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पराक्रम दिवस के रूपमें मनाएंगे नेताजी की जयंती

नेताजी की 125वीं जयंती से देश में वर्षभर स्मरणोत्सव समारोह शुरु

प्रधानमंत्री 23 जनवरी को करेंगे स्मरणोत्सव समारोह का उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 20 January 2021 02:13:49 PM

will celebrate netaji's birth anniversary as a paraakram divas

नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने घोषणा कर दी है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर 23 जनवरी 2021 से देशभर में एक वर्ष तक चलने वाले समारोह की औपचारिक शुरुआत हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूपमें मनाने का फैसला लिया है और इस आशय की गजट अधिसूचना जारी कर दी गई है। उन्होंने नई दिल्ली में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में होने वाले इस समारोह के उद्घाटन की अध्यक्षता करेंगे। उन्होंने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गर्मजोशी के साथ मनाया जाएगा। प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि कार्यक्रमों को निर्धारित करने के लिए और पूरे वर्ष स्मृति समारोह की निगरानी करने और मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है, यह समिति दिल्ली, कोलकाता और भारत के साथ-साथ विदेशों में नेताजी और आजाद हिंद फौज से जुड़े हुए अन्य स्थानों पर स्मरणोत्सव गतिविधियों के लिए मार्गदर्शन प्रदान करेगी।
संस्कृति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि संस्कृति मंत्रालय ने स्मरणोत्सव के लिए कई गतिविधियों और परियोजनाएं प्रस्तावित की हैं, स्मरणोत्सव का उद्घाटन समारोह 23 जनवरी को कोलकाता में विक्टोरिया मेमोरियल में होगा, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री करेंगे, इस अवसर पर नेताजी के उपर एक स्थायी प्रदर्शनी और प्रोजेक्शन मैपिंग शो का उद्घाटन किया जाएगा। नेताजी की थीम पर आधारित 'अमरानुतनजूबोनेरीदूत' का भी आयोजन किया जाएगा। प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि इस दिन एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया जाएगा, इसी दिन कोलकाता के नेशनल लाइब्रेरी में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन 'री-विजिटिंग द लेगेसी ऑफ नेताजी सुभाष इन 21 सेंचुरी' और एक आर्टिस्ट कैंप का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय नेताजी की जन्मस्थली ओडिशा के कटक में कार्यक्रम का आयोजन करेगा, जिसमें केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल होंगे। गुजरात के हरिपुरा में भी एक कार्यक्रम होगा, जिसका नेताजी से प्रतीकात्मक जुड़ाव भी है।
पर्यटन मंत्रालय स्मरणोत्सव पर राष्ट्रीय स्तर के स्वदेशी खेलों का भी आयोजन करेगा, जिसमें कबड्डी टूर्नामेंट शामिल है, इनका आयोजन पिछले 37 वर्ष से मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में नेताजी की जयंती पर किया जाता आ रहा है। रक्षा मंत्रालय के बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी-2021 में नेताजी फुटबॉल टूर्नामेंट और मैराथन (खेल विभाग), पद यात्रा और साइकिल यात्रा (युवा मामले), देखो अपना देश के अंतर्गत वेबिनार, मणिपुर में नेताजी के जीवन और घटनाओं पर आधारित वेबिनार (पर्यटन मंत्रालय), आईएनए धुन 'कदम-कदम बढ़ाए जा' को शामिल किया जा रहा है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयर इंडिया के कुछ विमानों को नेताजी की तस्वीरों के साथ पेंट करने का प्रस्ताव दिया गया है, विशेष रूपसे अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के लिए उड़ान भरने वाली विमानों के लिए। रेल मंत्रालय ने नेताजी के नाम पर एक एक्सप्रेस ट्रेन का नाम देने का प्रस्ताव दिया है। शिक्षा मंत्रालय ने 5 भारतीय विश्वविद्यालयों में नेताजी के नाम पर 5 चेयर स्थापित करने, नेताजी की शिक्षाओं पर ऑनलाइन व्याख्यान और वेबिनार का आयोजन करने का प्रस्ताव दिया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लघु फिल्म 'भारत के लिए नेताजी के सपनों को कैसे पूरा करें' पर प्रतियोगिता कराएगा। दूरदर्शन और आकाशवाणी नेताजी के जीवन और समय पर पैनल चर्चा, वृत्तचित्र और अन्य कार्यक्रमों करेंगे।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के देश के लिए दिए गए अद्वितीय योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय कार्यांवयन समिति की 25 नवंबर 2020 को एक बैठक हुई थी, जिसमें नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गर्मजोशी के साथ मनाने का निर्णय लिया गया था। संस्कृति राज्यमंत्री ने 15 दिसबंर 2020 को एक बैठक बुलाई थी, जिसमें भारतीय राष्ट्रीय सेना के दिग्गजों सहित प्रतिष्ठित व्यक्तियों को इस स्मरणोत्सव के लिए आयोजित होने वाले कार्यक्रमों एवं गतिविधियों पर विचार-विमर्श करने के लिए आमंत्रित किया था। इस उद्देश्य के लिए 8 जनवरी 2021 को गजट अधिसूचना जारी की जा चुकी है। समिति के सदस्यों में विशिष्ट नागरिक, इतिहासकार, लेखक, विशेषज्ञ, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परिवार के सदस्यों के साथ-साथ आजाद हिंद फौज से जुड़े प्रतिष्ठित लोग शामिल हैं।

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