स्वतंत्र आवाज़
word map

मुद्रास्‍फीति से जुड़े प्रमाण पत्र जारी होंगे

विश्‍व मितव्‍ययिता दिवस पर राष्‍ट्रीय कार्यशाला

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 31 October 2013 09:37:44 AM

world thrift day

नई दिल्‍ली। राष्‍ट्रीय बचत संस्‍थान ने संयुक्‍त राष्‍ट्र विकास कार्यक्रम के साथ मिलकर कल एक राष्‍ट्रीय स्‍तर की कार्यशाला का आयोजन किया। स्‍वैच्छिक बचत से संबंधित इस कार्यशाला का उद्देश्‍य स्‍वयं सहायता समूहों तथा अन्‍य समूहों को राष्‍ट्रीय बचत योजना से जोड़ना है। कार्यशाला का आयोजन विश्‍व मितव्‍ययिता दिवस का पालन करने के उद्देश्‍य से किया गया। संयुक्‍त राष्‍ट्र विकास कार्यक्रम की वरिष्‍ठ अधिकारी एलीक्‍सैंड्रा सोलोवीव ने प्रतिभागियों का स्‍वागत करते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय बचत योजना की शुरू की गई ई-चर्चा में उठाए गए मुद्दों का हल इस कार्यशाला में ढूंढा जा सकता है। भारत सरकार के वित्‍त मंत्रालय में संयुक्‍त सचिव (बजट) डॉ रजत भार्गव ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि राष्‍ट्रीय बचत योजना स्‍वयंसेवी समूहों के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
उन्‍होंने शहरों में रहने वाले गरीब तबकों तथा हाशिए पर रह रहे अन्‍य तबकों के लिए आर्थिक समझ को बढ़ावा देने के उद्देश्‍य से कार्यक्रमों के आयोजन पर बल दिया और राष्‍ट्रीय बचत संस्‍थान से यह भी आग्रह किया कि वह अपनी वेबसाइट को ऐसा बनाएं कि आम लोग उससे लाभ उठा सकें, प्रादेशिक भाषाओं में भी लोग बचत की सुविधाओं के बारे में जानकारी ले सकें। उन्‍होंने जानकारी दी कि भारत सरकार मुद्रास्‍फीति से जुड़ा प्रमाण पत्र जारी करेगी, जिससे मुद्रास्‍फीति के असर को कम किया जा सके। उन्‍होंने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इन बातों पर सोच-विचार करें तथा हैंड-टच तरीके से चलने वाले कम्‍प्‍यूटर के माध्‍यम से बचत योजनाओं की सेवाओं को हाशिए पर रहने वाले लोगों तक कैसे पहुंचाया जा सके।
राष्‍ट्रीय बचत संस्‍थान के कार्यकारी निदेशक एके चौहान ने विश्‍व मितव्‍ययिता दिवस के महत्‍व की चर्चा की। उन्‍होंने प्रतिभागियों को बताया कि कार्यशाला के दौरान स्‍वयं सहायता समूहों तथा अन्‍य समूहों को राष्‍ट्रीय बचत योजनाओं के साथ जोड़ने की रणनीति तय की जाएगी। बातचीत के अंत में एक पत्र तैयार करके सरकार को सौंपा जाएगा। विश्‍व मितव्‍ययिता दिवस के अवसर पर भारत के राष्‍ट्रपति, वित्‍त मंत्री तथा वित्‍त मंत्रालय में राज्‍य मंत्री ने अपने संदेश भेजे, जिन्‍हें राष्‍ट्रीय बचत संस्‍थान के संयुक्‍त निदेशक दीपक वर्मा ने पढ़कर सुनाया। माइक्रो फाइनेंस संस्‍थानों (एमएफआई), स्‍वयं सहायता समूहों के फेडरेशनों, नबार्ड तथा डाक विभाग के अधिकारियों सहित कई विशेषज्ञों ने इस कार्यशाला में भाग लिया।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]