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अठ्ठाईस जनवरी से पांच राज्यों में चुनाव

चुनाव आयोग ने कहा कि पूरी सख्ती से निपटेंगे

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मुख्य चुनाव आयुक्त /chief election commissioner

नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने यूपी सहित पांच राज्यों में चुनाव तारीखों की घोषणा कर दी है, साथ ही चुनाव आयोग ने साफ-साफ बोल दिया है कि चुनाव में गड़बड़ी फैलाने वालों, पेड न्यूज़ और मतदाताओंको प्रलोभन देने वालों या मतदान केंद्र पर किसी भी हरकत से पूरी सख्ती से निपटा जाएगा।चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रबंधन पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया है, जहां 4 फरवरी से सात चरणों में चुनाव होंगे। उत्तर प्रदेशं में ये चुनाव 4, 8,11,15,19, 23 और 28 फरवरी कोहोंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने बताया किसभी राज्यों में शनिवार से ही आदर्श आचार संहिता भी लागू कर दी गई है। यूपी में 403 विधान सभा सीटों पर चुनाव होने हैं। उत्तर प्रदेश में कुल 128112 बूथों पर सात चरणों में मतदान होगा। मणिपुर में चुनाव 28 जनवरी को हैं, जबकि उत्तराखंड और पंजाब में 30 जनवरी को एवं गोवा में 3 मार्च को होंगे। चार मार्च को सभी राज्यों के चुनावों के नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी। चुनावों के दौरान मतदाताओं को पहचान पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य होगा।
मुख्य चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने इस प्रकार पांच राज्यों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की। पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव एक ही दिन में होगा जबकि उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। गोवा में 40 सीटों में से एक एससी उम्मीदवार के लिए आरक्षित होगी। मणिपुर की कुल 60 सीटें पर चुनाव होगा, जिनमें से एक सीट एसी के लिए आरक्षित और 19 सीटें एसटी के लिए आरक्षित रहेंगी। पंजाब 117 सीटें में से 34 एससी के लिए आरक्षित होंगी। उत्तर प्रदेश 403 सीटें में से 85 एससी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित रहेंगी। उत्तराखंड में 70 सीटों पर चुनाव होगा जिनमें से 13 एससी और 2 एसटी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगी। इस तरह पांच राज्यों की विधानसभा के लिए कुल 690 सीटों पर चुनाव होगा जिनमें से 134 सीटें एससी के लिए और 21 सीटें एसटी उम्मीदवारों के लिए आरक्षित होंगी।
एक जनवरी 2012 के रेफ्रेंस में इन सभी राज्यों की मतदाता सूचियों में संशोधित किया गया है। दो जनवरी को नई मतदाता सूची प्रकाशित की जाएंगी। गोवा में 1011673 मतदाता, मणिपुर में 1677270 मतदाता, पंजाब में 17433408, उत्तर प्रदेश 111916689 और उत्तराखंड 6740148 मतदाता हैं। पांचों राज्यों में कुल 13 करोड़ 87 लाख 79 हजार और 188 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। सभी राज्यों में चुनाव के लिए फोटो मतदाता सूची इस्तेमाल की जाएगी। गोवा में 100 फीसदी मतदाता सूचियों में मतदाताओं के फोटो उपलब्ध हैं। मणिपुर में 97. 29 प्रतिशत, पंजाब में 99.5 प्रतिशत, उत्तर प्रदेश 98 प्रतिशत उत्तराखंड 99.6 प्रतिशत मतदाता की फोटो सूचियों में उपलब्ध है।
केंद्रीय पुलिस बलों और राज्य सुरक्षा बलों को चुनावों के दौरान तैनात किया जाएगा। कानून व्यवस्था को बेहद सख्त रखा जाएगा। चुनावों के दौरान प्रेक्षक तैनात रहेंगे। उनके फोन नंबरों को अखबारों में प्रकाशित किया जाएगा, ताकि मतदाता उनसे संपर्क कर सकें। खर्च पर नजर रखने के लिए भी प्रेक्षक रखे जाएंगे। सभी उम्मीदवारों को एक नया खाता खोलना होगा, जिसके जरिए ही वो चुनाव खर्च कर सकेंगे। इसके साथ ही फ्लाइंग स्कवायड भी प्रत्याशियों पर नजर रखेंगे। प्रत्याशियों के खर्च और संपत्ति पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग ने आयकर और कर विभागों को भी निर्देशित किया है। आयोग ने पहली बारमतदान से जुड़ीं शिकायतों के लिए एक कॉल सेंटर की शुरूआत भी की है, जिसका नंबर 1950 है।

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