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एसएसबी का गौरवशाली इतिहास

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एसएसबी की 47वीं वर्षगांठ-ssb's 47th anniversary

लखनऊ। सशस्त्र सीमा बल 'एसएसबी' सीमान्त मुख्यालय लखनऊ सीमान्त ने बल की 47वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में सीमान्त मुख्यालय गोमती नगर में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर एसएसबी के उप महानिरीक्षक अविनाश चंद्र ने सम्पूर्ण सैन्य परम्परा के साथ आकर्षक सम्मान गार्ड की उपस्थिति में बल के ध्वज को सलामी दी। समारोह में उपस्थित अधिकारियों एवं जवानों को शुभकामनाएं देते हुए अविनाश चंद्र ने एसएसबी के गौरवशाली इतिहास का उल्लेख किया और कहा कि हमारा हर कार्य बल की प्रतिष्ठा से जुड़ा हुआ है इसलिए हमें अपने कार्य में शुचिता और पारदर्शिता लानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि अपने कृत्यों से आम जन के मध्य सुरक्षा का एहसास पैदाकर बल के प्रति सम्मान भाव अर्जित करना चाहिए। हमारा हर कृत्य ऐसा होना चाहिए कि बल का गौरव बढ़े, साथ ही उन्होंने जवानों के कल्याण के लिए किए गए कार्यों का विवरण दिया एवं उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी परेशानियों का निराकरण किया जाएगा। उन्होंने सभी जवानों को अपने ध्येय वाक्य सेवाएं सुरक्षा एवं बन्धुत्व के अनुरूप कार्य करने का संदेश दिया।

उप महानिरीक्षक ने जवानों को प्रेरणा और उत्साहप्रद संदेश देते हुए कहा कि एसएसबी का लक्ष्य है कि भारत, नेपाल सीमा रेखा पर बसे सीमावासियों के साथ रचनात्मक संवाद सुदृढ़ हो और सुरक्षा में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। समारोह में एसएसबी लखनऊ सीमान्त के पाइप बैण्ड समूह ने अपनी आकर्षक प्रस्तुति के साथ स्थापना दिवस को उत्साहपूर्ण बनाया। बल के स्थापना दिवस का मुख्य समारोह एसएसबी के मुख्यालय दिल्ली में आयोजित किया गया।

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