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नया मीडिया और पत्रिका उद्योग चमका

दिल्‍ली में हुई आठवीं भारतीय पत्रिका कांग्रेस

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Tuesday 25 February 2014 02:27:21 PM

manish tiwari

नई दिल्‍ली। सूचना और प्रसारण राज्‍यमंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) मनीष तिवारी ने पत्रिका उद्योग को डिजिटल और नई मीडिया के क्षेत्र में विषय-संबंधी सूचना के विश्लेषणात्मक और प्रमाणिक स्रोत से युक्‍त सुदृढ़ भूमिका निभाने के लिए कहा है। मनीष तिवारी ने ’नवीनीकरण द्वारा जीत’ विषय को लेकर आयोजित आठवीं भारतीय पत्रिका कांग्रेस के उद्घाटन भाषण कहा कि पाठकों की दिनचर्या में बदलाव के लिए अस्थाई समाधान के साधन की बजाए स्थाई साधन के रूप में नवीनीकरण की आवश्यकता है। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान में बहुत से जाने-माने प्रकाशकों ने डिजीटल तकनीक को अपना लिया है और अब इस बात की आवश्यकता है कि मान्य नियमों के प्रबंधन से विश्वभर में फैले इंटरनेट से इसे सशक्त किया जाए।
नया मीडिया क्षेत्र में प्रमाणित और समृद्ध विषय वस्तु सुनिश्चित करने के लिए मानक संपादन डिजिटल संसार के लिए आवश्यक बताते हुए सूचना और प्रसारण राज्‍यमंत्री का कहना था कि विभिन्‍न मीडिया धाराओं में तात्‍कालिक सूचना प्रवाह के साथ खुद को संभाले रखना पत्रिका उद्योग के सामने चुनौती है। पत्रिका उद्योग के प्रचालन विषय पर बोलते हुए मनीष तिवारी ने कहा कि उद्योग की भविष्‍य की कार्यकरण पद्धति पत्र मीडिया के हिस्‍सेदारों के लिए आवश्‍यक वृहद आर्थिक वातावरण निश्चित करने की दिशा में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाएगी, यह तभी संभव होगा, जब यह उद्योग अपनी कार्यक्षमता के उच्‍च लक्ष्‍य को प्राप्‍त करने हेतु अपने पाठकों से संबंध स्‍थापित करने के लिए उन्‍हें उच्‍च गुणवत्‍ता वाली पठन सामग्री उपलब्‍ध कराए। पत्रिका उद्योग को अपना लाभ बढ़ाने के लिए लागत नियंत्रण के उपाए अपनाने पर ध्‍यान केंद्रित करना चाहिए और साथ ही योजना, बजट, ग्राहक संबंध प्रबंधन, रणनीतिक जानकारी आदि क्षेत्रों की तकनी‍कों को भी अपनाना चाहिए।
पत्र मीडिया की प्रवृत्तियों के विषय पर उन्‍होंने कहा कि क्षेत्रीय और स्‍थानीय भाषाओं वाली पत्रिकाओं का बाज़ार लगातार तरक्‍की कर रहा है, जो कि कुछेक क्षेत्रों में अखबारों और पत्रिकाओं की संख्‍या बढ़ाने और इस क्षेत्र में हिस्‍सेदारी बढ़ाने की इच्‍छा रखने वालों के लिए एक मंच उपलब्‍ध कराने एवं पढ़ाई-लिखाई के स्‍तर को ऊंचा उठाने दृष्टि से लाभदायक है। उन्‍होंने यह भी कहा कि पत्र उद्योग की मूल विशेषताएं हैं-वृहद पहुंच, स्‍थानीय लाभ, विश्‍वास स्‍थापित करने और लंबे समय तक तार-तम्‍य की क्षमता। इनसे भारतीय विज्ञापनदाताओं के लिए अति महत्‍वपूर्ण मंच के रूप में अपना स्‍थान बनाने के लिए उम्‍मीद है कि पत्र उद्योग अपनी तरक्‍की सुनिश्चित करने के लिए एक आधार के रूप में भूमिका निभाएगा। राज्‍यमंत्री ने यह भी कहा कि वैश्विक प्रवृत्तियों की तुलना में भारतीय पत्र उद्योग विज्ञापन और राजस्‍व प्रसार के क्षेत्र में सतत् प्रगति कर रहा है। इंटरनेट का प्रयोग बड़े पैमाने पर तेज़ी से बढ़ रहा है वर्तमान स्‍थानीय भाषाओं और अंग्रेजी पत्रिका उद्योग को यहां तक पहुंचने में 60 सालों से ज्‍यादा का समय लगा है और उसमें अभी भी बढ़ोत्‍तरी की क्षमता है।

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