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'भारत में स्टार्ट-अप सफलता की वैश्विक चर्चा'

केंद्रीय राज्‍यमंत्री की न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों केसाथ बातचीत

'भारत और अमेरिका संबंध 21वीं सदी की निर्धारक साझेदारी'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 26 September 2022 11:38:29 AM

dr jitendra singh interaction with indian diaspora community

न्यूयॉर्क। भारत सरकार में केंद्रीय राज्‍यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने न्यूयॉर्क में प्रवासी भारतीयों से कहा हैकि यह भारतमें निवेश करने का सर्वश्रेष्‍ठ समय है, क्योंकि भारत तेजीसे वैश्विक निवेश गंतव्य बन रहा है। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि हम, भारत और दुनियाभर में भारत की स्वतंत्रता के 75 साल और एक जीवंत लोकतंत्र एवं एक गतिशील अर्थव्यवस्था के रूपमें इसकी असाधारण यात्रा का समारोह मना रहे हैं। उन्होंने भारतीय प्रवासियों से कहाकि वे एक नए भारत, एक ऐसा भारत, जो प्रगति और विकास के स्वर्णयुग अमृतकाल की ओर अग्रसर है की आकांक्षाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने एनआरआई (अनिवासी भारतीयों) और पीआईओ (भारतीय मूल के व्यक्तियों) को आने और भारतमें स्टार्ट-अप के बड़े बूम की खोज करने केलिए भी आमंत्रित किया, जिसकी सफलता वैश्विक चर्चा का विषय है। उन्होंने कहाकि 77,000 से अधिक स्टार्ट-अप और 105 यूनिकॉर्न केसाथ हमारे नवोन्मेषकों, इनक्यूबेटर और उद्यमियों ने अपने लिए एक पहचान बनाई है और यह आपको भारतमें उपलब्‍ध अवसरों पर गौर करने केलिए प्रेरित और प्रोत्साहित कर सकता है।
न्यूयॉर्क में उनके लिए आयोजित सामुदायिक स्वागत पर भारतीय प्रवासियों से बातचीत करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने बतायाकि इन आठ वर्ष में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुपालन आवश्यकताओं में कमी, पूर्वव्यापी कराधान हटाने, कंपनी कर दर संरचना का सरलीकरण, दिवाला और दिवालियापन संहिता जैसे व्‍यवसाय केंद्रित सुधारों की बदौलत व्‍यवसाय करने में सुगमता में भारत की रैंक 2014 में 142 से बढ़कर 2022 में 63 हो गई है जैसीकि विश्व बैंक की रिपोर्ट है। राज्‍यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह पिट्सबर्ग के पेनसिल्वेनिया में वैश्विक स्‍वच्‍छ ऊर्जा कार्रवाई फोरम-2022 में स्वच्छ ऊर्जा मंत्रिस्तरीय और मिशन इनोवेशन की संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक केबाद न्यूयॉर्क में भारतीय प्रवासियों से बातचीत कर रहे थे। डॉ जितेंद्र सिंह ने 21 से 23 सितंबर तक ऊर्जा शिखर सम्मेलन में ऊर्जा, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक उच्चस्तरीय संयुक्त भारतीय मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया, विभिन्न गोलमेज सम्मेलनों और संयुक्त मंत्रिस्तरीय बैठक में स्वच्छ ऊर्जा पहल एवं जलवायु कार्रवाइयों पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि देशमें 5जी, कृत्रिम आसूचना, ड्रोन, सेमीकंडक्टर्स, ब्लॉक चेन, हरित ऊर्जा और अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों पर पूरा फोकस है। डॉ जितेंद्र सिंह ने देशकी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का उल्लेख करते हुए कहाकि इसने हमारे विश्वविद्यालय से विश्वविद्यालय लिंक, संयुक्त शैक्षणिक कार्यक्रमों, क्रेडिट पोर्टेबिलिटी और अनुसंधान साझेदारी को बढ़ाने केलिए असंख्य मार्ग खोल दिए हैं। उन्होंने कहाकि भारत अब विदेशी विश्वविद्यालयों केलिए देशमें परिसर स्थापित करने केलिए तैयार है और उम्मीद हैकि अमेरिकी विश्वविद्यालय इन अवसरों का लाभ उठाएंगे। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि साझा मूल्यों वाले दो लोकतंत्रों के रूपमें ज्ञान का खुला आदान-प्रदान हमारी मजबूत साझेदारी की कुंजी है, संयुक्तराज्य अमेरिका में भारतीय छात्र इसके अभिन्न अंग हैं और इसी तरह दोनों पक्षों के विश्वविद्यालयों एवं शैक्षणिक संस्थानों केबीच हमारे संबंध हैं, अमेरिका में बड़ी संख्या में भारतीय शिक्षाविद् और शोधार्थी भी हैं।
राज्‍यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने बतायाकि भारतीय छात्र अमेरिका में दूसरे सबसे बड़े समूह हैं और जो बात उन्हें सबसे विशिष्‍ट बनाती है, वह यह हैकि उनमें से अधिकांश विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और गणित पाठ्यक्रमों में नामांकित हैं। उन्होंने कहाकि वे दोनों देशों केबीच ज्ञान, प्रौद्योगिकी, अनुसंधान और समृद्धि के प्रवाह में योगदान करते हैं और इस विशिष्ट क्षेत्र में प्रतिभा को निखारने का विशेष महत्व डिजिटल युग में ज्ञान अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और एक हरित ग्रह के निर्माण केलिए है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त कीकि आज फॉर्च्यून की 500 कंपनियों में से कई, चाहे वह गूगल और उसकी मूल कंपनी अल्फाबेट, माइक्रोसॉफ्ट, एडोब, आईबीएम, अल्फाबेट, ट्विटर, फेडएक्स, नेटएप और स्टारबक्स हों, का भारतीय या तो उनका नेतृत्व कर रहे हैं या वरिष्ठ प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि भारत-अमेरिका संबंध 21वीं सदी की निर्धारक साझेदारी के रूपमें उभरे हैं और सरकारी आंकड़ों के अनुसार वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान भारत से व्यापारिक निर्यात 417.81 बिलियन डॉलर के नए उच्चस्तर पर पहुंच गया, जो पिछले वित्तीय वर्ष में दर्ज 291.18 बिलियन डॉलर की तुलना में 43.18 प्रतिशत की वृद्धि प्रदर्शित करता है।
डॉ जितेंद्र सिंह ने कहाकि यह पहलीबार है, जब भारत ने व्यापारिक निर्यात में 400 बिलियन डॉलर का आंकड़ा पार करने का अपना महत्वाकांक्षी लक्ष्य हासिल किया है और यह प्रदर्शित करता हैकि भारत अब एक विश्वसनीय भागीदार के रूपमें उभर रहा है, क्योंकि वैश्विक कंपनियां अपनी आपूर्ति श्रृंखला में विविधता लाने और चीन पर अपनी निर्भरता कम करने की कोशिश कर रही हैं। उन्‍होंने कहाकि उन्हें यह जानकर भी प्रसन्‍नता हैकि न्यूयॉर्क शहर में सबसे बड़ी भारत दिवस परेड 21 अगस्त 2022 को फेडरेशन ऑफ इंडियन एसोसिएशन ने वाणिज्य दूतावास के सहयोग से आयोजित की थी। उन्होंने उनसे भारत की विविधता, कला, नवोन्‍मेषण, खेल की उपलब्धियों तथा औरभी बहुत कुछ का समारोह मनाने में हाथ मिलाने और एक राष्ट्रके रूपमें भारत के आगे बढ़ने में योगदान करने की अपील की है।

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