ब्रह्मांड के गूढ़ रहस्यों का पता लगाने के लिए अंतरिक्ष में गहराई तक झांकने के इरादे से हवाई द्वीप के मोनाकिया में तीस मीटर की विशालकाय दूरबीन लगाई जा रही है। इस अंतर्राष्ट्रीय परियोजना में दूरबीन से जुड़े उपकरणों के संबंध में भौतिक विज्ञान के 2020 के नोबेल सम्मान प्राप्त प्रोफेसर एंड्रिया घेज ने इस विषय पर भारतीय खगोलविदों...
केंद्रीय अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन अपनी सुविधाओं को निजी क्षेत्र के लिए खोलने को पूरी तरह तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अंतरिक्ष विभाग में हुए महत्वपूर्ण ऐतिहासिक सुधारों का जिक्र करते हुए डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि संभवत: स्वतंत्र भारत...
लद्दाख के ठंडे शुष्क रेगिस्तान में समुद्र तल से 4500 मीटर ऊपर दो दशकों से भारतीय खगोलीय वेधशाला (आईएओ) में 2 मीटर चौड़ाई वाला ऑप्टिकल इंफ्रारेड हिमालयन चंद्र टेलीस्कोप नक्षत्रीय धमाकों, धूमकेतू, छोटे तारों और एक्सो-प्लेनेट की खोज में रात के आसमान को बारीकी से देख रहा है। एक समर्पित उपग्रह संचार सम्पर्क का उपयोग करते...
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि जब दुनिया सैन्य वर्चस्व के लिए अंतरिक्ष का इस्तेमाल कर रही थी, तभी हमारे महान वैज्ञानिक डॉ विक्रम साराभाई ने सोच लिया था कि भारत अपने विशाल आकार और विविधता के कारण तेजी से अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी विकास के लिए एक उपयुक्त प्लेटफार्म है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद डॉ विक्रम साराभाई के...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘हाइपरसोनिक टेस्ट डिमॉंस्ट्रेशन व्हीकल’ की सफल उड़ान के लिए रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में लिखा है कि हाइपरसोनिक टेस्ट डिमॉंस्ट्रेशन व्हीकल की सफल उड़ान के लिए डीआरडीओ को बधाई! हमारे वैज्ञानिकों के विकसित स्क्रैमजेट इंजन ने उड़ान को...
भारतीय खगोलविदों ने अपने अंतरिक्ष मिशनों में ब्रह्मांड में सबसे दूर स्थित सितारों की आकाशगंगाओं में से एक अत्यधिक यूवी प्रकाश की खोज की है। केंद्रीय अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने यह जानकारी साझा करते हुए कहा है कि भारत के लिए यह बड़े गर्व की बात है कि भारत की पहली मल्टी-वेवलेंथ स्पेस ऑब्जर्वेटरी 'एस्ट्रोसैट'...
केंद्रीय परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष, पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, प्रधानमंत्री कार्यालय, जन शिकायत एवं पेंशन विभाग में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा है कि निजी क्षेत्र को अपनी क्षमता में सुधार के लिए इसरो की सुविधाओं और अन्य सम्बद्ध सम्पत्तियों का उपयोग करने की इजाजत दी जाएगी। राज्यमंत्री...
भारत के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट-30 का आज सुबह फ्रेंच गुयाना के स्पेसपोर्ट से सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया गया। निर्धारित कार्यक्रम के तहत भारत के जीसैट-30 और यूटेलसैट के यूटेलसैट कॉनेक्ट को फ्रेंच गुयाना के कूरौ लॉंच केंद्र से सुबह 2:35 बजे प्रक्षेपण वाहन एरियन 5 वीए-251 से छोड़ा गया, जो 38 मिनट 25 सेकेंड की उड़ान के बाद जीसैट-30...
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने विकसित क्विक रिएक्शन सरफेस टू एयर मिसाइल सिस्टम का कल सुबह 11:45 बजे ओडिशा तट के एकीकृत परीक्षण रेंज चांदीपुर से सफलतापूर्वक उड़ान परीक्षण किया। मिसाइल का तैनाती मोड में पूर्ण विन्यास के साथ मिशन के उद्देश्य को पूरा करते हुए हवा में लक्ष्य को भेदने के साथ उड़ान परीक्षण सफल रहा। इस कार्यक्रम...
भारत सरकार में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने जानकारी दी है कि भारत में 26 दिसंबर (5 पौष, शक संवत 1941) को वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। भारत में वलयाकार प्रावस्था प्रात: सूर्योदय के पश्चात देश के दक्षिणी भाग कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु के हिस्सों के संकीर्ण गलियारे में दिखाई देगी तथा देश के अन्य हिस्सों में यह आंशिक सूर्य ग्रहण के...
यद्यपि इसरो मुख्यालय के नियंत्रण केंद्र से चंद्रयान-2 मिशन का संपर्क टूट गया है और इससे हिंदुस्तान को थोड़ी निराशा हुई है तथापि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हमारी अंतरिक्ष पर यात्रा जारी रहेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चंद्रयान-2 मिशन की संभावित सफलता को देखने के लिए इसरो के मुख्यालय पर मौजूद थे। वे चंद्रयान-2...
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष डॉ के सिवन ने चंद्रयान-2 के चंद्रमा की कक्षा में पहुंच जाने पर बेंगलुरु में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया है कि भारत का दूसरा चंद्र मिशन चंद्रयान-2 ने चंद्रमा की निर्धारित कक्षा में प्रवेश कर लिया है। उन्होंने कहा कि चंद्रमा की कक्षा में पहुंचकर चंद्रयान-2 ने एक प्रमुख उपलब्धि...
भारत के भूसमकालिक उपग्रह प्रक्षेपण यान यानी जीएसएलवी एमकेIII-एम1 ने 3840 किलोग्राम भार वाले चंद्रयान-2 अंतरिक्षयान को पृथ्वी की एक कक्षा में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया। यह अंतरिक्षयान इस समय धरती के निकटतम बिंदु 169.7 किलोमीटर और धरती से दूरस्थ बिंदु 45,475 किलोमीटर पर रहते हुए पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहा है। यह उड़ान...
आंध्र प्रदेश के सतीश धवन सेंटर श्रीहरिकोटा से चंद्रयान-2 ने आज दोपहर दो बजकर 43 मिनट पर सफलतापूर्वक उड़ान भरी और प्रक्षेपण हो गया। अंतरिक्ष में भारत का यह एक और ऐतिहासिक कदम है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित संसद के दोनों सदनों, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, रक्षामंत्री राजनाथ सिह, गृहमंत्री...
केंद्रीय परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष विभाग में स्वतंत्र प्रभार राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष डॉ के सिवन के साथ इसरो के आगामी अंतरिक्ष मिशनों विशेषकर चंद्रयान-2 की प्रगति दिल्ली में मीडिया से साझा की। डॉ जितेंद्र सिंह ने वैज्ञानिक समुदाय की प्रतिबद्धता और कठोर परिश्रम की सराहना...