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मेघालय में स्वदेश दर्शन योजना का उद्घाटन

सरकार की घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन विकास की पहल

पर्यटकों के लिए बेहतर अनुभव और सुविधाएं-के संगमा

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 10 January 2019 01:22:36 PM

inauguration of swadesh darshan scheme in meghalaya

शिलांग। मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड के संगमा ने भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय की स्वदेश दर्शन योजना के तहत 'पूर्वोत्तर सर्किट का विकास: उमियम (झील दृश्य)-यू लुम सोहपेटबिनेंग-माउदिआंगडियांग-आर्किड लेक रिज़ॉर्ट' परियोजना का उद्घाटन किया। स्वदेश दर्शन योजना पर्यटन मंत्रालय की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है। यह योजना एक सुयोजित और प्राथमिकता वाले तरीके से विषयक सर्किटों के विकास के लिए शुरू की गई है। योजना के तहत सरकार एक ओर पर्यटकों को बेहतर अनुभव और सुविधाएं उपलब्ध कराने एवं दूसरी ओर आर्थिक प्रगति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से देश में गुणवत्तायुक्त बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित कर रही है। यह योजना 2014-15 में शुरू की गई थी और अबतक मंत्रालय ने 30 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 5932.05 करोड़ रुपये लागत की 74 परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें से 30 परियोजनाओं के इस वर्ष तक पूरे होने की उम्मीद है।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने जुलाई 2016 में 99.13 करोड़ रुपये की लागत वाली इस परियोजना को मंजूरी दी थी, जिसके तहत यहां पारंपरिक हीलिंग केंद्र, जनजातीय कायाकल्प केंद्र, पर्यटक सूचना केंद्र, बहुउद्देशीय हॉल, लॉग हट्स, कैफेटेरिया, साउंड एंड लाइट शो, स्मारिका दुकानें, वाटर स्पोर्ट्स जोन, जिपलाइन, कैनोपी वॉक, ट्रेकिंग रूट, साइकिलिंग ट्रैक, अंतिम मील तक जुड़ाव, कारवां पार्किंग, सार्वजनिक शौचालय और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन जैसी सुविधाएं विकसित की गई हैं। पूर्वोत्तर क्षेत्र का विकास पर्यटन मंत्रालय का मुख्य ध्यानकेंद्रित क्षेत्र है। मंत्रालय ने इस क्षेत्र में घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन के विकास के लिए अनेक पहल की हैं। इस क्षेत्र में पर्यटन के विकास में जो मुख्य चुनौतियां हैं, उनमें गुणवत्तायुक्त बुनियादी ढांचा सेवाएं और इस क्षेत्र के पर्यटन उत्पादों के बारे में जागरुकता की कमी शामिल है। मंत्रालय ने स्वदेश दर्शन और प्रसाद जैसी प्रमुख योजनाओं के तहत इस क्षेत्र में पर्यटन बुनियादी ढांचे को बहुत महत्व दिया है और अपनी इन्हीं योजनाओं के तहत सभी पूर्वोत्तर राज्यों को शामिल करके 1349.04 करोड़ रुपये की 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी है।
पर्यटन मंत्रालय अन्य मंत्रालयों जैसे संस्कृति, पूर्वोत्तर विकास, सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा नागर विमानन मंत्रालयों के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन के विकास के लिए सक्रिय रूपसे कार्य कर रहा है। मंत्रालय इस क्षेत्र की विविधताओं, पर्यटन उत्पाद और समृद्ध संस्कृति पर विशेष जोर देते हुए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में विशेष प्रोत्साहन कार्यक्रम चला रहा है। मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन और आतिथ्य सत्कार क्षेत्र में कुशल कर्मचारियों को उपलब्ध कराने के लिए होटल प्रबंधन और फूड क्रॉफ्ट संस्थान भी स्थापित किए हैं। पर्यटन मंत्रालय के प्रयासों से कुछ वर्ष के दौरान इस क्षेत्र में विदेशी पर्यटकों के आगमन में बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2016 की तुलना में 22.8 प्रतिशत की दोहरे अंकों वाली प्रभावशाली बढ़ोतरी देखी गई है। पर्यटकों की बढ़ती हुई संख्या ने इस क्षेत्र के स्थानीय लोगों के लिए रोज़गार के अधिक और बेहतर अवसर जुटाए हैं। उद्घाटन अवसर पर उमियम में मेघालय के पर्यटन मंत्री मेटबाह लिंगदोह, पर्यटन सचिव योगेंद्र त्रिपाठी और मेघालय पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के अध्यक्ष सम्बोर शुल्लाई भी उपस्थित थे।

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