स्वतंत्र आवाज़
word map

हमले से दहशत में है आरटीआई कार्यकर्ता का परिवार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 03 April 2013 05:06:26 AM

देवरिया। सूचना का अधिकार व भारतीय युवा संसद के सक्रिय कार्यकर्ता सोनू यादव पर 6 दिसंबर की रात गांव सिधूवां में किए गए हमले के आरोपियों पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनपर कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए भारतीय युवा संसद ने आंदोलन की चेतावनी दी है, इस संबंध में डीजीपी और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी दिया जाएगा। सोनू यादव का पूरा परिवार दहशत में है और पुलिस उन्हें कोई सुरक्षा भी प्रदान नहीं कर रही है।
सूचना का अधिकार कार्यकर्ता सोनू यादव पुत्र भूटेली यादव ग्राम सिधूवां जिला देवरिया में सहकारी समिति से की जा रही खाद की काला बाजारी व जाति प्रमाण पत्रों में धांधली को सूचना के अधिकार के तहत प्रकाश में लाने के कारण काफी समय से स्थानीय दबंगों के निशाने पर थे। दबंगों के इशारे पर स्थानीय पुलिस व अराजक तत्वों से प्रताड़ित सोनू यादव स्थाई रूप से लखनऊ रह रहे थे। वे अपने घर ग्राम सिधवां में अपने परिवार वालों से मिलने गए थे, जिसकी सूचना स्थानीय दबंगों की लगी और छः दिसंबर की रात 12 बजे सोनू यादव की हत्या के इरादे से उनके घर पर बमों से हमला किया गया।
सोनू घर में अनुपस्थित होने के कारण वह बच गए, लेकिन उनकी 17 वर्षीय बहन संध्या यादव गंभीर रूप से घायल हो गई। पुलिस को हमले की सूचना देने के बावजूद दबंगों के दबाव में पुलिस चुपी साधे रही और गंभीर रूप से घायल संध्या यादव को जिला अस्पताल में बिना आकस्मिक चिकित्सा दिए मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर छुट्टी पा ली गई। भारतीय युवा संसद के संयोजक अमरेश यादव ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और पीड़ित परिवार को सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता की मांग करते हुए प्रदेश स्तर पर युवाओं को संगठित कर आंदोलन चलाने की घोषणा की है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]