स्वतंत्र आवाज़
word map

जनता के और करीब आए पुलिस-प्रधानमंत्री

'भारतीय पुलिस में है समर्पण और पेशेवर योग्यता'

कच्छ में पुलिस महानिदेशकों का सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 21 December 2015 04:52:02 AM

pm narendra modi

अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'बार' में श्यामजी कृष्ण वर्मा की मरणोपरांत बहाली का प्रमाण-पत्र गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को सौंपा। यह बहाली लंदन की ऑनरेबल सोसाइटी ऑफ द इनर टेंपल ने प्रदान की है। प्रधानमंत्री को यह प्रमाण-पत्र पिछले महीने उनकी लंदन यात्रा के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून की उपस्‍थि‍ति में प्रदान किया गया था। बहाली समारोह गुजरात के भुज में आयोजित किया गया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि श्यामजी कृष्ण वर्मा विद्वान व्यक्ति थे, काशी में उनकी असाधारण कद्र थी और उन्‍होंने लंदन में भारत की आजादी के मुद्दे को बड़ी सक्रियता के साथ उठाया था।
प्रधानमंत्री ने कच्छ के धोरदो में पुलिस महानिदेशकों के सम्मेलन में भाग लिया, जो हमेशा दिल्ली में आयोजित होता था। उन्‍होंने पिछले साल इसका आयोजन राजधानी से बाहर करने की पहल की थी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर अत्‍यंत खुशी जताई कि कच्छ के रण में आयोजित किए जाने वाला ‘रणोत्‍सव’ त्योहार पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हो गया है और अब तो इसने विश्व पर्यटन नक्शे में भी अपनी विशि‍ष्‍ट‍ जगह बना ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुलिस महानिदेशकों के तीन दिवसीय सम्मेलन के लिए कच्छ के रण स्थित ‘टेंट सिटी’ धोरदो पहुंचे। सम्मेलन का दूसरी बार दिल्ली के बाहर आयोजन हो रहा है, पिछले साल यह सम्मेलन गुवाहाटी में हुआ था। सम्मेलन को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने एक वेबसाइट 'इंडियन पुलिस इन सर्विस ऑफ द नेशन' लांच की। इसके बाद प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और प्रतिनिधियों के साथ व्हाइट रण गए, जो टेंट सिटी से कुछ दूरी पर स्थित है। उन्होंने बीएसएफ का आयोजित ऊंट शो प्रदर्शन भी देखा। उन्होंने व्हाइट रण में सूर्यास्त देखा और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया।
नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन के दौरान हुए विचार विमर्शों की गहराई और गुणवत्ता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह पुलिस बल के समर्पण और उसकी पेशेवर योग्यता का संकेत है। उन्होंने सम्मेलन से आईं सिफारिशों को कार्यान्वित करने के लिए एक स्पष्ट प्रारूप बनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि संपूर्ण देश से आए वरिष्ठ और कनिष्ठ दोनों अधिकारियों के विचार विमर्शों में सहयोग शामिल था, जिससे एक मजबूत आधार तैयार हुआ, जो एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि संवेदनशीलता पुलिस विभाग का एक महत्वपूर्ण घटक होना चाहिए और एक लचीला संस्थागत ढांचा तैयार किया जाना चाहिए, जिसके माध्यम से पुलिस बल में नागरिकों के लिए संवेदनशीलता को प्रोत्साहन देने में मदद मिले। उन्होंने कहा कि पुलिस बलों को स्थानीय समुदायों के साथ संपर्क स्थापित करने चाहिए और ऐसा करने का एक तरीका समुदाय के लोगों की सफलताओं और उपलब्धियों को मनाने में उनका साथ देना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब लोग अपनी उपलब्धियों को मनाने के लिए पुलिस स्टेशन जाएंगे तो उनके मन में पुलिस अधिकारियों के कार्य के प्रति सम्मान और एक व्यापक समझ पैदा होगी। उन्होंने कहा कि समुदाय के लोगों की पहचान पुलिस स्टेशनों से होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने साइबर सुरक्षा, डिजिटल प्रौद्योगिकी और सामाजिक मीडिया जैसे विषयों का उल्लेख करते हुए कहा कि पुलिस अधिकारियों को अपने कार्य में उभरती हुई प्रौद्योगिकियों का प्रभावी रूप से उपयोग करना चाहिए। उन्होंने अंतर्राज्यीय सीमावर्ती पड़ोसी जिलों के पुलिस बलों के बीच वार्तालाप और व्यापक सहयोग का भी आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने पर्यटन पुलिस, आपदा प्रबंधन और पुलिस प्रशिक्षण जैसे विषयों पर भी अपने विचार प्रकट किए। नरेंद्र मोदी ने पुलिस अधिकारियों की समर्पण और निःस्वार्थ सेवा के साथ-साथ कर्तव्यों के प्रति प्रतिबद्धता की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भावनाएं राष्ट्र की सुरक्षा का मूलभूत अंग हैं। उन्होंने आईबी के अधिकारियों को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक भी प्रदान किए। सम्मेलन में आए प्रतिभागियों ने पुलिस विश्वविद्यालयों और फॉरेंसिक साइंस विश्वविद्यालय के विषय पर भी चर्चा की। गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू और हरिभाई पार्थीभाई चौधरी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]