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Saturday 31 May 2025 03:51:17 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारतीय डाक विभाग के ग्रामीण डाक सेवकों के अनुकरणीय योगदान का जश्न मनाया और वित्तीय वर्ष 2024-25 के दौरान उनकी असाधारण सेवा केलिए सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले ग्रामीण डाक सेवकों को सम्मानित किया। संचार मंत्री ने इस अवसर पर कहाकि नई दिल्ली में देशभर के 23 सर्किलों से आए डाक परिवार के ग्रामीण डाक सेवकों से मिलकर मन गदगद हो गया, ये वे साथी हैं, जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रमें उत्कृष्ट कार्यकर डाक विभाग का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहाकि इनकी सेवा भावना, समर्पण और जज्बा ‘डाक सेवा को जन सेवा’ बनाता है।
संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहाकि ग्रामीण डाक सेवक ग्रामीण भारत में डाक नेटवर्क की रीढ़ हैं, डाक विभाग केलिए वे जमीनी स्तरपर काम करते हैं, इसीलिए देशभर में डाक और वित्तीय सेवाओं की डिलीवरी में उनका योगदान बहुत बड़ा और महत्वपूर्ण है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवकों की प्रतिबद्धता और समर्पण की प्रशंसा की और कहाकि वे प्रत्येक परिवार के सदस्य को जानते हैं, साथही पूरे समुदाय केसाथ गहरा संबंध बनाए रखते हैं। यह अनूठा संबंध ग्रामीण डाक सेवकों को न केवल सेवा प्रदाता बनाता है, बल्कि ग्रामीण समुदाय का विश्वसनीय सदस्य भी बनाता है। ग्रामीण डाक सेवकों ने भी अपने अनुभव और क्षेत्र से जुड़ी प्रेरक कहानियां साझा कीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ग्रामीण डाक सेवकों को भारतीय डाक विभाग का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बताते हुए एक भावनात्मक तुलना की और कहाकि जिस तरह एक गांव का चौकीदार न केवल सुरक्षा का संरक्षक होता है, बल्कि हरघर केसाथ एक गहरा भावनात्मक जुड़ाव भी रखता है, उसी तरह एक जीडीएस भी हर उस घर केसाथ एक विशेष रिश्ता बना लेता है, जिसकी वह सेवा करता है। उन्होंने कहाकि ग्रामीण डाक सेवकों के माध्यम से 'डाक सेवा, जन सेवा' की भावना जागृत हो रही है। ग्रामीण डाक सेवकों ने सेवा वितरण तथा परिचालन दक्षता को और बेहतर बनाने केलिए बहुमूल्य सुझाव भी दिए। उनकी विचारों से अग्रिम मोर्चे को डाक कर्मियों के अनूठे दृष्टिकोण का पता चला और ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की पहुंच के परिवर्तनकारी प्रभाव पर प्रकाश डाला।