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उत्तराखंड से पलायन रुकना जरूरी-योगी

लखनऊ में 'उत्तराखंड महोत्सव-2018' का उद्घाटन

बहुगुणा एवं तिवारी का श्रद्धांजलिपूर्वक स्मरण किया

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Saturday 17 November 2018 02:02:37 PM

inauguration of 'uttarakhand festival -2018' in lucknow

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोमतीतट लखनऊ पर ‘उत्तराखंड महोत्सव-2018’ का उद्घाटन किया। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे जानेमाने नेता हेमवती नंदन बहुगुणा की प्रतिमा लखनऊ में स्थापित किए जाने की घोषणा की। योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर भारत की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक एवं गौरवशाली परंपरा और विरासत से जुड़ने की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा है कि अतीत से कटा हुआ व्यक्ति त्रिशंकु की तरह होता है और उसका कोई अनुकरणीय लक्ष्य भी नहीं होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सांस्कृतिक विरासत और परंपरा के माध्यम से आज भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की विरासत को संजोने-संवारने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार हर सम्भव सहयोग करेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेमवती नंदन बहुगुणा तथा नारायण दत्त तिवारी को श्रद्धांजलिपूर्वक स्मरण किया। उन्होंने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा ने शासनकर्ता के रूप में कुशल नेतृत्व दिया, विकास की नई-नई योजनाएं संचालित कीं, संचार के क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात किया, आज उनकी स्मृति में अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने नारायण दत्त तिवारी का स्मरण करते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री के रूपमें उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विकास के लिए अनेक उल्लेखनीय कार्य किए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महोत्सव विरासत, संस्कृति और अतीत से जुड़ने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति, विरासत और आध्यात्मिकता को सहेजना और संवारना सभी का दायित्व होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड से पलायन को रोके जाने पर विचार करना बहुत जरूरी है।
उत्तराखंड महोत्सव में भारत के सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत और अभिनंदन करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में भारतीय सेना मनोबल के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है। जनरल बिपिन रावत ने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव के आयोजन से उत्तराखंड की परम्परा, कला, संस्कृति और विरासत से लोग जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की भूमि देवभूमि होने के साथ-साथ वीरभूमि के नाम से भी प्रसिद्ध है, उत्तराखंड के लोग देश की एकता, अखंडता और परम्परा के प्रतीक माने जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुमाऊं और गढ़वाल रेजीमेंट के साथ-साथ यह लोग अन्य जगहों पर रहकर भी उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश की पर्यटन मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव हमें अपनी विरासत और संस्कृति की ओर ले जाता है। उत्तराखंड महापरिषद के अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट ने अतिथियों का स्वागत और अभिनंदन किया। उत्तराखंड महापरिषद के महासचिव हरीश चन्द्र पंत ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री ने ‘शिव-वंदना’ की प्रस्तुति का भी अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेमवती नंदन बहुगुणा के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्यों में योगदान करने वाले लेफ्टिनेंट जनरल (अवकाश प्राप्त) मोहन भंडारी, चंद्रशेखर नौटियाल, प्रोफेसर हेमचंद्र, प्रोफेसर कमान सिंह तथा हेमा सनवाल को ‘उत्तराखंड गौरव-सम्मान’ से सम्मानित किया गया। जनरल बिपिन रावत ने कारगिल युद्ध के शहीद हरि सिंह, कैप्टन चंचल सिंह और ज्ञान सिंह रावत के परिजनों को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री को प्रतीक व स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। हेमवती नंदन बहुगुणा के जीवन पर आधारित एक वृत्तचित्र का प्रदर्शन किया गया तथा उनसे सम्बंधित सीडी का विमोचन किया गया। ‘उत्तराखंड दर्पण’ पत्रिका का भी महोत्सव में विमोचन किया गया। इस अवसर पर प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन, जनप्रतिनिधि, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, उत्तराखंड महापरिषद के पदाधिकारी, बड़ी संख्या में लोक कलाकार और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

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