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Thursday 29 May 2025 05:26:39 PM
गंगटोक/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सिक्किम की राजधानी गंगटोक में 'सिक्किम@50' कार्यक्रम को संबोधित किया, जिसका विषय था 'प्रगति केसाथ उद्देश्य जुड़ा हो तो प्रकृति विकास का द्वार खोल देती है'। प्रधानमंत्री ने सिक्किमवासियों को सिक्किम राज्य बनने की 50वीं वर्षगांठ पर बधाई दी और स्मारक सिक्का, स्मारिका और डाक टिकट भी जारी किया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि वह लोगों के जोश, ऊर्जा और उत्साह को व्यक्तिगत रूपसे देखना चाहते थे, लेकिन खराब मौसम के कारण वह उपस्थित नहीं हो सके। उन्होंने निकट भविष्य में सिक्किम आने और उनकी उपलब्धियों तथा समारोहों में शामिल होने का वादा किया। प्रधानमंत्री ने कहाकि आज 50 वर्ष की उपलब्धियों का जश्न मनाने का दिन है और कार्यक्रम को यादगार बनाने केलिए सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग और उनकी टीम की सराहना की। उन्होंने कहाकि 50 साल पहले सिक्किम ने अपने लिए एक लोकतांत्रिक भविष्य की रूपरेखा तैयार की थी, सिक्किम के लोग भारत से न केवल भौगोलिक रूपसे, बल्कि इसकी आत्मा से भी जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहाकि लोगों में यह विश्वास हैकि जब हर आवाज़ सुनी जाएगी और अधिकार सुरक्षित होंगे तो विकास के समान अवसर सामने आएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज सिक्किम के हर परिवार का विश्वास पहले से और मजबूत हुआ है और देश ने सिक्किम की उल्लेखनीय प्रगति में इस विश्वास के नतीजे देखे हैं। उन्होंने कहाकि सिक्किम देश का गौरव है, जो प्रकृति केसाथ-साथ प्रगति का एक मॉडल बन गया है। उन्होंने कहाकि सिक्किम जैव विविधता के एक विशाल अभयारण्य में बदल गया है, सौ प्रतिशत जैविक राज्य का दर्जा प्राप्त किया है और सांस्कृतिक तथा विरासत समृद्धि के प्रतीक के रूपमें उभरा है। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि सिक्किम देश में सबसे अधिक प्रति व्यक्ति आय वाले राज्यों में से एक है, ये उपलब्धियां सिक्किम के लोगों की क्षमताओं का प्रमाण हैं, पांच दशक में सिक्किम से उभरे कई सितारों की सराहना की, जिन्होंने भारत के क्षितिज को रोशन किया। उन्होंने सिक्किम की शानदार संस्कृति और समृद्धि में वहां के प्रत्येक समुदाय के योगदान की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहाकि 2014 से उनकी सरकार ने सबका साथ, सबका विकास के सिद्धांत का पालन किया है, विकसित भारत केलिए संतुलित विकास की आवश्यकता है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोईभी क्षेत्र विकास में पीछे न छूटे। उन्होंने कहाकि भारत के हर राज्य और क्षेत्र की अपनी अनूठी ताकत है, इस दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पिछले दशक में पूर्वोत्तर को विकास के केंद्र में रखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि सरकार एक्ट ईस्ट नीति को एक्ट फास्ट की भावना केसाथ बढ़ावा दे रही है। हालही में दिल्ली में पूर्वोत्तर निवेश शिखर सम्मेलन को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि इस कार्यक्रम में प्रमुख उद्योगपतियों और प्रमुख निवेशकों ने भाग लिया, जिन्होंने सिक्किम सहित पूरे पूर्वोत्तर में महत्वपूर्ण निवेश की घोषणा की। उन्होंने कहाकि आनेवाले वर्ष में इससे सिक्किम और पूर्वोत्तर क्षेत्र के युवाओं केलिए रोज़गार के कई अवसर पैदा होंगे। