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सूरत को मिली 3400 करोड़ की परियोजनाएं

नरेंद्र मोदी ने सूरत में कहीं शिलान्यास किया और कहीं उद्घाटन

सूरत एकजुटता और जनभागीदारी का मिनी इंडिया है-प्रधानमंत्री

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 29 September 2022 05:50:04 PM

narendra modi laid the foundation stone somewhere in surat and inaugurated somewhere

सूरत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सूरत में 3400 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकास एवं कल्याणकारी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री ने सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर कार्यों के पहले चरण और डायमंड रिसर्च एंड मर्केंटाइल (ड्रीम) शहर के मुख्य प्रवेश द्वार का लोकार्पण एवं परियोजना के दूसरे चरण का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री ने जैव विविधता पार्क की आधारशिला रखी, जो डॉ केशव बलिराम हेडगेवार ब्रिज से भीमराड-बमरोली ब्रिज तक 87 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल में बनाया जा रहा है। सूरत के विज्ञान केंद्रमें खोज संग्रहालय का उद्घाटन और एक जनसभा को संबोधित किया, जिसमें नवरात्रि पर सूरत में कई परियोजनाओं के उद्घाटन और आधारशिला रखने पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सूरत शहर लोगों की एकजुटता और जनभागीदारी का बहुतही शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहाकि सूरत की सबसे बड़ी खासियत हैकि ये शहर श्रम का सम्मान करने वाला शहर है, हिंदुस्तान का कोई प्रदेश ऐसा नहीं होगा, जिसके लोग सूरत की धरती पर न रहते हों, यह एक तरह से यह मिनी इंडिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सदी के शुरुआती दशक में जब दुनिया में 3-पी यानि पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप की चर्चा होती थी, तब मैं कहता थाकि सूरत 4-पी का उदाहरण है यानि पीपुल, पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप, यही मॉडल सूरत को विशेष बनाता है। उन्होंने कहाकि आज सूरत दुनिया के सबसे तेजीसे बढ़ते शहरों में शुमार है, उन दिनों से बहुत अलग है, जब शहर का नाम महामारी और बाढ़ केलिए बदनाम किया गया। उन्होंने सूरत के नागरिक जीवनमें जैवविविधता पार्क के लाभों के बारेमें विस्तार से बताया। प्रधानमंत्री ने कहाकि डबल इंजन की सरकार बनने केबाद तो घर बनाने मेभी तेजी आई है और सूरत के गरीबों, मिडिल क्लास को दूसरी सुविधाएं भी मिलने लगी हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि आयुष्मान भारत योजना में देशमें अभीतक लगभग 4 करोड़ गरीब मरीजों को मुफ्त इलाज मिल चुका है, इसमें से 32 लाख से अधिक मरीज गुजरात के हैं और लगभग सवा लाख सूरत से हैं, सूरत के कपड़ा और हीरा कारोबार से देशभर के अनेक परिवारों का जीवन चलता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ड्रीम सिटी प्रोजेक्ट जब पूरा हो जाएगा तो सूरत विश्वके सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक डायमंड ट्रेडिंग हब के रूपमें विकसित होगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि एयरपोर्ट से शहर को जोड़ने वाली सड़क सूरत की संस्कृति, समृद्धि और आधुनिकता को दर्शाती है। प्रधानमंत्री ने दिल्ली में तत्कालीन सरकार की आलोचना करते हुए कहाकि तब जो दिल्ली में सरकार थी, हम उनको बताते-बताते थक गए कि सूरत को एयरपोर्ट की जरूरत क्यों है और इस शहर का सामर्थ्य क्या है। उन्होंने शहर में एक हवाई अड्डे की आवश्यकता पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज देखिए कि कितनी ही फ्लाइट्स यहां से चलती हैं, कितने लोग हर रोज यहां एयरपोर्ट पर उतरते हैं। नरेंद्र मोदी ने इसी तरह की स्थिति को याद करते हुए यह भी कहाकि यहां अनेक साथी ऐसे हैं, जिन्होंने एयरपोर्ट केलिए भी हमारे लंबे संघर्ष को देखा है, उसका हिस्सा भी रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि सूरत में मेट्रो की स्वीकृति के समय भी ऐसी ही स्थिति उत्पन्न हुई थी। प्रधानमंत्री ने कहाकि सूरत के लोग अच्छी तरह जानते हैं कि कारोबार और व्यापार में लॉजिस्टिक का कितना अधिक महत्व है।
राष्ट्रीय लॉजिस्टिक पॉलिसी की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इससे सूरत को बहुत लाभ होने वाला है। उन्होंने कहाकि मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर भी सूरत में एक बड़ी परियोजना पर काम चल रहा है, हजीरा घोघा रोपैक्स फेरीसेवा रोपैक्स के माध्यम से 400 किलोमीटर सड़क दूरी को नाटकीय रूपसे 10-12 घंटे से घटाकर 3-4 घंटे तक कम करके समय और धन दोनों की बचत कर रही है। सूरत से काशी और पूर्वी उत्तरप्रदेश तक कनेक्टिविटी का उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि माल का ट्रक लोड किया जाता है और अब रेलवे व तटीय विभाग शिपमेंट की संख्या को बढ़ावा देने केलिए अद्वितीय नवाचारों के साथ आए हैं। प्रधानमंत्री ने समझायाकि रेलवे ने अपने कोचों के डिजाइन में इस तरह से बदलाव किया हैकि कार्गो आसानी से उसमें फिट हो सके, इसके लिए एक टन के कंटेनर भी खास तौरपर बनाए गए हैं, इन कंटेनरों को आसानी से लोड और अनलोड किया जाता है। उन्होंने कहाकि शुरुआती सफलता के बाद अब सूरत से काशी केलिए नई ट्रेन चलाने का प्रयास किया जा रहा है, यह ट्रेन सूरत से काशी तक माल ले जाएगी। प्रधानमंत्री ने डायमंडसिटी से ब्रिजसिटी और अब बदलकर जल्द ही इलेक्ट्रिक व्हीकल सिटी के रूपमें सूरत की पहचान कायम होने के बारे में भी बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों के आगमन पर जोर दिया और कहाकि सूरत जल्द ही इलेक्ट्रिक वाहनों केलिए भी जाना जाएगा। उन्होंने कहाकि अभीतक केंद्र सरकार देशभर में इलेक्ट्रिक वाहन चलाने में सरकारों की मदद कररही है और देशके अन्य शहरों की तुलना में सूरत इस मामले में एक कदम आगे है। सूरत शहर में 25 चार्जिंग स्टेशनों का उद्घाटन किया गया है और इतने ही स्टेशनों की आधारशिला रखी गई है, निकट भविष्य में सूरत में 500 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने कहाकि बीते 2 दशक से विकास के जिस पथपर सूरत चल पड़ा है, वो आनेवाले सालों में और तेज होने वाला है। उन्होंने कहाकि यही विकास आज डबल इंजन सरकार पर विश्वास के रूपमें झलकता है, जब विश्वास बढ़ता है, प्रयास बढ़ता है, सबके प्रयास से राष्ट्र के विकास की गति तेज होती है। इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, संसद सदस्य सीआर पाटिल और प्रभुभाई वासवम, केंद्रीय राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश, गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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