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टोक्यो में भारत-जापान 2+2 मंत्री स्तरीय संवाद

भारत में है रक्षा उद्योग के विकास के अनुकूल वातावरण-रक्षामंत्री

जापानी उद्योगों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश का आमंत्रण

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 8 September 2022 01:24:11 PM

india-japan 2+2 ministerial dialogue in tokyo

टोक्यो। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह जापान की तीन दिवसीय यात्रा पर टोक्यो पहुंचे और विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर केसाथ दूसरे भारत-जापान 2+2 मंत्री स्तरीय संवाद में हिस्सा लिया। भारत-जापान 2+2 मंत्री स्तरीय संवाद में जापानी पक्ष का प्रतिनिधित्व रक्षामंत्री यासूकाज़ू हमाडा और विदेश मंत्री योशीमासा हायाशी ने किया। राजनाथ सिंह ने जापानी रक्षामंत्री केसाथ द्विपक्षीय वार्ता में द्विपक्षीय रक्षा सहयोग केसाथ क्षेत्रीय मामलों के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की। उन्होंने भारत-जापान रक्षा साझेदारी के महत्व तथा इसके स्वतंत्र, खुले और नियम आधारित भारत-प्रशांत क्षेत्र सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार किया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने प्रतिनिधिमंडल स्तरकी वार्ता में इस बातपर प्रकाश डालाकि भारत-जापान द्विपक्षीय रक्षा अभ्यास में बढ़ती जटिलताएं, दोनों देशों केबीच रक्षा सहयोग के और गहरा होने के प्रमाण हैं। दोनों रक्षामंत्रियों ने 'धर्म गार्डियन', 'जिमेक्स' और 'मालाबार' सहित द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों को जारी रखने केलिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने इस वर्ष मार्च में अभ्यास 'मिलन' के दौरान आपूर्ति और सेवा समझौते के पारस्परिक प्रावधान के संचालन का स्वागत किया। दोनों रक्षामंत्रियों ने इस बातपर सहमति व्यक्त कीकि लड़ाकू अभ्यास के शीघ्र आयोजन से दोनों देशों की वायु सेनाओं केबीच और अधिक सहयोग व अंतरपरिचालन का मार्ग प्रशस्त होगा। रक्षामंत्री ने रक्षा उपकरण और तकनीकी सहयोग के क्षेत्रमें साझेदारी का विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने जापानी उद्योगों को भारत के रक्षा गलियारों में निवेश करने केलिए आमंत्रित किया, जहां भारत सरकार ने रक्षा उद्योग के विकास केलिए अनुकूल वातावरण तैयार किया है। उन्होंने कहाकि इस वर्ष भारत और जापान केबीच राजनयिक संबंधों के 70 वर्ष पूरे होरहे हैं और दो मजबूत लोकतांत्रिक देशोंके रूपमें दोनों देश विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी साझा करते हैं। राजनाथ सिंह ने जापान के आत्मरक्षाबल के कर्मियों, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी को समर्पित स्मारक पर जाकर माल्यार्पण करके अपने दिन की शुरुआत की। जापानी रक्षामंत्री केसाथ द्विपक्षीय बैठक से पहले उन्हें औपचारिक गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। 

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