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'भारत में जापान की विकास परियोजनाएं मिसाल'

मारुति सुजुकी भारत-जापान मजबूत साझेदारी का प्रतीक-प्रधानमंत्री

भारत में सुजुकी की सफलता के 40 वर्ष पर गांधीनगर में कार्यक्रम

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 29 August 2022 12:17:20 PM

pm at the foundation stone laying ceremony of suzuki ev battery plant at hansalpur gujarat

गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में सुजुकी के 40 वर्ष पूरे होने पर सुजुकी कॉर्पोरेशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी और गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहाकि भारत के परिवारों केसाथ सुजुकी का जुड़ाव अब 40 साल का हो गया है और मारुति सुजुकी की सफलता भारत-जापान की मजबूत साझेदारी का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने कहाकि इन आठ वर्षमें दोनों देशोंके संबंध नई ऊंचाइयों पर पहुंचे हैं, गुजरात-महाराष्ट्र में बुलेट ट्रेन से लेकर यूपीके बनारस में रुद्राक्ष केंद्रतक कई विकास परियोजनाएं भारत-जापान मित्रता की मिसाल हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि जब इस दोस्ती की बात आती है तो हर भारतीय निश्चित तौरपर हमारे मित्र जापान के प्रधानमंत्री रहे शिंजो आबे को याद करता है। उनके गुजरात आने और यहां वक्त बिताने को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि गुजरात के लोग इन लम्हों को आत्मीयता से याद करते हैं और हमारे देशों को और करीब लाने केलिए जो प्रयास उन्होंने किए थे, वर्तमान प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उनको आगे बढ़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारे प्रयासों ने हमेशा जापान केलिए गंभीरता दिखाई और उसका सम्मान किया, यही कारण हैकि सुजुकी के साथ-साथ लगभग 125 जापानी कंपनियां गुजरात में काम कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने 13 साल पहले गुजरात में सुजुकी के आगमन और खुदको गवर्नेंस के एक अच्छे मॉडल के रूपमें पेश करनेके गुजरात के भरोसे कोयाद किया। उन्होंने कहाकि उन्हें खुशी हैकि गुजरात ने सुजुकी केसाथ अपना वादा निभाया और सुजुकी नेभी गुजरात की इच्छाओं को वही सम्मान दिया और गुजरात दुनिया में एक शीर्ष मोटर वाहन विनिर्माण केंद्रके रूपमें उभरा है। गुजरात-जापान के मौजूदा संबंधों पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहाकि ये राजनयिक आयामों से भी ऊंचे हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि उन्हें याद हैकि जब 2009 में वाइब्रेंट गुजरात शिखर सम्मेलन शुरू हुआ था, तबसे जापान एक भागीदार देशके रूपमें इसके साथ जुड़ा हुआ है, जापान के निवेशक गुजरात को अपना घर बना लें, इसके लिए उन्होंने गुजरात में एक छोटा जापान बनाने के अपने संकल्प को याद किया, इसे साकार करने केलिए कई उपाय किए। उन्होंने कहाकि सुजुकी समेत जापान की सवा सौसे ज्यादा कंपनियां गुजरात में काम कर रही हैं, ऑटोमोबाइल से लेकर बायो-फ्यूल तकके क्षेत्रमें यहां जापानी कंपनियां अपना विस्तार कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि जापानी व्यंजनों केसाथ-साथ कई विश्वस्तरीय गोल्फ कोर्स और रेस्तरां के निर्माण तथा जापानी भाषा का प्रचार इसके कुछ ऐसेही उदाहरण हैं। उन्होंने कहाकि अहमदाबाद में कई जापानी कंपनियों को प्लग-एंड-प्ले सुविधाएं प्रदान करने केलिए जेट्रो सपोर्ट सेंटर चला रही है, जापान-भारत विनिर्माण संस्थान कई लोगों को प्रशिक्षण दे रहा है। प्रधानमंत्री ने गुजरात की विकास यात्रा में 'काइजन' के योगदान को याद किया और कहाकि उनके द्वारा काइजन के पहलुओं को पीएमओ और अन्य विभागों में भी लागू किया गया है। इलेक्ट्रिक वाहनों की शानदार विशेषताओं मेसे एकके बारेमें प्रधानमंत्री ने कहाकि इनमें आवाज़ नहीं होती, वे मौन रहते हैं, दो पहिया हो या तीन पहिया ये कोई शोर नहीं करते। उन्होंने कहाकि यह मौन केवल इसकी इंजीनियरिंग के बारेमें नहीं है, बल्कि यह देशमें एक मूक क्रांति की शुरुआत भी है। ईवी इकोसिस्टम को मजबूत करने के सरकार के प्रयासों के तहत प्रधानमंत्री ने कहाकि इलेक्ट्रिक वाहन खरीदारों को विभिन्न प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं, सरकार ने आयकर में छूट और ऋण प्रक्रिया को सरल बनाने जैसे कई कदम उठाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहाकि आपूर्ति को बढ़ावा देने केलिए मोटर वाहन और मोटर वाहन के