स्वतंत्र आवाज़
word map

जनता 'इंटेलीजेंस' का प्रभावी स्रोत-मुख्यमंत्री

'पुलिस फोर्स को अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान करें आईपीएस'

मुख्यमंत्री की मीडिया से भी संवाद स्थापित करने की राय

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 21 December 2019 02:56:31 PM

indian police service probationary officers met chief minister

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 2018 बैच के उत्तर प्रदेश काडर के 15 परिवीक्षाधीन अधिकारियों को सलाह दी है कि वे जनता के साथ मधुर व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि जनता के साथ पुलिस का व्यवहार अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि पुलिस और जनता का आमना-सामना निरंतर होता रहता है। मुख्यमंत्री ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने उनसे कहा कि जनता से संवाद स्थापित करने की क्षमता अधिकारियों को सफल बनाती है, संवाद से बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना किया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता पुलिस के लिए एक बेहतरीन ‘इंटेलीजेंस’ का स्रोत है, जिसका लाभ तभी उठाया जा सकता है, जब पुलिस का जनता से मित्रवत व्यवहार हो। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार पुलिस अधिकारी मीडिया से भी संवाद स्थापित करें, जिससे जनता के सामने कानून व्यवस्‍था की सही जानकारी जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके सरकारी आवास पर उनसे भेंट करने आए प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को उनके सफल कैरियर के लिए अनेक प्रेरणाएं दीं। उन्होंने कहा कि अब उनका कैरियर शुरू हो रहा है, उन्हें 30-35 साल नौकरी करनी है, इसके लिए उन्हें अपनी कार्यप्रणाली और क्षमताओं पर ठीक से फोकस करना होगा। उन्होंने कहा कि नौकरी के प्रथम 5 वर्ष इन अधिकारियों के कैरियर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होंगे, जो उसकी दिशा तय करेंगे, इसलिए उन्हें अपनी सत्यनिष्ठा हर हाल में बनाए रखनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस की वर्दी पहनने के बाद उन्हें भारतीय संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारी भलीभांति निभानी होगी और पीड़ित लोगों के साथ न्याय करना होगा। मुख्यमंत्री ने उन्हें कानून को समझते हुए उसके सही अनुपालन की भी सलाह दी। उन्होंने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों के साथ संवाद स्थापित करने के अलावा अच्छा व्यवहार करने को भी कहा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था के प्रभावी क्रियांवयन में उनकी विशेष भूमिका होगी, इसलिए वे सजग रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करें और जनहित में शासन के आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों से कहा कि सावधानी, ईमानदारी और प्रतिबद्धता उन्हें चुनौतियों से निपटने में बहुत मदद करेगी, इनके माध्यम से आउटस्टैंडिंग ऑफिसर्स विपरीत परिस्थितियों में भी बेहतरीन काम करते हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि वे पुलिस फोर्स को प्रभावी और अनुकरणीय नेतृत्व प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि वे किसी भी चुनौती के दौरान भ्रम से हमेशा बचें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी पुलिस देश का सबसे बड़ा बल है, राज्य सरकार पुलिस के आधुनिकीकरण के अथक प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने ढाई वर्ष के दौरान 80 हजार पुलिसबल की भर्तियां की हैं, भर्ती किए गए पुलिस कर्मियों को उत्कृष्ट प्रशिक्षण दिया जा रहा है, क्योंकि प्रशिक्षण के बगैर प्रभावी पुलिसिंग सम्भव नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान की गई मेहनत आगे बहुत काम आती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने गृह विभाग के बजट में वृद्धि की है, पुलिसकर्मियों को आवासीय सुविधाएं और पुलिस फोर्स के लिए बुनियादी सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं, अनेक जनपदों में महिला एवं पुरुष बैरकों का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें मेस भी उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि थाने के स्टाफ के लिए भी आवासीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं, सात नए जनपदों में पुलिस लाइन की स्थापना की जा रही है, लखनऊ में प्रदेश पुलिस का अपना उच्चकोटि का पुलिस मुख्यालय स्थापित किया जा चुका है, उत्तर प्रदेश पुलिस ट्विटर हैंडल पर काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए वर्ष 2019 अत्यंत महत्वपूर्ण रहा, इस पूरे वर्ष वाराणसी में 15वें प्रवासी भारतीय दिवस, प्रयागराज कुम्भ-2019 सहित कई आयोजन सफलतापूर्वक हुए, जिनमें उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपनी सक्रिय भूमिका निभाई, इससे पुलिस के प्रति आमजनों का विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पुलिस में तकनीक का अच्छा इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने आगाह किया कि तकनीकी से जहां सुविधा होती है, वहीं दुविधा की स्थिति भी उत्पन्न होती है, सोशल मीडिया का प्रभावी अनुश्रवण आवश्यक है, अन्यथा इसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम सहित अपराधियों के आधुनिक तौर-तरीकों के प्रति भी जागरुक रहना होगा। उन्होंने मीडिया से संवाद स्थापित करने की भी सलाह दी। योगी आदित्यनाथ ने प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को जन सुनवाई को प्रभावी बनाने के लिए नियमानुसार प्रतिदिन जनता से मिलने को कहा। उन्होंने कहा कि जनता उनके लिए ‘इंटेलीजेंस’ का प्रभावी स्रोत है, इसके लिए जनता से लगातार संवाद स्थापित करना होगा, सभी अधिकारी अपनी छवि के प्रति अत्यंत सजग रहें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून व्यवस्था की स्थापना में पुलिस अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए जरूरी है कि अधिकारी तमाम विषयों, कानून और मुद्दों से भली-भांति परिचित हों, अपने दायित्वों का भली प्रकार निर्वहन करने के लिए उन्हें मेहनती और तेजी से फैसले लेने में सक्षम होना होगा, उन्हें मानवीय दृष्टिकोण रखते हुए बगैर किसी भेदभाव अथवा पक्षपात के काम करना होगा।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]