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज का कार्यक्रम सिक्किम की भविष्य की यात्रा की एक झलक प्रस्तुत करता है, सिक्किम के विकास से संबंधित कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया है, जिनसे क्षेत्रमें स्वास्थ्य सेवा, पर्यटन, सांस्कृतिक और खेल सुविधाओं में वृद्धि होगी। उन्होंने कहाकि सिक्किम पूरे पूर्वोत्तर केसाथ भारत की विकास गाथा में एक चमकदार अध्याय बन रहा है। उन्होंने कहाकि जहां दिल्ली से दूरी कभी प्रगति में बाधा बनती थी, वहीं अब वही क्षेत्र अवसरों के नए द्वार खोल रहा है। उन्होंने कहाकि इस परिवर्तन का सबसे बड़ा कारण कनेक्टिविटी में सुधार है, एक ऐसा बदलाव जिसे सिक्किम के लोगों ने खुद देखा है। प्रधानमंत्री ने उस समय को भी याद किया, जब शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और रोज़गार केलिए कहीं जाना एक बड़ी चुनौती थी, हालांकि इस एक दशक में स्थिति में काफी बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बतायाकि इस अवधि में सिक्किम में लगभग 400 किलोमीटर नए राष्ट्रीय राजमार्ग बनाए गए हैं, गांवों में सैकड़ों किलोमीटर नई सड़कें बनाई गई हैं, अटल सेतु के निर्माण ने सिक्किम की दार्जिलिंग से कनेक्टिविटी को बढ़ाया है, सिक्किम को कलिम्पोंग से जोड़ने वाली सड़क पर तेजीसे काम चल रहा है। उन्होंने कहाकि बागडोगरा-गंगटोक एक्सप्रेसवे सिक्किम से आना-जाना बहुत आसान बना देगा, इस एक्सप्रेसवे को गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना की घोषणा की, जिससे क्षेत्रके बुनियादी ढांचे को और मजबूती मिलेगी। पूर्वोत्तर राज्यों की राजधानियों को रेलवे नेटवर्क से जोड़ने के प्रयासों पर नरेंद्र मोदी ने कहाकि सेवोके-रंगपो रेल लाइन सिक्किम को राष्ट्रीय रेल नेटवर्क से जोड़ेगी एवं जहां सड़कें नहीं बनाई जा सकतीं, वहां विकल्प के तौरपर रोपवे बनाए जा रहे हैं। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज पहले कई रोपवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया गया, जिससे सिक्किम के लोगों की सुविधा में और सुधार होगा। उन्होंने कहाकि इस एक दशक में भारत नए संकल्पों केसाथ आगे बढ़ा है और स्वास्थ्य सेवा को बेहतर बनाना एक प्रमुख प्राथमिकता रही है। उन्होंने बतायाकि इन 10-11 वर्ष में हर राज्य में बड़े अस्पताल स्थापित किए गए हैं, देशभर में एम्स और मेडिकल कॉलेजों के महत्वपूर्ण विस्तार पर प्रकाश डाला और सिक्किम के लोगों को 500 बिस्तरों वाला अस्पताल समर्पित करने की घोषणा की, ताकि सबसे वंचित परिवारों कोभी गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित की जा सके।
प्रधानमंत्री ने कहाकि सरकार अस्पताल बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है, लेकिन वह सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवा भी सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने बतायाकि आयुष्मान भारत योजना केतहत सिक्किम में 25000 से अधिक लोगों को मुफ्त इलाज मिला है। उन्होंने कहाकि देशभर में 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिक अब 5 लाख रुपये तकके मुफ्त इलाज के पात्र हैं। उन्होंने आश्वासन दियाकि सिक्किम में किसी परिवार को अब अपने बुजुर्ग सदस्यों के इलाज की चिंता नहीं करनी पड़ेगी, क्योंकि सरकार उनके इलाज का ध्यान रखेगी। नरेंद्र मोदी ने कहाकि विकसित भारत की नींव चार मजबूत स्तंभों-ग़रीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के सशक्तिकरण पर टिकी है, देश इन स्तंभों को लगातार मजबूत कर रहा है। उन्होंने सिक्किम के किसानों की प्रशंसा की और भारत की कृषि उन्नति में उनके महत्वपूर्ण योगदान को सराहा। नरेंद्र मोदी ने कहाकि सिक्किम कृषि विकास की नई लहर में अग्रणी है, सिक्किम से जैविक उत्पादों का निर्यात बढ़ रहा है। उन्होंने कहाकि सिक्किम की प्रसिद्ध डल्ले खुरसानी मिर्च का पहलीबार निर्यात किया गया और पहली खेप मार्च 2025 में विदेश भेजी गई। उन्होंने कहाकि आनेवाले वर्षों में सिक्किम के कई और उत्पाद निर्यात किए जाएंगे। