद दिया। राष्ट्रपति ने कहाकि त्याग और शहादत, संस्कृति और शिक्षा बंगाल की भूमि के जीवन आदर्श रहे हैं। उन्होंने कहाकि बंगाल के लोग सुसंस्कृत और प्रगतिशील होते हैं, बंगाल की भूमि ने एक ओर अमर क्रांतिकारियों को जन्म दिया है तो दूसरी ओर प्रमुख वैज्ञानिकों, राजनीति से न्याय प्रणाली, विज्ञान से दर्शन, आध्यात्मिकता से खेल, संस्कृति से व्यवसाय, पत्रकारिता से साहित्य, सिनेमा, संगीत, नाटक, चित्रकला और अन्य कला रूपों तक बंगाल के उल्लेखनीय अग्रदूतों ने विभिन्न क्षेत्रों में नए तरीकों और पद्धतियों की खोज की है।
राष्ट्रपति ने कहाकि सफलता के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचने केबाद भी बंगाल के लोग अपने मूल स्थान से अपना नाता बनाए रखते हैं और भारत माता की महिमा को बढ़ाना जारी रखते हैं। राष्ट्रपति ने इस विशेषता केलिए बंगाल के लोगों की सराहना की और कहाकि बंगाल के लोगों ने हमेशा सामाजिक न्याय, समानता और स्वाभिमान के आदर्शों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहाकि उन्हें यह जानकर खुशी हुई हैकि कोलकाता में ईस्ट एस्प्लेनेड की एक सड़क का नाम 'सिदो-कान्हू-दहर' रखा गया है, ऐसे प्रयासों से हमारे स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों खासकर हमारे जनजातीय भाई-बहनों के आत्मविश्वास और आत्मगौरव को बल मिलता है। राष्ट्रपति ने समारोह को संबोधित करते हुए मातृशक्ति की ऊर्जा से भरी बंगाल की माटी को सादर प्रणाम किया और अपनी अद्भुत कला माटी की बनी देवी की प्रतिमाओं में दिव्यता का संचार करनेवाले बंगाल के मूर्तिकार भाई-बहनों को भी नमन किया।
द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि उन्हें श्रीरामकृष्ण परमहंस की स्मृति में स्वामी विवेकानंद के स्थापित बेलूर मठ में प्रवाहित दिव्य चेतना की धारा में अवगाहन करने का अवसर मिला। उन्होंने कहाकि माँ गंगा के एक तटपर दक्षिणेश्वर और दूसरे तटपर बेलूर मठ आध्यात्मिक दीप स्तंभों की तरह मानवता को प्रकाशित कर रहे हैं और करते रहेंगे। द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि नवद्वीप से नीलाचल की ऐतिहासिक यात्रा करने वाले श्रीचैतन्य महाप्रभु ने ईश्वर भक्ति और मानवप्रेम की जो शिक्षाएं दी हैं, वे सदैव हमारा पथ प्रदर्शन करती रहेंगी, गौड़ीय मठ और श्रीमद एसी भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद ने विश्व में श्रीकृष्ण भावना के अमृत संदेश का प्रसार किया है। उन्होंने कहाकि हम आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, भारत-माता के गौरवगान तथा स्वाधीनता संग्राम के मंत्र के रूपमें हमारा राष्ट्रगीत वंदे मातरम् बंगाल की धरती से निकला और बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय देश की आज़ादी की लड़ाई के आदिकवि बन गए।
राष्ट्रपति ने उल्लेख कियाकि आधुनिक युग में एक नई मानव चेतना जागृत करने वाले इसी बंगभूमि के सपूत कवि गुरु रवींद्रनाथ ठाकुर ने देशवासियों को जन-गण-मन के राष्ट्रगान का उपहार दिया है, बंगाल की धरती जय हिंद का राष्ट्रीय जनघोष करनेवाले उत्कल बंग के संगमस्वरूप नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रमुख कर्मस्थली भी है। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर की जन्मस्थली और नेताजी सुभाषचंद्र बोस की कर्मस्थली में जाकर उन दोनों महान विभूतियों को सादर पुष्पांजलि अर्पित करने का अवसर मिला, इसे वे अपना परम सौभाग्य मानती हैं। राष्ट्रपति ने कहाकि आत्मसम्मान तथा राष्ट्रगौरव केलिए मर-मिटने की भावना बंगाल की पहचान रही है, केवल 18 वर्ष की अल्पायु में भारत माता केलिए फांसी चढ़ जानेवाले खुदीराम बोस सहित बिनय बादल दिनेश, राश बिहारी बोस, औरोबिंदो जैसे अनेक शूरवीरों तथा मातंगिनी हाज़रा एवं कल्पना दत्ता जैसी वीरांगनाओं की जन्मदात्री बंगभूमि को मैं सादर नमन करती हूं। उन्होंने कहाकि महान कवि एवं नाट्यकार द्विजेंद्र लाल राय के गीत की पंक्ति भारतवासियों के राष्ट्रगौरव को व्यक्त करती है। उन्होंने कहाकि आधुनिक इतिहास में भारतीय नवजागरण की ज्योति प्रकाशित करनेवाले राजा राममोहन राय और ईश्वरचंद्र विद्यासागर का हमारा देश सदैव ऋणी रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहाकि देश की राजनीति को मार्गदर्शन देनेवाले देशबंधु चितरंजन दास और डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे बंगाल के सपूतों के नाम का स्वतः स्मरण हो जाता है। उन्होंने कहाकि विश्व सिनेमा में सर्वोच्च स्तर पर सम्मान प्राप्त करनेवाले भारतरत्न से सम्मानित सत्यजीत राय तथा महानायक उत्तम कुमार को भला कौन भूल सकता है, केवल बंगाल ही नहीं, अपितु देश के खेलप्रेमियों के हृदय में बसने वाले सौरभ गांगुली ने क्रिकेट जगत में अपना अनुपम स्थान बनाया है। राष्ट्रपति ने कहाकि देश के राष्ट्रपति रहे एवं भारतरत्न से सम्मानित प्रणब मुखर्जी ने आधुनिक भारतीय राजनीति को अप्रतिम योगदान दिया है, बीरभूम स्थित अपने गांव मिराटी से उन्होंने लगातार संपर्क बनाए रखा। उन्होंने राज्य सरकार के इस अत्यंत प्रभावशाली नागरिक अभिनंदन केलिए राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, सभी बोन्गो बाशी बहनों और भाइयों को हार्दिक धन्यवाद दिया और कहाकि समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सफल पहचान बनानेवाले बंगाल के प्रतिभाशाली लोगों से सम्मान प्राप्त करके वे बहुत अभिभूत हुई हैं।

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