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Saturday 2 August 2025 06:35:20 PM
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वाराणसी में 2200 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का समारोहपूर्वक शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने वाराणसी के परिवारों से मिलकर उनसे सावन के पावन माह की अपनी हार्दिक भावनाएं व्यक्त कीं। वाराणसी के लोगों से अपने गहरे भावनात्मक जुड़ाव का उल्लेख किया। नरेंद्र मोदी ने शहर के प्रत्येक परिवार के सदस्य का आदरपूर्वक अभिवादन किया। उन्होंने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से देशभर के किसानों से जुड़ने की खुशी व्यक्त की। किसान महोत्सव का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने घोषणा कीकि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत देशभर के 10 करोड़ किसान भाई बहनों के बैंक खातों में 21000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं। ऑपरेशन सिंदूर केबाद उनकी वाराणसी की पहली यात्रा थी। प्रधानमंत्री ने उपस्थित जनसमूह के सामने 22 अप्रैल के पहलगाम आतंकवादी हमले को याद करते हुए 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या और पीड़ित परिवारों विशेषकर इस त्रासदी से प्रभावित बच्चों और बेटियों के दुःख को साझा किया। उन्होंने कहाकि बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का उनका वादा पूरा हुआ है, यह भगवान महादेव के आशीर्वाद से ही संभव हुआ है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हालके दिनों में वे वाराणसी में शिवभक्तों की दिव्य छवियां देख रहे थे, विशेषकर सावन के पहले सोमवार को, जब तीर्थयात्री बाबा विश्वनाथ का पवित्र जलाभिषेक करने केलिए निकलते हैं। उन्होंने गौरी केदारनाथ से अपने कंधों पर पवित्र गंगाजल लाते यादव बंधुओं के मनोरम दृश्य का उल्लेख करते हुए इसे बेहद मनमोहक कहा, डमरू की ध्वनि केसाथ गलियों में जीवंत ऊर्जा का वातावरण अलौकिक था। उन्होंने पवित्र सावन में बाबा विश्वनाथ और मार्कंडेय महादेव के दर्शन करने की अपनी व्यक्तिगत इच्छा व्यक्त की। भारत के तमिलनाडु में शैव परंपरा के एक प्राचीन ऐतिहासिक केंद्र गंगईकोंडा चोलपुरम मंदिर और एक हज़ार वर्ष प्राचीन स्मारक की कुछ दिन पहले की अपनी यात्रा स्मरण करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि इस मंदिर का निर्माण प्रसिद्ध राजा राजेंद्र चोल ने करवाया था, जो उत्तर और दक्षिण को प्रतीकात्मक रूपसे एक करने केलिए उत्तर भारत से गंगाजल लेकर आए थे। उन्होंने कहाकि एक हज़ार वर्ष पहले भगवान शिव केप्रति अपनी भक्ति और शैव परंपरा केलिए प्रतिबद्धता से राजेंद्र चोल ने एक भारत श्रेष्ठ भारत के विजन का उद्घोष किया था, उस काशी-तमिल संगमम पहल के जरिए इस विरासत को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने बतायाकि वे गंगईकोंडा चोलपुरम की अपनी हाल की यात्रा के दौरान अपने साथ गंगाजल लेकर गए थे और मां गंगा के आशीर्वाद से अत्यंत पवित्र वातावरण में पूजा संपन्न हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऐसे महत्वपूर्ण अवसर देश में एकता की भावना को जगाते हैं, जिससे ऑपरेशन सिंदूर जैसे अभियानों को सफलता मिलती है, 140 करोड़ भारतीयों की एकता ऑपरेशन सिंदूर की ताकत बनी है। उन्होंने कहाकि बाबा के आशीर्वाद से वाराणसी में विकास की अविरल धारा प्रवाहित हो रही है, कुछ दिन पहले ही वाराणसी में सांसद पर्यटक गाइड प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, भविष्य में काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता और सांसद रोज़गार मेला जैसे कार्यक्रम होने वाले हैं। उन्होंने इन पहलों की सफलता केलिए शुभकामनाएं दीं और ऐसी पहलों केलिए प्रशासन की सराहना की। नरेंद्र मोदी ने कहाकि सरकार किसानों की समृद्धि के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने कहाकि पिछली सरकारों में किसानों के नाम पर की गई एकभी घोषणा शायद ही कभी पूरी हुई हो। नरेंद्र मोदी ने कहाकि उनकी सरकार अपने वादों को पूरा करती है, जिसके लिए उन्होंने पीएम किसान सम्मान निधि को सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रमाण