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सही सूचना का प्रसार जरूरी-सूचना प्रसारण मंत्री

मीडिया की कंटेंट गुणवत्ता यूजर्स के अनुभव को और बेहतर करती है

'फ्यूचर फॉरवर्ड, रीइमेजिनिंग मीडिया' पर एशिया मीडिया सम्मेलन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 26 May 2022 01:15:33 PM

dissemination of correct information necessary-minister of information and broadcasting

नई दिल्ली। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा हैकि मीडिया के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति चाहे जो भी हो, लेकिन इसके मूल में हमेशा कंटेंट की प्रामाणिकता ही रहेगी। उन्होंने कहाकि हम सूचना के मुक्त प्रवाह के अधिकार के बारेमें बात कर सकते हैं, लेकिन हमें सही सूचना के प्रसार की आवश्यकता के बारेमें भी बात करने की जरूरत है। कोविड-19 महामारी के कठिन समय में भारतीय मीडिया की निभाई गई भूमिका की सराहना करते हुए अनुराग ठाकुर ने 17वें एशिया मीडिया शिखर सम्मेलन में कहाकि भारतीय मीडिया ने सुनिश्चित किया हैकि देश में सभी लोगों तक कोविड जागरुकता संदेश, महत्वपूर्ण सरकारी दिशा-निर्देश और डॉक्टरों केसाथ मुफ्त परामर्श आसानी से पहुंचे। मीडिया के बदलते वितरण तंत्र पर अनुराग ठाकुर ने कहाकि मीडिया आज अत्यधिक रूपसे तकनीक से संचालित है और यह नवाचार की तेजगति का साक्षी बन रहा है। इस वर्ष एशिया मीडिया शिखर सम्मेलन का विषय-'फ्यूचर फॉरवर्ड, रीइमेजिनिंग मीडिया' है, जिसे अनुराग ठाकुर ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहाकि किफायती मोबाइल उपकरणों के माध्यम से इंटरनेट के विकास ने मीडिया उद्योग को फिरसे ऊर्जा दी है। उन्होंने कहाकि 5जी तकनीक वितरण की गति में वृद्धि और मीडिया के कंटेंट की गुणवत्ता में रचनात्मक एवं सकारात्मक सुधार उपयोगकर्ता के अनुभव को और बेहतर करेगा। उन्होंने कहाकि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने सार्वजनिक सेवा के अपने कार्यादेश के अनुरूप महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जो त्वरित कवरेज जमीनी रिपोर्ट और सार्वजनिक स्वास्थ्य पर कार्यक्रमों के माध्यम से रुझान को स्थापित करने में उनकी भूमिका से सिद्ध होता है। दूसरी महामारी को लेकर गलत सूचना के बारेमें अनुराग ठाकुर ने कहाकि अपुष्ट दावों और मीडिया में प्रसारित गलत कंटेंट ने लोगों में अत्यधिक भय का माहौल पैदा कर दिया था। पत्र सूचना कार्यालय की फैक्ट चेक यूनिट को श्रेय देते हुए उन्होंने कहाकि फर्जी खबरों और गलत सूचनाओं के इस खतरे के खिलाफ समय पर मज़बूत लड़ाई लड़ी गई। सूचना मंत्री ने कोविड से जंग में सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहाकि 1.3 बिलियन आबादी का टीकाकरण करना बेहद चुनौतीपूर्ण था, सरकार कोविड योद्धाओं और नागरिक समाज के संयुक्त प्रयासों के परिणामस्वरूप भारत ने अपनी अधिकांश आबादी का टीकाकरण पूरा कर लिया है।
अनुराग ठाकुर ने कहाकि इस प्रयास में भारतीय मीडिया ने लोगों को कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण के लाभके बारेमें शिक्षित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अनुराग ठाकुर ने कहाकि हमें कई अवरोधों का भी सामना करना पड़ा, सबसे बड़ी चुनौती थी-वैक्सीन केप्रति दुविधा की भावना, इसे मीडिया ने सही संदेशों और शिक्षा के जरिए दूर किया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वैक्सीन के बारेमें स्पष्ट संदेश देने केलिए ऑल इंडिया रेडियो कार्यक्रमों एवं टीवी चैनलों के माध्यम से नागरिकों को संबोधित किया। हाल में कान में सिनेमा के माध्यम से भारतीय सॉफ्ट पावर के अभूतपूर्व प्रदर्शन को याद करते हुए उन्होंने कहाकि भारतीय सिनेमा ने दुनियाभर में लाखों लोगों के दिलों को जीता और भारत केलिए एक पहचान अर्जित की, इस तथ्य की पुष्टि फिल्म महोत्सव में भारत की फिल्मों को फिल्म प्रेमियों की ओर से मिली जबरदस्त वाहवाही से होती है। उन्होंने कहाकि कुल 3000 रिलीज के साथ भारत हर साल सबसे अधिक फिल्मों का निर्माण करता है। अनुराग ठाकुर ने भारत में फिल्मों की शूटिंग को बढ़ावा देने के लिए कान में घोषित प्रोत्साहनों को भी दोहराया।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन हैकि भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन को प्राथमिकता दी जाए, इसको साकार करने केलिए सरकार ने राष्ट्रीय फिल्म विरासत मिशन केतहत फिल्मों के संरक्षण की दुनिया की सबसे बड़ी परियोजना की घोषणा की है। उन्होंने जानकारी दीकि इस अभियान के हिस्से के रूपमें विभिन्न भाषाओं एवं शैलियों की 2200 से अधिक फिल्मों की पुरानी भव्यता को बहाल किया जाएगा। उन्होंने कहाकि संरक्षण विभिन्न पीढ़ियों को आपस में जोड़ता है, नई पीढ़ी को उन मूल्यों को जानना, स्वीकार करना और आत्मसात करना चाहिए, जिन्हें हमारे पूर्वजों ने संजोया है। अनुराग ठाकुर ने देश की आजादी के 75वें वर्ष के जश्न की जानकारी दी और कहाकि हम अपनी ऐतिहासिक नैतिकता, पारंपरिक मूल्यों, सांस्कृतिक लोकाचार को फिरसे जी रहे हैं, आजादी केलिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों केप्रति हमारी युवा पीढ़ी और अधिक जागरुक हो रही है। उन्होंने दुनिया में मीडिया की सकारात्मक भूमिका केप्रति अपना दृढ़ विश्वास व्यक्त किया और कहाकि सशक्तिकरण के एक प्रभावी साधन के रूपमें मीडिया में लोगों की धारणाओं और दृष्टिकोणों को आकार देने की अपार क्षमता होती है।

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