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अल्पसंख्यक आयोग वीर बालदिवस मनाने में जुटा

साहिबजादों की शहादत पर 26 दिसंबर को मनाएंगे वीर बाल दिवस

वीर बाल दिवस के स्मरणोत्सव के लिए सुझाव आमंत्रित किए गए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 7 December 2022 02:21:09 PM

minority commission is busy in celebrating veer bal diwas

नई दिल्ली। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने वीर बालदिवस के स्मरणोत्सव केलिए सुझाव एवं परामर्श आमंत्रित करने केलिए सिख बुद्धिजीवियों केसाथ बैठक की, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा ने की। राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य रिनचेन ल्हामो और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए। गौरतलब हैकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 26 दिसंबर को साहिबजादा जोरावर सिंह जी (7 वर्ष) और साहिबजादा फतेह सिंह जी (5 वर्ष) के बलिदान का स्मरण करने केलिए वीर बालदिवस के रूपमें मनाने की घोषणा की थी। यह दोनों सरहंद में शहीद हुए थे, उन्हें 26 दिसंबर 1704 को दीवारों में ईंटें लगाकर जिंदा चिनवा दिया गया था। इस शहादत का स्मरण करने केलिए भारत सरकार ने 26 दिसंबर को वीर बालदिवस के रूपमें मनाने का निर्णय लिया है।
वीर बाल दिवस को और अधिक सार्थक बनाने केलिए राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग ने सिख समुदाय के प्रतिष्ठित व्यक्तियों और बुद्धिजीवियों को सुझाव और परामर्श देने केलिए आमंत्रित किया है। इकबाल सिंह लालपुरा ने 26 दिसंबर को वीर बालदिवस के रूपमें मनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णय की प्रशंसा की और उनके प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहाकि 26 दिसंबर को वीर बालदिवस के रूपमें चिन्हित करके श्रीगुरु गोबिंद सिंह के चार साहिबजादों के सर्वोच्च बलिदान को मान्यता देने केलिए हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हैं। उन्होंने कहाकि साहिबजादों के बलिदान को 318 वर्ष से अधिक हो गए हैं, लेकिन हम अभीतक उनके बलिदान के सम्मान में उनके नाम पर किसी संस्थान का नाम नहीं रख सके हैं, हमें इस दिशामें प्रयास करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहाकि साहिबजादों के नामपर राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार स्थापित करना, साहिबजादों की कहानी को भारत और दुनियाभर में दूर-दूर तक प्रसारित करने की आवश्यकता है।
इकबाल सिंह लालपुरा ने इस अवसर पर बतायाकि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को 26 दिसंबर 2022 को वीर बालदिवस के सार्थक आयोजन केलिए विभिन्न सुझाव प्राप्त हुए हैं, अधिकांश सुझाव देशभर में साहिबजादों के बलिदान के बारेमें जागरुकता पैदा करने, साहित्य और संस्कृति का उपयोग करने पर केंद्रित थे। उन्होंने बतायाकि स्कूली पाठ्यक्रम में साहिबजादों की कहानी को शामिल करना और भारत की सभी भाषाओं, राज्यों में विद्यार्थियों केबीच कॉमिक्स और लघु फिल्मों के माध्यम से इसका प्रचार करना भी सुझावों शामिल है। इकबाल सिंह लालपुरा ने कहाकि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग वीर बालदिवस को भव्य रूपसे सफल मनाने केलिए इन सुझावों को प्रधानमंत्री कार्यालय और संस्कृति मंत्रालय के सामने प्रस्तुत करेगा।

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