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राजस्थान में ऊन से मंडी शुल्क हटाएं

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Monday 18 March 2013 09:26:58 AM

बीकानेर। राजस्थान वूलन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन व जिला उद्योग संघ की एक संयुक्त बैठक जिला उद्योग संघ के परिसर में रखी गई। बैठक को संबोधित करते हुए राजस्थान वूलन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष कमल कल्ला ने राज्य सरकार से मांग की कि वूल पर मंडी टैक्स को समाप्त कर दिया जाए। कल्ला ने कहा कि मंडी टैक्स लगने से वूल इंडस्ट्री को काफी नुकसान हुआ है। कल्ला के अनुसार इससे राजस्थान में आयातीत वूल का ग्राफ घटने लगा है और आयातित वूल का ब्लेंड किए बिना धागा निर्माण संभव नहीं है और मंडी टैक्स के कारण यह धागा महंगा हो रहा है, जिससे खरीददार सिंथेटिक धागे खरीदने को मजबूर हैं।
मंडी टैक्स को दोहरी मार बताते हुए कल्ला ने कहा कि समय रहते यह टैक्स नहीं हटाया गया तो इस उद्योग से जुड़े व्यापारी, मजदूर, किसान सभी वर्गों को नुकसान होगा और इससे राज्य की आर्थिक स्थिति पर भी फर्क पड़ेगा। बैठक में अपने विचार रखते हुए जिला उद्योग संघ के डीपी पच्चीसिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय पहचान के इस उद्योग को सरकार को संरक्षण देना चाहिए और मंडी टैक्स को तुरंत प्रभाव से समाप्त करना चाहिए। पच्चीसिया ने कहा कि इसी प्रकार दाल पर भी 58{4} के तहत लिया जाने वाला मंडी टैक्स बीकानेर की फूड इंडस्ट्री की कमर तोड़ने वाला होगा, इस कारण इस पर भी पुर्नविचार करना चाहिए।
बैठक में द बीकानेर वूल मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष जगतनारायण कल्ला ने कहा कि भारत में हिमाचल व गुजराज सहित अन्य राज्यों की सरकारें ऊन उद्योग को प्रोत्साहित करती है, जबकि वहां आधारभूत निर्माण इकाईयां व प्रत्यक्ष रोज़गार नहीं है, वहीं राजस्थान सरकार मंडी टैक्स के माध्यम से इस उद्योग पर दोहरी मार कर रही है। कल्ला ने मांग की है कि अतिशीघ्र इस टैक्स को हटाया जाए। वूलन इंडस्ट्री एसोसिएशन के अशोक सुराणा ने कहा कि ऊन उद्योग का अब तक का विकास व्यापारियों की साहस क्षमता से ही संभव हुआ है और अब सरकारी सहायता की जरूरत है, इसलिए सरकार को मंडी टैक्स हटाकर सकारात्मक कदम उठाना चाहिए।
एसोसिएशन की ब्यावर, केकड़ी, सीकर के प्रभारियों ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ज्ञापन भेजकर मंडी टैक्स हटाने की मांग की है। ब्यावर के हरीश मूंधड़ा, संजय बिहाणी, बाबूलाल नाबेरा, केकड़ी के ब्रजेश पारिक, सीकर के गोविंद खंडेलवाल आदि प्रभारियों ने भी मुख्यमंत्री से मंडी टैक्स हटाने की मांग की है। बैठक में राजाराम सारड़ा, शिवरतन पुरोहित, संजय राठी, ऊन मंडी के पूर्व डायरेक्टर रामदयाल सहारण, नानूराम भोबिया, श्याम सुंदर चौधरी आदि ने भी संबोधित किया। एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष महेश कोठारी ने सभी आगंतुकों का आभार प्रकट किया। बैठक का संचालन जय सेठिया ने किया।

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