कलपुर्जों के निर्माण के क्षेत्र में पीएलआई योजनाओं को शुरू करने केलिए भी तेजीसे काम किए जा रहे हैं, इलेक्ट्रिक वाहनों की चार्जिंग केलिए एक मजबूत अवसंरचना तैयार करने के सम्बंध में कई नीतिगत फैसले लिए गए हैं। प्रधानमंत्री ने कहाकि 2022 के बजट में बैटरी अदला-बदली नीति भी पेश की गई है। उन्होंने कहाकि यह निश्चित हैकि आपूर्ति, मांग और इकोसिस्टम के मजबूत होने से ईवी क्षेत्र प्रगति की ओर आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहाकि भारत ने कॉप-26 में घोषणा की हैकि देश 2030 तक अपनी स्थापित विद्युत क्षमता का 50 प्रतिशत, गैर-जीवाश्म स्रोतों से प्राप्त करेगा। उन्होंने कहाकि हमने 2070 केलिए 'नेट ज़ीरो' लक्ष्य निर्धारित किया है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त कीकि मारुति सुजुकी जैव इंधन, एथेनॉल मिश्रण और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन जैसी चीजों पर भी काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने सुझाव दियाकि सुजुकी संपीड़ित बायोमीथेन गैस से संबंधित परियोजनाओं पर काम शुरू करे। उन्होंने यहभी कामना कीकि स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और एक-दूसरे से सीखने केलिए बेहतर माहौल बनाया जाना चाहिए, इससे देश और कारोबार दोनों को फायदा होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि हमारा लक्ष्य हैकि अमृतकाल के अगले 25 वर्ष में भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों में आत्मनिर्भर बन जाए, चूंकि ऊर्जा खपत का एक बड़ा हिस्सा परिवहन क्षेत्र से संबंधित है, इसलिए इस क्षेत्रमें नवाचार और प्रयास हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इस अवसर पर जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने वीडियो संदेश में कहाकि चार दशक से ज्यादा समय के दौरान मारुति-सुजुकी की तरक्की भारत-जापान के मजबूत आर्थिक संबंधों का प्रतीक है। उन्होंने भारतीय बाजार की क्षमता को पहचानने केलिए सुजुकी प्रबंधन की सराहना की। उन्होंने इस सफलता का श्रेय भारत के लोगों और यहां की सरकार की समझ एवं समर्थन को दिया। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मजबूत नेतृत्व में विनिर्माण क्षेत्र की मदद केलिए किएगए विभिन्न उपायों के कारण भारत के आर्थिक विकासमें और तेजी आई है। उन्होंने बतायाकि कई जापानी कंपनियों ने भारत में निवेश करने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने इस वर्ष के महत्व कोभी रेखांकित किया, जिसमें भारत-जापान आपसी संबंधों के 70 वर्ष पूरे कर रहे हैं। उन्होंने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केसाथ मैं 'जापान-भारत सामरिक एवं वैश्विक साझेदारी' को और विकसित करने तथा 'स्वतंत्र एवं खुले इंडो-पैसिफिक' को साकार करने का प्रयास करने केलिए दृढ़ संकल्पित हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दौरान भारत में सुजुकी समूह की दो प्रमुख परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी, ये हैं-गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर गुजरात इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी और हरियाणा के खरखोदा में मारुति सुजुकी की आगामी वाहन निर्माण सुविधा। उन्होंने कहाकि गुजरात के हंसलपुर में सुजुकी मोटर गुजरात इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी की स्थापना लगभग 7,300 करोड़ रुपये की लागत सेकी जाएगी और इसमें इलेक्ट्रिक वाहनों केलिए एडवांस केमिस्ट्री सेल बैटरी का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहाकि हरियाणा के खरखोदा में वाहन निर्माण सुविधा में प्रतिवर्ष 10 लाख यात्री वाहनों के निर्माण की क्षमता होगी, जिससे यह दुनिया में एकही स्थल पर सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माण सुविधाओं मेसे एक हो जाएगी। परियोजना के पहले चरण में 11,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जाएगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में जापान के राजदूत सतोशी सुजुकी, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, सासंद सीआर पाटिल, राज्यमंत्री जगदीश पांचाल, सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के पूर्व अध्यक्ष ओसामू सुजुकी, सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष तोषी-रिहीरो सुजुकी और मारुति-सुजुकी के चेयरमैन आरसी भार्गव उपस्थित थे।

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