बताया। वर्ष 2019 में पीएम किसान सम्मान निधि के शुभारंभ को याद करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि कुछ विपक्षी दल तरह तरह की अफवाहें फैला रहे थे, जबकि कुछ ने दावा कियाकि चुनाव केबाद भुगतान बंद हो जाएगा और कुछ ने कहाकि हस्तांतरित धन वापस ले लिया जाएगा। उन्होंने कहाकि यह विपक्ष के असली नकारात्मक चरित्र को दर्शाता है, जो केवल किसानों और देश के लोगों को गुमराह करता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि पीएम किसान सम्मान निधि बिना किसी रुकावट के जारी है, अबतक 3.75 लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के खातों में हस्तांतरित किए जा चुके हैं, अकेले उत्तर प्रदेश में लगभग 2.5 करोड़ किसान लाभांवित हुए हैं, जिन्हें इस योजना केतहत 90000 करोड़ रुपये से अधिक प्राप्त हुए हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वाराणसी के किसानों को लगभग 900 करोड़ रुपये मिले हैं, योजना का सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह हैकि धनराशि बिना किसी कटौती या कमीशन के किसानों तक पहुंची है। उन्होंने कहाकि यह उनकी सरकार की एक स्थायी व्यवस्था है, इसमें कोई लीकेज नहीं है तथा गरीबों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं किया जाएगा। ‘जो क्षेत्र जितना पिछड़ा होगा, उसे उतनी ही ज्यादा प्राथमिकता मिलेगी’ को दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इस महीने की शुरुआत में केंद्र सरकार ने एक बड़ी नई पहल-प्रधानमंत्री धनधान्य कृषि योजना को स्वीकृति दी है, इसकेलिए 24000 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि इस पहल का ध्यान उन ज़िलों पर होगा, जो पिछली सरकारों की दोषपूर्ण नीतियों के कारण पिछड़ गए थे, कम कृषि उत्पादन वाले क्षेत्र और जहां किसानों की आय सीमित है। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री धनधान्य कृषि योजना से उत्तर प्रदेश के भी लाखों किसानों को सीधा लाभ होगा। प्रधानमंत्री ने स्वीकार कियाकि मौसम हमेशा से किसानों केलिए एक बड़ी चुनौती रहा है, चाहे वह अतिवृष्टि हो, ओलावृष्टि हो या पाला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि किसानों को आपदाओं की अनिश्चितताओं से बचाने केलिए सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना शुरू की, जिसके तहत किसानों को अबतक 1.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक के दावों का निपटान हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने केलिए प्रतिबद्ध है, चावल, गेहूं जैसी प्रमुख खाद्यान्नों सहित अन्य फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि की गई है। उन्होंने कहाकि किसानों की फसलों की सुरक्षा केलिए सरकार देशभर में हज़ारों नए गोदामों का निर्माण करा रही है। कृषि अर्थव्यवस्था में महिलाओं की भागीदारी पर नरेंद्र मोदी ने लखपति दीदी का उल्लेख किया, जिसका लक्ष्य भारत में तीन करोड़ लखपति दीदियां बनाना है। उन्होंने बतायाकि डेढ़ करोड़ से ज़्यादा महिलाएं यह उपलब्धि हासिल कर चुकी हैं, सरकार की ड्रोन दीदी पहल ने लाखों महिलाओं की आय में उल्लेखनीय वृद्धि की है। प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार आधुनिक कृषि अनुसंधान को सीधे खेतों तक पहुंचाने केलिए सक्रिय रूपसे काम कर रही है, मई और जून 2025 में लैब टू लैंड के मार्गदर्शक सिद्धांत केतहत विशेष रूपसे डिज़ाइन किया गया विकसित कृषि संकल्प अभियान संचालित किया गया, जिसके माध्यम से 1.25 करोड़ से अधिक किसानों से सीधा जुड़ाव हुआ। नरेंद्र मोदी ने जनता से एक महत्वपूर्ण जानकारी साझा करते हुए कहाकि जनधन योजना के तहत देशभर में गरीबों केलिए 55 करोड़ बैंक खाते खोले गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जनधन योजना को हाल ही में दस वर्ष पूरे हुए हैं और नियमों के अनुसार बैंक खातों केलिए दस साल बाद नए सिरे से केवाईसी सत्यापन की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहाकि इस आवश्यकता को पूरा करने केलिए 1 जुलाई 2025 से एक राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू किया गया है, बैंक हर ग्राम पंचायत तक पहुंच रहे हैं और लगभग एक लाख ग्राम पंचायतों में शिविर