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार इन प्रयासों का समर्थन करने केलिए राज्य सरकार केसाथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार ने सिक्किम की जैविक कृषि के दायरे को और बढ़ाने के लिए एक और कदम उठाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा कीकि सिक्किम के सोरेंग जिले में देश का पहला जैविक मत्स्यपालन केंद्र स्थापित किया जा रहा है, यह पहल सिक्किम को राष्ट्रीय और वैश्विक दोनों स्तरोंपर एक नई पहचान दिलाएगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि जैविक खेती केसाथ-साथ सिक्किम को अब जैविक मछली पालन केलिए भी पहचाना जाएगा। उन्होंने कहाकि जैविक मछली और मछली उत्पादों की दुनियाभर में मांग काफी है। उन्होंने कहाकि यह विकास सिक्किम के युवाओं केलिए मत्स्यपालन क्षेत्र में नए अवसर पैदा करेगा। प्रधानमंत्री ने नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक को याद किया, जिसमें प्रत्येक राज्य को एक ऐसा पर्यटन स्थल विकसित करने की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिसे अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त हो। नरेंद्र मोदी ने कहाकि अब समय आ गया हैकि सिक्किम सिर्फ एक हिल स्टेशन से आगे बढ़कर खुदको वैश्विक पर्यटन स्थल के रूपमें स्थापित करे। उन्होंने कहाकि सिक्किम की क्षमता बेजोड़ है, यह एक संपूर्ण पर्यटन पैकेज प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहाकि सिक्किम प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिकता केसाथ-साथ झीलों, झरनों, पहाड़ों और शांत बौद्ध मठों से भरपूर है। नरेंद्र मोदी ने बतायाकि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान एक ऐसी विरासत है, जो न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व को गौरवांवित करती है। उन्होंने कहाकि आज एक नया स्काईवॉक बनाया गया है, स्वर्ण जयंती परियोजना का उद्घाटन किया गया है और अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया गया है, ये सभी परियोजनाएं सिक्किम की प्रगति की नई ऊंचाइयों का प्रतीक हैं।
प्रधानमंत्री ने कहाकि सिक्किम में साहसिक और खेल पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, इस क्षेत्रमें ट्रेकिंग, माउंटेन बाइकिंग और उच्च ऊंचाई प्रशिक्षण जैसी गतिविधियां फल-फूल सकती हैं। उन्होंने कहाकि सिक्किम को सम्मेलन पर्यटन, स्वास्थ्य पर्यटन और संगीत पर्यटन के केंद्र के रूपमें स्थापित करने का विज़न है। उन्होंने कहाकि स्वर्ण जयंती सम्मेलन केंद्र इस भविष्य की तैयारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने प्रसिद्ध वैश्विक कलाकारों के गंगटोक के सुंदर परिदृश्यों में प्रदर्शन करने की अपनी आकांक्षा व्यक्त की और इस दृष्टिकोण से सहमत हैंकि सिक्किम प्रकृति और संस्कृति के सामंजस्य का एक आदर्श उदाहरण है। पूर्वोत्तर में जी-20 शिखर सम्मेलन की बैठकों को आयोजित करने को इस क्षेत्र की क्षमता को दुनिया के सामने प्रदर्शित करने की दिशामें एक कदम बताते हुए उन्होंने इस बातपर संतोष व्यक्त कियाकि सिक्किम सरकार इस दृष्टिकोण को तेजी से साकार कर रही है। उन्होंने कहाकि भारत अब एक प्रमुख वैश्विक आर्थिक शक्ति है और खेल महाशक्ति बनने की राह पर है। उन्होंने कहाकि पूर्वोत्तर खासकर सिक्किम के युवा इस सपने को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, सिक्किम की समृद्ध खेल विरासत को माना और फुटबॉल के दिग्गज बाइचुंग भूटिया, ओलंपिक