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गृहमंत्री का मणिपुर हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

'अफवाहों पर ध्यान न दें, शांति बनाए रखें और सद्भावना बढ़ाएं'

'मणिपुर में अशांति फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 1 June 2023 06:05:15 PM

home minister visits manipur violence affected areas

इंफाल। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हिंसा प्रभावित मणिपुर में सभी पक्षों से शांति बनाए रखने, चर्चा करने और सद्भावना बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने मणिपुर हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों केप्रति नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से गहरी संवेदना व्यक्त की और सभी पक्षों से अफवाहों पर ध्यान न देने, शांति बनाए रखने और सद्भावना को बढ़ावा देने केलिए कहा। गृहमंत्री ने इस अवसर पर कहाकि मणिपुर हिंसा की जांच केलिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस की अध्यक्षता में एक न्यायिक आयोग गठित किया जाएगा एवं मणिपुर की राज्यपाल की अध्यक्षता में एक शांति समिति भी गठित की जाएगी, जिसमें सभी वर्गों और पक्षों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। अमित शाह ने कहाकि भारत सरकार और मणिपुर सरकार राहत एवं पुनर्वास पैकेज के तहत हिंसा में जान गंवाने वालों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता धनराशि देगी और ये धनराशि उनके बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। गृहमंत्री अमित शाह अपनी चार दिवसीय मणिपुर यात्रा के अंतिम दिन आज इम्फाल में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।
गृहमंत्री अमित शाह ने बतायाकि मणिपुर में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने केलिए काम कररही सभी ऐजेंसियों केबीच बेहतर और बिना किसी पक्षपात के समन्वय केलिए सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह की अध्यक्षता में एक इंटर ऐजेंसी यूनिफाइड कमांड की स्थापना होगी। अमित शाह ने कहाकि हिंसा के बाबत दर्ज हुए सभी मामलों मेसे चिन्हित किएगए 5 मामले और जनरल षड्यंत्र के एक मामले समेत 6 मामलों की सीबीआई के विशेष दल से जांच कराई जाएगी और किसीभी पक्षपात एवं भेदभाव के बिना हिंसा के कारणों की जांच करके भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोकने केलिए दोषियों को दंडित करने केलिए सख्त कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री ने कहाकि मणिपुर में आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने केलिए केंद्र सरकार ने निर्धारित कोटे के अतिरिक्त 30000 मीट्रिक टन चावल भेजा है, इसके अलावा गैस सिलिंडरों, पेट्रोल और सब्जियों की आपूर्ति की व्यवस्था भी कर दी गई है। अमित शाह ने कहाकि खोंगसांग रेलवे स्टेशन पर एक टेम्परेरी प्लेटफॉर्म बनाकर मणिपुर को देश के बाकी हिस्सों से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
अमित शाह ने बतायाकि आवागमन में सुगमता केलिए चूड़ाचांदपुर, मोरेह और कांगपोकपी से अस्थायी हेलीकॉप्टर सुविधा शुरू की जा रही है, जिससे सिर्फ 2000 रुपये प्रतिव्यक्ति की दर से लोगों को एयरपोर्ट और सुदूर स्थानों तक यातायात सुविधा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहाकि इस सेवा का बाकी खर्चा केंद्र सरकार और मणिपुर सरकार उठाएंगे। उन्होंने कहाकि केंद्र सरकार की बनाई गई 8 मेडिकल टीमों में से 3 टीमें मणिपुर पहुंच चुकी हैं और 5 टीमें जल्द पहुंचने वाली हैं ये टीमें मोरेह, चूड़ाचांदपुर और कांगपोकपी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराएंगी। अमित