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Monday 30 June 2025 12:18:38 PM
निज़ामाबाद (तेलंगाना)। तेलंगाना राज्य के निजामाबाद की हल्दी अब दुनियाभर में मशहूर हो चली है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने निज़ामाबाद में राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के मुख्यालय का उद्घाटन किया और कहाकि तेलंगाना में हल्दी की खेती करने वाले करोड़ों किसानों की 40 साल पुरानी राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड बनाने की मांग पूरी हो गई है। उन्होंने कहाकि निज़ामाबाद हल्दी की राजधानी के रूपमें जाना जाता है और यहां के किसान सदियों से हल्दी उगा रहे हैं, लेकिन उसे वैश्विक बाज़ार नहीं मिल रहा था, राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड बनने से अब निज़ामाबाद की हल्दी दुनिया के अधिकतर देशों में पहुंचने लगेगी। अमित शाह ने कहाकि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के विधिवत रूपसे काम शुरू करने केबाद हल्दी के किसानों को बिचौलियों से भी आज़ादी मिलेगी। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड, हल्दी की पैकिंग, ब्रांडिंग, मार्केटिंग और एक्सपोर्ट का पूरा चैनल तैयार करेगा। गौरतलब हैकि हल्दी एंटी वायरल, एंटी कैंसर और एंटी इन्फ्लेमेट्री है, हर घर की दाल-सब्जी का बेहतरीन स्वाद है। हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर है, जिसके कारण इसे दुनियाभर में वंडर ड्रग के रूपमें जाना जाता है।
अमित शाह ने हल्दी के गुणों का बखान करते हुए कहाकि हल्दी एक आश्चर्यजनक दवा है, जिसका थोड़ीसी मात्रा में सेवन करने पर ही मानव शरीर के कई रोग एकसाथ समाप्त हो जाते हैं। उन्होंने कहाकि अब ऑर्गेनिक हल्दी का जीआई टैग उत्पादन और जीआई टैग मार्केटिंग भी शुरू कर दी गई है। गृहमंत्री ने कहाकि भारत सरकार ने 2030 तक एक बिलियन डॉलर मूल्य की हल्दी के निर्यात का लक्ष्य रखा है और इसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। उन्होंने कहाकि राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड किसानों तक हल्दी की ज़्यादा से ज़्यादा कीमत पहुंचाने का काम करेगा, साथही अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में हल्दी की खपत बढ़ाने और संभावित बाज़ारों में भारत की हल्दी के औषधीय गुणों का प्रचार-प्रसार करने का भी कार्य करेगा। उन्होंने बतायाकि हल्दी बोर्ड, हल्दी की गुणवत्ता और विश्वस्तरीय सुरक्षा मानक के अनुसार पैकिंग की व्यवस्था और किसानों को खेत से किस प्रकार हल्दी निकालनी है, जिससे एक्सपोर्ट में कोई बाधा न आए, हल्दी किसानों को इसका प्रशिक्षण और कौशल विकास भी सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहाकि हल्दी के स्वास्थ्यवर्धक गुणों पर और ज्यादा शोध और अनुसंधानकर भारत सरकार इसे विश्व के सामने लाने का काम करेगी।
तेलंगाना में निज़ामाबाद जग्तियाल, निर्मल और कामारेड्डी ज़िले भारत के शीर्ष हल्दी उत्पादक जिले हैं। अमित शाह ने कहाकि इसवर्ष 2025 में हल्दी किसानों को हल्दी का 18000 से 19000 रूपए प्रति क्विंटल मूल्य मिला है और अगले 3 साल में हल्दी किसानों को 6000-7000 रूपए ज़्यादा मूल्य मिल सके, इसके प्रयास किए जाएंगे। अमित शाह ने कहाकि वर्ष 2023-24 में भारत में 3 लाख हेक्टेयर भूमि पर हल्दी की खेती हुई और 10 लाख 74 हज़ार टन हल्दी का उत्पादन हुआ है। उन्होंने बतायाकि एक्सपोर्ट करने वाले किसानों को फायदा पहुंचाने केलिए नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट लिमिटेड और ऑर्गेनिक खेती करने वालों केलिए नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक लिमिटेड की स्थापना की गई है। अमित शाह ने कहाकि नरेंद्र मोदी सरकार ने ऐसी संस्कृति विकसित की, जिसके अंतर्गत 2023 में किया गया हल्दी बोर्ड का वादा पूरा कर दिया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय कोयला और खनन मंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बंडी संजय कुमार, वरिष्ठ अधिकारी और हल्दी किसान उपस्थित थे।