विजेता तरुणदीप राय और एथलीट जसलाल प्रधान जैसी हस्तियों का उल्लेख किया। उन्होंने एक ऐसे भविष्य की कल्पना की, जहां सिक्किम का हर गांव और शहर एक नया चैंपियन तैयार करे। उन्होंने कहाकि खेल केवल भागीदारी केलिए नहीं होना चाहिए, बल्कि दृढ़ संकल्प के साथ जीतना भी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि गंगटोक में नया खेल परिसर भावी चैंपियनों केलिए प्रशिक्षण का मैदान बन जाएगा, खेलो इंडिया योजना केतहत सिक्किम पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहाकि प्रतिभा पहचान, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी और टूर्नामेंट को हरस्तर पर समर्थन दिया जा रहा है। उन्होंने विश्वास व्यक्त कियाकि सिक्किम के युवाओं की ऊर्जा और जुनून भारत को ओलंपिक गौरव तक पहुंचाएगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि सिक्किम के लोग पर्यटन की शक्ति को समझते हैं और पर्यटन केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि विविधता का उत्सव है। पहलगाम आतंकी हमले की चर्चा करते हुए उन्होंने कहाकि यह केवल भारतीयों पर हमला नहीं था, बल्कि मानवता और भाईचारे की भावना पर हमला था। उन्होंने कहाकि आतंकवादियों ने न केवल कई परिवारों की खुशियां छीन लीं, बल्कि भारत के लोगों को विभाजित करने का भी प्रयास किया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि आज दुनिया भारत की अभूतपूर्व एकता को देख रही है और पूरा देश आतंकवादियों और उनके समर्थकों को स्पष्ट संदेश देने केलिए एकजुट है। उन्होंने कहाकि आतंकवादियों ने भारतीय बेटियों के माथे से सिंदूर पोंछकर उन्हें पीड़ा पहुंचाई, लेकिन भारत ने अपराधियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर केसाथ जवाब दिया। उन्होंने कहाकि आतंकवादी ठिकानों के नष्ट होने केबाद पाकिस्तान ने भारतीय नागरिकों और सैनिकों को निशाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन इस प्रक्रिया में उसका पर्दाफाश हो गया। नरेंद्र मोदी ने कहाकि भारत ने पाकिस्तान के कई एयरबेसों को ध्वस्त करके देश की सामरिक क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि वर्ष 2047 में भारत की आजादी के 100 साल और राज्य के रूपमें सिक्किम के 75 साल पूरे होंगे, ऐसेमें सिक्किम कैसा दिखना चाहिए, इसके लिए लक्ष्य निर्धारित करने की जरूरत है। नरेंद्र मोदी ने सिक्किम की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और इसे 'वेलनेस स्टेट' के रूपमें आकार देने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि युवाओं केलिए अधिक अवसर पैदा करने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, उन क्षेत्रोंमें नए कौशल विकास के अवसर स्थापित करने की आवश्यकता बताई, जहां दुनियाभर में युवाओं की बड़ी मांग है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमारा सपना हैकि सिक्किम न केवल भारत, बल्कि विश्व केलिए एक ग्रीन मॉडल राज्य बने। उन्होंने हर घर में सौर ऊर्जा से चलने वाली बिजली लाने के विज़न के बारेमें बताया और कहाकि सिक्किम को कृषि स्टार्टअप और पर्यटन स्टार्टअप में अग्रणी के रूपमें उभरना चाहिए, जैविक खाद्य निर्यात में वैश्विक स्तरपर अपनी पहचान स्थापित करनी चाहिए। उन्होंने कहाकि अगले 25 साल इन महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को प्राप्त करने और वैश्विक मंच पर सिक्किम की उपस्थिति दर्ज कराने केलिए समर्पित हैं। कार्यक्रम में सिक्किम के राज्यपाल ओमप्रकाश माथुर और मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, सांसद दोरजी शेरिंग लेपचा, डॉ इंद्रा हांग सुब्बा और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।