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मणिपुर के छात्रों ने देखें मध्य प्रदेश के समृद्ध स्थान

आजादी के अमृत महोत्सव-एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत भ्रमण पर आए

मध्य प्रदेश के छात्र भी मणिपुरी संस्कृति परंपरा नृत्य संगीत से अवगत हुए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 15 July 2022 04:52:45 PM

manipur students see the rich places of madhya pradesh

इंदौर/ इंफाल। मणिपुर के कॉलेज और स्कूल के 33 छात्रों ने आजादी के अमृत महोत्सव-एक भारत श्रेष्ठ भारत केतहत इंदौर और मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र के आसपास के स्थानों का भ्रमण किया। इनमें 33 छात्रों में से, 19 छात्र इंफाल के विभिन्न स्कूलों और 14 एमआईटी इंफाल से थे। छात्रों के साथ दो प्राध्‍यापक भी थे। छात्रों ने 26 जून से 2 जुलाई तक इंदौर, महेश्वर, मांडवगढ़ सहित मालवा क्षेत्र के विभिन्न स्थानों का दौरा किया। आईपीएस एकेडमी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड साइंस इंदौर मेजबान संस्थान थे। समूह में 18 महिला सदस्य थीं। गौरतलब हैकि मणिपुर और मध्य प्रदेश एक भारत श्रेष्ठ भारत योजना केतहत युग्‍म राज्य हैं।
मणिपुर के छात्रों ने पहले दिन इंदौर नगरनिगम के बायो सीएनजी प्लांट और खजराना गणेश मंदिर का दौरा किया, बायो सीएनजी प्लांट एशिया का सबसे बड़ा सीएनजी प्लांट है, जिसका उद्घाटन हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। छात्रों को बताया गयाकि इंदौर को लगातार पांचवींबार भारत का सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। छात्र संयंत्र में मशीनों और प्रक्रियाओं को देखकर प्रभावित हुए। उन्होंने 0 डिग्री देशांतर में डोंगला रोबोटिक वेधशाला और उज्जैन में महाकालेश्वर मंदिर का दौरा किया, विशेष अनुमति से छात्रों को वेधशाला के कई उपकरण प्रदर्शित किए गए। छात्रों ने इंदौर में लाल भाग प्‍लेस और रजवाड़ा का दौरा किया और खेलों में भाग लिया। छात्र समूह इंदौर से लगभग 100 किलोमीटर दूर महेश्वर में देवी अहिल्या किला गए, 16वीं शताब्दी का यह किला अपनी सुंदर वास्तुकला और नर्मदा नदी से शानदार नजारे केलिए प्रसिद्ध है।
छात्रों ने स्‍थानीय लोकप्रिय धागे से विश्व प्रसिद्ध माहेश्वरी रेशम की बुनाई भी देखी। वे ऐतिहासिक मांडव गढ़ गए, यह मध्य प्रदेश का एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। उन्होंने रानी रूपमती महल और बाज बहादुर महल और अन्य स्थानों को देखा। छात्रों ने समापन दिवस पर दोनों राज्यों की परंपराओं और संस्कृति को प्रदर्शित करते हुए संयुक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लिया। छात्रों ने इंदौर के विश्वप्रसिद्ध सराफा चौपाटी पर मेजबान राज्य के विभिन्न व्यंजनों का आनंद और स्वाद लिया। उन्होंने सराफा चौपाटी के प्रसिद्ध व्यंजनों का मजा लिया, चाहे वह जोशी दही वड़े में 'दही वड़ा' और 'भुट्टे का किस' हो या विजय चैट हाउस में 'खोपरा पैटीज' या 'जलेबी'। छात्र देर रात सराफा चौपाटी पर भारी भीड़ को देखकर मोहित हो गए। इस अवसर पर आईपीएस अकादमी के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विकसित खेल परिसर में विभिन्न खेलों का भी आयोजन किया गया।
छात्र ऐतिहासिक स्थानों, परंपराओं, संस्कृति और स्थानीय व्यंजनों से बहुत प्रभावित और शिक्षित हुए। छात्रों ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहाकि उन्होंने इंदौर में अपने सहपाठियों केसाथ कई दोस्त बनाए और मध्य प्रदेश की विरासत के बारेमें जाना। इसी प्रकार मध्य प्रदेश के छात्रों ने भी विभिन्न मणिपुरी परंपराओं, उनके लोक संगीत और नृत्यों के बारेमें जानकारी ली। दोनों ग्रुपों ने अपनी भोजन परंपराओं का आदान-प्रदान किया। मध्य प्रदेश के कई छात्रों ने मणिपुरी में कुछ अभिवादन शब्द सीखे। इस यात्रा को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद नई दिल्ली ने सुगम बनाया।

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