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विदेशी विश्वविद्यालय भारत आएं-शिक्षामंत्री

गुरुग्राम में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का भारतीय परिसर शुरू

शिक्षा मंत्री और हरियाणा के मुख्यमंत्री ने किया उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 17 July 2025 12:26:17 PM

university of southampton's indian campus in gurugram

गुरुग्राम (हरियाणा)। केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान और हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुग्राम में साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के भारतीय परिसर का उद्घाटन किया। भारत में अपने परिसर का संचालन करने वाला यह पहला विदेशी विश्वविद्यालय बन गया है। क्यूएस शीर्ष 100 वैश्विक संस्थान में शामिल ब्रिटेन के रसेल ग्रुप के संस्थापक सदस्य साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के नियमों के अंतर्गत इस विश्वविद्यालय को भारत में अपना परिसर खोलने की अनुमति दी गई है। इसीके साथ भारत की राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के भी पांच साल पूरे हो गए हैं। शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसपर कहा हैकि यह विश्वविद्यालय देश में शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण केलिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और भारत-यूके रोडमैप-2030 में परिकल्पित भारत-यूके सहयोग के शिक्षा स्तंभ को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम है।
केंद्रीय शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आशयपत्र प्राप्त करने के एक वर्ष के भीतर इस अत्याधुनिक परिसर की स्थापना केलिए साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय की सराहना की। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह परिसर भविष्योन्मुखी पाठ्यक्रमों की श्रृंखला और साउथेम्प्टन की शैक्षणिक उत्कृष्टता की विरासत केसाथ भविष्य के लीडर्स को आकार देने वाला प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान बनकर उभरेगा। केंद्रीय शिक्षामंत्री ने कहाकि साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय छात्रों को किफायती और देश में ही विश्वस्तरीय शिक्षा का एक अतिरिक्त विकल्प मिलेगा। उन्होंने साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय प्रबंधन से आग्रह कियाकि वह गुरुग्राम परिसर में एसटीईएम पाठ्यक्रम शुरू करे। धर्मेंद्र प्रधान ने कहाकि शिक्षा को भारत के विकास के केंद्र में रखा गया है, भारत को एक वैश्विक ज्ञान गंतव्य के रूपमें देखा जा रहा है, जो अपनी सभ्यता की विरासत, पुष्पगिरी और नालंदा से गुरुग्राम तक अपनी बौद्धिक विरासत को पुनर्जीवित कर रहा है। उन्होंने दुनियाभर के प्रमुख विश्वविद्यालयों को नवाचार, अनुसंधान और शिक्षा के इकोसिस्टम के सह निर्माण हेतु भारत आने केलिए आमंत्रित किया।
साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का गुरुग्राम परिसर यूके के शैक्षणिक मानकों के अनुरूप विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों को पढ़ाएगा। छात्र यूके या मलेशिया में विश्वविद्यालय के परिसरों में एक वर्ष व्यतीत कर सकते हैं। साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय में वर्ष 2025 में शुरू होने वाले प्रोग्रामों में कंप्यूटर साइंस, इकोनॉमिक्स, अकाउंटिंग एंड फाइनेंस, बिजनेस मैनेजमेंट में स्नातक (बीएससी) पाठ्यक्रम और फाइनेंस एंड इंटरनेशनल मैनेजमेंट में स्नातकोत्तर (एमएससी) पाठ्यक्रम शामिल हैं। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का हरियाणा में स्वागत किया तथा राज्य को वैश्विक शिक्षा और नवाचार केंद्र के रूपमें स्थापित करने के लिए हरियाणा सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की। साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के चांसलर और यूके हाउस ऑफ लॉर्ड्स के सदस्य लॉर्ड पटेल ओबीई और भारत में ब्रिटिश उच्चायुक्त लिंडी कैमरन ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए यूके-भारत की शैक्षिक साझेदारी के विस्तार केलिए अपना दृढ़ समर्थन व्यक्त किया। उच्चशिक्षा सचिव और यूजीसी के अध्यक्ष डॉ विनीत जोशी ने साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय और यूके सरकार की भारत से शिक्षा साझेदारी को एक गौरवपूर्ण उपलब्धि बताया, जो शीर्ष विदेशी विश्वविद्यालयों को भारत में शाखा परिसर स्थापित करने की प्रेरणा है।
डॉ विनीत जोशी ने कहाकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 भारत को शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार के एक वैश्विक केंद्र के रूपमें स्थापित करती है और यूजीसी ने इस तरह की पहलों को सुगम बनाने केलिए एक सुव्यवस्थित, पारदर्शी प्रक्रिया बनाई है। हरियाणा सरकार के सक्रिय सहयोग पर विश्वास व्यक्त कियाकि साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय, अपनी शैक्षणिक उत्कृष्टता की विरासत के साथ, कंप्यूटर साइंस, इकोनॉमिक्स, इंटरनेशनल बिजनेस एंड मैनेजमेंट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेगा, जिससे डिजिटल नवाचार और वैश्विक नेतृत्व में भारत की प्राथमिकताओं में योगदान मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त कीकि नया परिसर भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय शिक्षाजगत केबीच सहयोग को बढ़ावा देगा, उत्कृष्टता का प्रतीक बनेगा। गौरतलब हैकि भारतीय परिसर में पहले समूह में भारत के अलावा संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल जैसे अंतर्राष्ट्रीय स्थानों से भी शैक्षणिक रूपसे निपुण छात्र शामिल हैं। विश्वविद्यालय 75 से अधिक पूर्णकालिक संकाय सदस्यों की नियुक्ति करने वाला है, जो यूके के शैक्षणिक मानकों को पूरा करते हों और उनसे शैक्षणिक कार्य में स्नातकोत्तर प्रमाणपत्र की डिग्री की अपेक्षा होगी। ये संकाय सदस्य ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, मलेशिया, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, जापान और संयुक्तराज्य अमेरिका के वैश्विक शैक्षणिक केंद्रों के अनुभव से लैस होंगे।
साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय का 2,90,000 से अधिक स्नातकों का एक वैश्विक पूर्व छात्र नेटवर्क है, जिसमें 1,700 से अधिक भारतीय स्नातक शामिल हैं। इनमें से कई पूर्व छात्रों से अपेक्षा की गई हैकि वे मार्गदर्शक और उद्योग दूत के रूपमें कार्य करके भारतीय परिसर को सहयोग प्रदान करेंगे। विश्वविद्यालय को 29 अगस्त 2024 को आधिकारिक आशय पत्र प्राप्त हुआ था, जिसके बाद 13 सितंबर 2024 को एक सार्वजनिक घोषणा और औपचारिक शुभारंभ किया गया। साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के परिसर के उद्घाटन कार्यक्रम में हरियाणा के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय के अध्यक्ष और कुलपति मार्क ई स्मिथ, नई दिल्ली स्थित साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय की अकादमिक प्रोवोस्ट एलोइस फिलिप्स और शिक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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