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'भगवान बुद्ध के शांति संदेश सदैव प्रासंगिक'

दिल्‍ली में बौधि पर्व: बौद्ध विरासत के समृद्ध उत्‍सव

संस्‍कृति राज्‍यमंत्री महेश शर्मा ने किया उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Saturday 9 December 2017 04:19:20 AM

lord buddha

नई दिल्‍ली। केंद्रीय संस्‍कृति राज्‍यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने भगवान बुद्ध के शांति और सद्भाव के संदेश को हमेशा के लिए प्रासंगिक बताते हुए कहा है कि इन संदेशों ने विभिन्‍न देशों को एक सूत्र में पिरोया है। उन्होंने नई दिल्‍ली में बौधि पर्व: बौद्ध विरासत के समृद्ध उत्‍सव का उद्घाटन किया। उन्‍होंने कहा कि ढाई सहस्राब्दी पहले दिए गए महात्‍मा बुद्ध के संदेश आज भी प्रासंगिक हैं और यह विभिन्‍न देशों के बीच एक कड़ी के रूपमें विद्यमान हैं। उन्‍होंने कहा कि शांति, समग्रता और प्रेम व स्‍नेह के नैतिक मूल्‍य हमारे समाज में विद्यमान हैं और इन पर महात्‍मा बुद्ध और बौद्ध धर्म की शिक्षाओं का प्रभाव है।
संस्‍कृति राज्‍यमंत्री डॉ महेश शर्मा ने कहा कि बौधि पर्व के अंतर्गत बौद्ध विरासत की घनिष्‍ठ परंपरा दर्शाई गई है इस दौरान भारतीय और अंतर्राष्‍ट्रीय बौद्ध कलाओं और वास्‍तु की प्रदर्शनी, विशिष्‍ट शिक्षाविदों और बौद्ध धर्म के अनुयायी के बीच संवाद, बौद्ध संयासियों द्वारा बौद्धधर्म के संदेशों का पाठ और चिंतन, बौद्धधर्म पर फिल्‍मों का प्रदर्शन, नृत्‍य एवं संगीत, प्रश्‍नोत्‍तरी प्रतियोगिताएं एवं खानपान के स्‍टॉल भी लगाए गए हैं, इससे बिमस्‍टेक देशों की समृद्ध और समान परपंरा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्‍होंने कहा कि इस क्षेत्रीय संगठन में बंगाल की खाड़ी के आसपास के सात सदस्‍य देश शामिल हैं, जो एकता के बंधन में बंधे हैं। उन्होंने कहा कि बिमस्‍टेक देशों ने इस क्षेत्र के विकास में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है, पूरे विश्‍व की आबादी के पांचवे हिस्‍से के बराबर इन देशों की संयुक्‍त रूपसे जीडीपी 2 दशमलव 8 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के बराबर है।
डॉ महेश शर्मा ने कहा कि अक्‍तूबर 2016 में गोवा में इन देशों के नेताओं के सम्‍मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाने से इस दिशा को और अधिक गति हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि सदस्‍य देशों के बीच संपर्क, व्‍यापार, लोगों के बीच आपसी संपर्क और संसाधनों के अधिकाधिक इस्‍तेमाल पर सहमति बनी है और इसपर तेजी से कार्यांवयन हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारत बिमस्‍टेक को अपनी विदेश नीति की प्राथमिकताओं नेबरहुड फस्‍ट और एक्‍ट ईस्‍ट की पूर्णता के लिए एक नैसग्रिक प्‍लेटफॉर्म के रूपमें देख रहा है। उन्‍होंने बताया कि सुरक्षा, यातायात एवं संचार, पर्यावरण एवं आपदा प्रबंधन, पर्यटन, पारंपरिक औषधियों एवं लोगों के बीच आपसी संपर्क के विभिन्‍न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि ‘बौधि पर्व’ जैसे उत्‍सवों से बांड बिमस्‍टेक के संवर्द्धन में बहुत मदद मिलेगी।
बौधि पर्व के उद्घाटन समारोह में नेपाल के संस्‍कृति, पर्यटन एवं नागरिक विमानन मंत्री जितेंद्र नारायण देव, विदेश मंत्रालय की सचिव प्रीति शरण, बांग्लादेश के संस्‍कृति मंत्रालय के सचिव इब्राहिम हुसैन खान, बिमस्‍टेक सदस्‍य देशों के मिशनों के प्रमुख तथा भारत एवं अन्‍य बिमस्‍टेक सदस्‍य देशों के कलाकार एवं विद्वान भी शामिल हुए। बिमस्‍टेक की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर विभिन्‍न समारोहों के एक भाग के रूपमें 8 से 10 दिसंबर तक बौधि पर्व बौध विरासत के समृद्ध उत्‍सव का आयोजन किया गया है।

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