स्वतंत्र आवाज़
word map

संस्कृति मंत्रालय ने मन की बात का उत्सव मनाया

जन शक्ति: एक सामूहिक शक्ति शीर्षक से प्रदर्शनी का उद्घाटन किया

मौखिक संचार को कलाकृतियों के जरिए प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 1 May 2023 05:08:06 PM

ministry of culture celebrated the festival of mann ki baat

नई दिल्ली। संस्कृति मंत्रालय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम मन की बात की 100वीं कड़ी का उत्सव मनाते हुए 'जन शक्ति: एक सामूहिक शक्ति' शीर्षक से अपनी तरह की एक अनूठी प्रदर्शनी का नई दिल्ली के एनजीएमए में आयोजन किया है, जिसका वैश्विक स्तरपर ख्याति प्राप्त प्रख्यात कलाकार अंजोली इला मेनन ने उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन तथा उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी, संस्कृति तथा विदेश राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, संस्कृति सचिव गोविंद मोहन, किरण नाडर, मुग्धा सिन्हा संयुक्त सचिव संस्कृति मंत्रालय ने भाग लिया। प्रदर्शनी के प्रतिष्ठित कलाकार भी इस अवसर पर उपस्थित थे, जिन्हें जी किशन रेड्डी और मीनाक्षी लेखी ने सम्मानित किया।
संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि यह प्रदर्शनी भारत की कलात्मक विविधता का उत्सव मनाती और मन की बात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तुत विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों, दृष्टिकोणों और विचारों पर प्रकाश डालती है, जिसमें कलाकारों ने जनभागीदारी पर आधारित सरकार की विभिन्न विकासात्मक पहलों को दृष्टिगत रूपसे अभिव्यक्त किया है। उन्होंने मन की बात के प्रसार से संबंधित आईआईटी रोहतक की रिपोर्ट का विवरण भी साझा किया। उन्होंने कहाकि मन की बात के मूल में जनसंवाद, जन जागरुकता, जन कल्याण, जन सम्मान और जनभागीदारी का समावेश है एवं मन की बात ने भारत की विरासत, इतिहास एवं संस्कृति को और अधिक उभारा है। विदेश तथा संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहाकि रेडियो व्यापक पहुंच का एकमात्र माध्यम है और लोगों तक पहुंचने पर कोई भी संचार प्रासंगिक हो जाता है। उन्होंने कहाकि भारत के शीर्ष नेतृत्व ने अपने मौखिक संचार के माध्यम से देश को बदल दिया एवं प्रेरित किया है और मन की बात से संबंधित मौखिक संचार को दृष्टिगत रूपसे कलाकृतियों के जरिए प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है।
प्रसिद्ध क्यूरेटर डॉ अलका पांडे की क्यूरेट की गई इस प्रदर्शनी में बारह उल्लेखनीय आधुनिक और समकालीन भारतीय कलाकारों को दिखाया गया है। प्रत्येक कलाकार ने जल संरक्षण एवं नारी शक्ति से लेकर कोविड एवं भारत, दुनिया के बारेमें जागरुकता तक कुल 12 विषयों में से किसी एक विशिष्ट विषय पर अपनी कलाकृति का प्रदर्शन करके प्रदर्शनी में अपना योगदान दिया। प्रदर्शनी के अन्य विषयों में स्वच्छ भारत, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन, भारतीय कृषि, योग एवं आयुर्वेद, भारतीय विज्ञान एवं अंतरिक्ष, खेल एवं सेहत,भारत @ 75 एवं अमृतकाल और उत्तर-पूर्वी भारत का उत्सव मनाना शामिल हैं। प्रदर्शनी में प्रदर्शित की जानेवाली कलाकृतियां चित्रों, मूर्तियां, तस्वीरें, स्थापनाएं और नए मीडिया सहित विभिन्न प्रकार के माध्यमों को दर्शाती हैं। प्रदर्शनी में आनेवाले दर्शकों को विविध रचनात्मक अभिव्यक्तियों की एक श्रृंखला का अवलोकन करने का अवसर मिलेगा, जो प्रत्येक विषय पर कलाकारों के अद्वितीय दृष्टिकोण को संप्रेषित करता है।
प्रदर्शनी में 3डी प्रोजेक्शन तकनीक के समावेश ने आगंतुकों को प्रदर्शित कलाकृति एवं विषयों केसाथ जुड़ने का एक उत्तेजक और नवीन दृष्टिकोण प्रदान किया है। प्रदर्शनी में विभिन्न सतहों पर छवियों और वीडियो का प्रक्षेपण एक व्यापक एवं संवादात्मक अनुभव प्रदान करता है, जिसके परिणामस्वरूप एक यादगार एवं सार्थक समागम होता है। इस तकनीक का कार्यांवयन प्रदर्शनी में एक रचनात्मक एवं गतिशील तत्व का समावेश करता है और इसे दूसरों से अलग करते हुए आगंतुकों पर एक अमिट छाप छोड़ता है। प्रदर्शनी का उद्देश्य मन की बात से प्रेरित विभिन्न विषयों पर एक अनूठा दृष्टिकोण पेश करते हुए आगंतुकों को एक व्यापक और आकर्षक अनुभव प्रदान करना है। आगंतुकों के अनूठे दृश्यों, जटिल विवरण और प्रदर्शित कार्यों के माध्यम से व्यक्त किएगए गहन संदेशों से मोहित होने की उम्मीद है। डॉ अल्का पांडे के विस्तृत विवरणों पर बहुत बारीकी से ध्यान देकर प्रदर्शनी को तैयार किया गया है। उन्होंने सुनिश्चित किया हैकि यह प्रदर्शनी आधुनिक और समकालीन कला में सर्वश्रेष्ठ का प्रतिनिधित्व करे।
संस्कृति मंत्रालय ने इस मौके पर अमर चित्रकथा के सहयोग से तैयार की गई 12 पुस्तकों की एक श्रृंखला की पहली कॉमिक बुक का विमोचन किया है। पहली पुस्तक में देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ी जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को कवर करने वाली नौ कहानियां हैं। इन पुस्तकों को अंग्रेजी में प्रकाशित किया जाएगा और फिर उनका 12 भारतीय भाषाओं तेलुगू, तमिल, मराठी, बंगाली, ओड़िया, गुजराती, कन्नड़, हिंदी, असमिया, मलयालम, पंजाबी और उर्दू में अनुवाद किया जाएगा। पुस्तक में मनमोहक काल्पनिक पात्रों का एक सेट रचा गया है, जो 12 पुस्तकों की पूरी श्रृंखलाओं में बने रहेंगे और कहानियों को एकदूसरे केसाथ जोड़ेंगे, उनकी बातचीत के माध्यम से हम मन की बात के सभी विषयों और कहानियों को जान पाएंगे।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]