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छत्तीसगढ़ में मारुति सिखाएगी ड्राइविंग

मारुति ने दी 11 लाख व्यावसायिक ड्राइवरों को ट्रेनिंग

छत्तीसगढ़ सरकार व मारुति सुजुकी में करार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 20 May 2016 06:16:23 AM

agreement between chhattisgarh government and maruti suzuki

रायपुर। भारत की प्रमुख पैसेंजर कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग एंड ट्रैफिक रिसर्च की स्थापना के उद्देश्य से राज्य के परिवहन विभाग के सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। सहमति पत्र पर छत्तीसगढ़ सरकार में अतिरिक्त परिवहन आयुक्त एवं संयुक्त सचिव ओपी पाल और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एसोसिएट वाइस प्रेज़िडेंट ड्राइविंग ट्रेनिंग महेश राजोरिया ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ सरकार में परिवहन मंत्री राजेश मुनत और कई गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के एसोसिएट वाइस प्रेज़िडेंट ड्राइविंग ट्रेनिंग महेश राजोरिया ने नए आईडीटीआर के बारे में कहा कि सड़क सुरक्षा कंपनी के सामाजिक कार्यों का यह एक अभिन्न हिस्सा है, कार निर्माता होने के नाते हम सड़क सुरक्षा को लेकर लोगों को सतर्क कर उन्हें सुरक्षित ड्राइविंग करने को एक आदत में बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि इस काम के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने मारुति सुजुकी को चुना है, हमें विश्वास है कि छत्तीसगढ़ के लोग इस सुविधा का पूरा लाभ लेंगे। सहमति करार के तहत छत्तीसगढ़ सरकार प्रोजेक्ट को जमीन, बिल्डिंग इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराएगी। मारुति सुजुकी संस्थान का संपूर्ण मैनेजमेंट करेगी और साथ ही ट्रेनिंग के इक्वीपमेंट वाहन और सिमलेटर एवं कुशल ट्रेनर भी उपलब्ध कराएगी।
महेश राजोरिया ने कहा कि आईडीटीआर का मुख्य उद्देश्य सड़क उपयोग करने वालों को जागरूक, शिक्षित और प्रशिक्षित कर छत्तीसगढ़ में सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा‌ कि मारुति सुजुकी भारी वाहनों, व्यावसायिक वाहनों और खतरनाक माल परिहवन वाहनों के चालकों के लिए 'रिफ्रेशर' का भी आयोजन करेगी, जिसका शुल्क न्यूनतम रहेगा। मारुति सुजुकी बच्चों के लिए भी सड़क सुरक्षा अभियान चलाएगी। उन्होंने कहा‌ कि कंपनी को सुरक्षित ड्राइविंग का प्रशिक्षण देने में 16 वर्ष से अधिक का अनुभव है। उन्होंने बताया‌ कि ड्राइविंग ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत लोगों को बात-व्यवहार सही रखने, ड्राइविंग में सुरक्षा का ध्यान रखने, यातायात के नियमों और नियंत्रणों की जानकारी, आपातकालीन स्थिति से निपटने, ईंधन संरक्षण, प्रदूषण की जानकारी के साथ-साथ शराब की लत, एड्स, टीबी जैसी सामाजिक समस्याओं के बारे में भी सतर्क किया जाता है।
मारुति सुजुकी ने सुरक्षित ड्राइविंग को बढ़ावा देने की पहल सन 2000 में की थी, जब दिल्ली सरकार के सहयोग से इसने पहले इंस्टीट्यूट ऑफ ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च की स्थापना की। आईडीटीआर की स्थापना सार्वजनिक-निजी साझेदारी से की गई। पहले आईडीटीआर की सफलता को देखते हुए कई राज्य सरकारों ने उनके राज्य में आईडीटीआर की स्थापना का प्रस्ताव दिया। मारुति सुजुकी की देखरेख में 6 आईडीटीआर कार्यरत हैं-दिल्ली, हरियाणा, उत्तराखंड और गुजरात। अब तक कंपनी इसके संस्थानों में व्यावसायिक वाहनों के 11 लाख से अधिक ड्राइवरों को ट्रेनिंग दे चुकी है।

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