लगाए जा चुके हैं, जबकि लाखों लोगों ने सफलतापूर्वक अपना केवाईसी नवीनीकरण पूरा कर लिया है। प्रधानमंत्री ने जनधन खाता रखने वाले प्रत्येक व्यक्ति से आग्रह कियाकि वे बिना किसी देरी के अपनी केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें। ग्राम पंचायतों में आयोजित किए जा रहे विशेष बैंक शिविरों के एक अतिरिक्त लाभ को रेखांकित करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये शिविर प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और अटल पेंशन योजना सहित कई प्रमुख योजनाओं के लिए पंजीकरण की सुविधा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि ये योजनाएं नागरिकों को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करती हैं और सभी से इन शिविरों में आने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री ने उन लोगों को प्रोत्साहित किया जिन्होंने अभीतक इन योजनाओं में नामांकन नहीं कराया हैकि वे पंजीकरण कराएं और अपने जन धन खातों के लिए केवाईसी प्रक्रिया भी पूरी करें। प्रधानमंत्री ने जनप्रतिनिधियों का इस अभियान पर जागरुकता फैलाने, बैंकों के प्रयासों में उनकी सहायता करने और जनता की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि शिव कल्याण के प्रतीक हैं, लेकिन आतंक और अन्याय का सामना करने पर वे प्रचंड रुद्र रूपभी धारण करते हैं। उन्होंने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत के रुद्ररूप को देखा और घोषणा कीकि जो कोईभी भारत पर हमला करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह पाताललोक में ही क्यों न हो। प्रधानमंत्री ने खेद व्यक्त कियाकि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बावजूद देश के भीतर कुछ लोग इससे परेशान हैं। उन्होंने विशेष रूपसे विपक्ष और उसके सहयोगियों की ओर संकेत करके कहाकि वे इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैंकि भारत ने पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। नरेंद्र मोदी ने उन दृश्यों का उल्लेख किया जिनमें दिखाया गया थाकि कैसे भारतीय ड्रोनों ने सटीक निशाना साधते हुए आतंकवादी मुख्यालयों को खंडहर में बदल दिया। उन्होंने कहाकि कई पाकिस्तानी हवाई अड्डे अभीभी गंभीर स्थिति में हैं। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों के नेताओं की आलोचना करते हुए कहाकि जहां एक ओर पाकिस्तान में आतंक के आका मार से विलाप कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यहां के विपक्षी दल आतंकवादियों की बर्बादी पर शोक मना रहे हैं। भारतीय सशस्त्र बलों के शौर्य का बार-बार अपमान करने केलिए विपक्ष की कड़ी आलोचना करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर को तमाशा बताया और सवाल कियाकि क्या गरिमा और बलिदान के प्रतीक सिंदूर को कभी तमाशा माना जा सकता है? उन्होंने पूछाकि क्या सशस्त्र बलों की बहादुरी और बहनों के सिंदूर का बदला लेने की प्रतिज्ञा को इस तरह तुच्छ समझा जा सकता है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति में लिप्त विपक्ष विपक्षी नेताओं के विरोधाभासी बयानों का हवाला देते हुए और उनकी आलोचना करते हुए पूछा हैकि क्या भारत को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले इंतजार करना चाहिए? उन्होंने समाजवादी पार्टी की ओर इशारा करते हुए जनता को याद दिलायाकि ये वही लोग हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने कार्यकाल में आतंकवादियों को क्लीन चिट दी थी और बम विस्फोटों में शामिल लोगों के खिलाफ मुकद्मे वापस लिए थे। उन्होंने कहाकि अब ये दल आतंकवादियों के सफाए और ऑपरेशन सिंदूर के नाम से ही परेशान हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि यह एक नया भारत है, ऐसा भारत जो भगवान भोलेनाथ की पूजा करता है और देश के दुश्मनों के सामने कालभैरव बनना भी जानता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने भारत के स्वदेशी रक्षा हथियारों की शक्ति और भारत की वायुरक्षा प्रणालियों, मिसाइलों और ड्रोनों की प्रभावशीलता देखी है। उन्होंने विशेष रूपसे भारत की ब्रह्मोस मिसाइल का उल्लेख करते हुए कहाकि उसने देश के हर दुश्मन में भय पैदा कर दिया है। उत्तर प्रदेश के सांसद के रूपमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गर्व व्यक्त कियाकि ब्रह्मोस मिसाइलें जल्दही राज्य में निर्मित होंगी। उन्होंने घोषणा कीकि लखनऊ में ब्रह्मोस मिसाइलों के उत्पादन केलिए कई प्रमुख रक्षा कंपनियां उत्तर प्रदेश रक्षा गलियारे में संयंत्र स्थापित कर रही हैं। उन्होंने कहाकि आनेवाले वर्ष में उत्तर प्रदेश में निर्मित हथियार भारत की सैन्य शक्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि अगर पाकिस्तान ने फिरसे कोई और गलत कार्य किया तो उत्तर प्रदेश में बनी मिसाइलें आतंकवादियों को धूल चटा देंगी।