शाह ने कहाकि मणिपुर के विद्यार्थियों केलिए कम्पीटिटिव परीक्षाओं और शिक्षा व्यवस्था को निर्बाध रूपसे जारी रखने केलिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी मणिपुर शिक्षा विभाग के अधिकारियों केसाथ ऑनलाइन पढ़ाई, परीक्षा और डिस्टेंस शिक्षा की व्यवस्था पर एक कंक्रीट प्लान तैयार करेंगे, जिसे 2 दिन में बना लिया जाएगा। उन्होंने कहाकि मणिपुर हाईकोर्ट में वर्चुअल माध्यम से पेशी केलिए चूड़ाचांदपुर, मोरेह और कांगपोकपी में जरूरी व्यवस्था कीजा रही है। अमित शाह ने कहाकि मणिपुर में सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूपसे चलें इसके लिए गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी और अलग-अलग मंत्रालयों के 5 निदेशक स्तर के अधिकारी मणिपुर में उपस्थित रहेंगे।
गृहमंत्री ने बतायाकि भारत सरकार का म्यांमार और मणिपुर सीमा पर ट्रायल बेसिस पर 10 किलोमीटर बाड़ लगाने का काम पूरा हो चुका है, 80 किलोमीटर के काम के टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और बाकी बची सीमा पर काम केलिए सर्वे जारी है। उन्होंने कहाकि पड़ोसी देशों से आनेवाले लोगों के बायोमेट्रिक और आई इम्प्रेशन लेने का काम भी किया जा रहा है। गृहमंत्री ने कहाकि संचालन का निलंबन समझौते के किसीभी प्रकार के वायलेशन से सख्ती से निपटा जाएगा और उसे समझौते को भंग करने के रूपमें लिया जाएगा। उन्होंने कहाकि संबंधित पक्षों को समझौते की सभी शर्तों का सख्ती से पालन करना चाहिए। अमित शाह ने इस मौके पर यह भी कहाकि जिनके पासभी हथियार हैं, वे हथियारों को पुलिस के सामने सरेंडर करें, पुलिस के कॉम्बिंग ऑपरेशन के दौरान हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अमित शाह ने सभी सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइज़ेशन से अपील करते हुए कहाकि यह समय शांति स्थापित करने और समाज के अंदर सद्भावना बढ़ाने का है। गौरतलब हैकि मणिपुर में 29 अप्रैल को जातीय हिंसा और दो गुटों केबीच से हिंसा की शुरूआत हुई थी।
अमित शाह ने कहाकि 6 वर्ष से मणिपुर बंद, ब्लॉकेड, कर्फ्यू और हिंसा से मुक्त था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मणिपुर की एन बीरेन सिंह की डबल इंजन सरकार ने राज्य में विकास के सारे पैरामीटर्स में अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहाकि ये 6 साल मणिपुर के इतिहास में विकास और शांति के 6 साल हैं, फिर चाहे यहां केंद्रीय संस्थान खोलना हो, इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत करना हो, औद्योगिक निवेश लाना हो, शैक्षणिक संस्थानों को सुचारू रूपसे चलाकर मणिपुर को नॉर्थईस्ट का शिक्षा और खेलकूद का हब बनाना हो, हर क्षेत्र में शांति के कारण मणिपुर विकास के रास्ते पर चल रहा था। अमित शाह ने कहाकि उन्होंने अपने मणिपुर प्रवास के दौरान हर पक्ष के लोगों से मुलाकात की, अस्थायी राहत शिविरों का दौरा किया, मणिपुर के अलग-अलग हिस्सों जैसे-इम्फाल, मोरेह, चूड़ाचांदपुर और कांगपोकपी जाकर नागरिकों के प्रतिनिधिमंडल और पीड़ितों से चर्चा की है। अमित शाह ने कहाकि उन्होंने राज्य के कैबिनेट मंत्रियों और महिला संगठनों केसाथ भी बैठक की है। इसके अलावा मैतेई समुदाय के कई सीएसओ और कुकी समुदाय के कई सीएसओ केसाथ बैठक की। उन्होंने बुद्धिजीवी संगठनों, प्रोफेसर, रिटायर्ड अफसरों और समाज के हर वर्ग के लोगों केसाथ शांति बहाल करने के उपायों पर चर्चा की है। उन्होंने बतायाकि 11 राजनीतिक पार्टियों केसाथ भी चर्चा की गई है, खिलाड़ियों और सभी पार्टियों के चुने हुए प्रतिनिधियों केसाथ भी विचार-विमर्श हुआ है।

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