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'विधानसभाएं संसदीय प्रणाली का प्रमुख स्तंभ'

जनप्रतिनिधि दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करें-द्रौपदी मुर्मू

उत्तराखंड की रजत जयंती पर विधानसभा में हुआ विशेष कार्यक्रम

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 3 November 2025 04:09:51 PM

draupadi murmu's inspiring address to public representatives in the uttarakhand assembly

देहरादून। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड राज्य के गठन की रजत जयंती पर आज उत्तराखंड विधानसभा में जनप्रतिनिधियों को प्रेरक संबोधन दिया। राष्ट्रपति ने कहाकि विधानसभाएं भारतीय संसदीय प्रणाली का एक प्रमुख स्तंभ हैं। उन्होंने उल्लेख कियाकि बाबासाहेब डॉ भीमराव आंबेडकर सहित सभी संविधान निर्माताओं ने संसदीय प्रणाली को अपनाकर निरंतर जवाबदेही को अधिक महत्व दिया। राष्ट्रपति ने कहाकि जनता केप्रति निरंतर जवाबदेही संसदीय प्रणाली की एक ताकत और चुनौती दोनों है। उन्होंने कहाकि विधायक जनता और सरकार केबीच सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होते हैं और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों से जुड़ने और जमीनी स्तरपर उनकी सेवा करने का अवसर मिलना बहुत सौभाग्य की बात है। राष्ट्रपति ने कहाकि अगर विधायक जनता की समस्याओं के समाधान और उनके कल्याण केलिए सक्रिय रूपसे काम करते रहें तो जनता और उनके प्रतिनिधियों केबीच विश्वास का बंधन अटूट रहेगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों से विकास और जनकल्याण के कार्यों को पूरी लगन से करने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि ऐसे कार्य दलगत राजनीति से ऊपर उठकर होने चाहिएं। उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के कल्याण और विकास केलिए विशेष संवेदनशीलता केसाथ कार्य करने को कहा। उन्होंने कहाकि युवा पीढ़ी को विकास के अवसर प्रदान करना भी उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए। राष्ट्रपति ने कहाकि संविधान के अनुच्छेद 44 के अंतर्गत भारतीय संविधान निर्माताओं ने सभी नागरिकों केलिए समान नागरिक संहिता का प्रावधान किया था। उन्होंने संवैधानिक निर्देशों के अनुरूप समान नागरिक संहिता विधेयक को लागू करने के लिए उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों की सराहना की। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुईकि उत्तराखंड विधानसभा में 550 से अधिक विधेयक पारित हो चुके हैं, जिनमें उत्तराखंड लोकायुक्त विधेयक, उत्तराखंड ज़मींदारी उन्मूलन एवं भूमि सुधार विधेयक और नकल निरोधक विधेयक प्रमुख हैं। उन्होंने पारदर्शिता, नैतिकता और सामाजिक न्याय से प्रेरित होकर ऐसे विधेयक पारित करने केलिए विधायकों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहाकि उत्तराखंड अद्वितीय प्राकृतिक संपदा और सौंदर्य से भरपूर देश का राज्य है, इसको प्रकृति के इन उपहारों को संरक्षित करते हुए विकास के पथ पर आगे बढ़ना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहाकि उन्हें खुशीकि इन 25 वर्ष में उत्तराखंड के लोगों ने विकास की प्रभावशाली उपलब्धियां हासिल की हैं, पर्यावरण, ऊर्जा, पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के क्षेत्रोंमें सराहनीय प्रगति की है। राष्ट्रपति ने कहाकि डिजिटल और भौतिक कनेक्टिविटी तथा बुनियादी ढांचे के विकास में भी प्रगति हुई है। उन्होंने कहाकि व्यापक विकास प्रयासों के परिणामस्वरूप उत्तराखंड ने मानव विकास सूचकांक के कई मानकों पर सुधार किया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि 'राष्ट्र प्रथम' की भावना केसाथ उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य राज्य और देश को तीव्र विकास के पथ पर आगे ले जाते रहेंगे।

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