उत्तर प्रदेश में तेज़ औद्योगिक विकास, बड़ी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कंपनियों के निवेश का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की विकासोन्मुखी नीतियों को श्रेय दिया। उन्होंने वर्तमान परिदृश्य की तुलना पिछली सरकारों से की, जहां अपराधी बेख़ौफ़ होकर काम करते थे और निवेशक राज्य में आनेसे हिचकिचाते थे। उन्होंने कहाकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अपराधी भयभीत हैं और निवेशक उत्तर प्रदेश के भविष्य में विश्वास व्यक्त कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने विकास की इस गति केलिए उत्तर प्रदेश सरकार को बधाई दी। एक नवीन रेल ओवरब्रिज, जल जीवन मिशन के अंतर्गत पहल, वाराणसी में स्कूलों का पुनर्निर्माण, एक होम्योपैथिक कॉलेज का निर्माण और मुंशी प्रेमचंद की विरासत को संरक्षित करने की परियोजनाओं का उल्लेख करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहाकि ये परियोजनाएं एक भव्य, दिव्य और समृद्ध वाराणसी के निर्माण में तेज़ी लाएंगी। उन्होंने माँ कालका देवी के चरणों में नमन करते हुए प्रसन्नता व्यक्त कीकि सरकार ने माँ कालका धाम का सौंदर्यीकरण करके इसे और अधिक भव्य बना दिया है। प्रधानमंत्री ने सेवापुरी के क्रांतिकारी इतिहास को याद किया और स्वतंत्रता संग्राम में इसके महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया। उन्होंने कहाकि यही वह सेवापुरी है, जहां महात्मा गांधी का स्वप्न साकार हुआ था, जहां हरघर में पुरुषों और महिलाओं के हाथों में चरखा था। नरेंद्र मोदी ने एक सार्थक संयोग काभी उल्लेख किया, जिसमें चांदपुर-भदोही रोड परियोजना के माध्यम से वाराणसी के बुनकर अब भदोही के बुनकरों से जुड़ रहे हैं, इससे बनारसी रेशम के कारीगरों और भदोही के कारीगरों दोनों को लाभ होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्थिक प्रगति पर वैश्विक परिस्थितियों की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहाकि वैश्विक अर्थव्यवस्था वर्तमान में अनेक अनिश्चितताओं और अस्थिरता के माहौल का सामना कर रही है, जबकि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के मार्ग पर अग्रसर है और भारत को अपने आर्थिक हितों केप्रति सजग रहना होगा। उन्होंने कहाकि किसानों और लघु उद्योगों का कल्याण सर्वोपरि है, नागरिकों कीभी कुछ ज़िम्मेदारियां हैं, उन्होंने स्वदेशी का संकल्प लेने का आग्रह किया। नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी को किसीभी भारतीय के पसीने और मेहनत से बने उत्पाद के रूपमें परिभाषित किया और देशवासियों से वोकल फ़ॉर लोकल के मंत्र को अपनाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से मेक इन इंडिया उत्पादों को बढ़ावा देने का आग्रह किया। उन्होंने कहाकि हमारे घरों में आनेवाली हर नई वस्तु स्वदेशी होनी चाहिए, यह ज़िम्मेदारी हर भारतीय को निभानी चाहिए। नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक व्यापारी और दुकानदार से केवल स्वदेशी उत्पाद बेचने का संकल्प लेने की अपील करते हुए कहाकि यही राष्ट्र की सच्ची सेवा होगी। उन्होंने लोगों से आगामी त्यौहारों के मौसम में ज्यादा से ज्यादा स्वदेशी उत्पादों का उपयोग करने का आग्रह किया और कहाकि यही महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, पटना से ऑनलाइन कृषिमंत्री शिवराज सिंह चौहान, देश के हिस्सों से मुख्यमंत्री, गवर्नर, यूपी सरकार के मंत्री, यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, विधायक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।