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मोदी गवर्नेंस पर लिखे गए अध्याय!

'मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी' पुस्तक विमोचित

उपराष्ट्रपति, गृहमंत्री व विदेश मंत्री ने किया विमोचन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 11 May 2022 06:21:18 PM

'modi @ 20: dreams meet delivery' book released

नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु ने आज एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गवर्नेंस पर लिखे गए अध्यायों के संकलन ‘मोदी @20: ड्रीम्स मीट डिलीवरी’ पुस्तक का केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर और कई गणमान्य व्यक्तियों केसाथ विमोचन किया है। यह पुस्तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गवर्नेंस में 20 साल पर अनेक प्रख्यात बुद्धिजीवियों और विशिष्ट व्यक्तियों के लिखे गए अध्यायों का संकलन है। गृहमंत्री अमित शाह ने भी पुस्तक में एक अध्याय लिखा है। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी के 20 साल हेड ऑफ द गवर्नमेंट रहने के नाते भारत और गुजरात में जिस तरहसे उल्लेखनीय परिवर्तन आया है, उसे सभीने देखा है, परंतु राजनीति शास्त्र के विद्यार्थी के नाते मै यह जरूर कहना चाहता हूंकि इससे पीछे के समय में जाने की जरूरत है, अगर हम मोदीजी के 20 साल हेड ऑफ द गवर्नमेंट के अनुभव से पहले के 30 साल का अध्ययन नहीं करते तो वह अधूरा रह जाएगा। गृहमंत्री ने कहाकि पांच दशक के सार्वजनिक जीवन में गरीबी से उठकर देश के प्रधानमंत्री बनने, एक छोटे से कार्यकर्ता से लेकर सभी पॉलिटिकल पार्टियों में सबसे लोकप्रिय नेतृत्व बनने और आज पूरा विश्व जिसका नेतृत्व स्वीकार करता है भारत के ऐसे प्रधानमंत्री बनने तकके सफर को जानने केलिए हमें 30 साल पीछे जरूर जाना चाहिए।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहाकि मोदीजी के पहले तीन दशक संगठन के अंदर गुजरे। अमित शाह ने कहाकि हमसब लोगों केलिए यह एक कूट प्रश्न हैकि समस्याओं को समझने की इतनी बड़ी शक्ति मोदीजी में कहां से आती है, नीति निर्धारण करते वक्त छोटे से छोटे व्यक्ति केलिए नीति हो यह आग्रह कहां से आता है और नीति सर्वसमावेशी व सर्वस्पर्शीय हो यह विचार कहां से आता है, इसका जवाब 30 साल के अंदर है। उन्होंने कहाकि परिश्रम, संवेदना, संवेदना केसाथ समस्याओं को समझना, उनका विश्लेषण करना और विश्लेषण के आधार पर समस्या का समाधान ढूंढने की प्रक्रिया 30 साल चलती है, तब जाकर एक सफल नेता बनता है। अमित शाह ने कहाकि लोगों की ग़रीबी, समस्याएं, समाज में फैली अव्यवस्थाएं और लोकतंत्र केप्रति लोगों का उठता विश्वास देखकर अगर दिल में टीस और दर्द नहीं होता है तो कोई नरेंद्र मोदी नहीं बन पाता है। उन्होंने कहाकि भारत के जनमानस, समस्याओं और समाज की सांस्कृतिक विविधताओं को समझना और समझते-समझते भारत की संस्कृति केप्रति दिलमें अपार गौरव पैदा करना एवं समाधान की दिशा की इस प्रक्रिया ने ही मोदीजी को आज इस स्थान पर बैठाया है।
गृहमंत्री ने कहाकि 20 साल से नरेंद्र मोदी ने कई उपलब्धियां हासिल की है और ढेर सारे लोगों ने इनका विश्लेषण भी किया है, खासकरके एडमिनिस्ट्रेशन और गवर्नेंस केलिए मोदीजी ने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, उनका बहुत अच्छी तरीके से मूल्यांकन किया गया है, मगर मैं एक बात कहना चाहता हूंकि आप एक ऐसे व्यक्ति का मूल्यांकन कर रहे हो, जिसको मुख्यमंत्री बनने से पहले पंचायत चलाने का भी अनुभव नहीं था, मोदीजी जब मुख्यमंत्री बने उससे पहले उन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा था, किसी पंचायत के सदस्य भी नहीं थे और ऐसे व्यक्ति को अचानक भूकंप से पीड़ित एक राज्य का मुख्यमंत्री बना दिया जाता है, उसके बाद बार-बार चुनकर आना और इतने यशस्वी तरीकेसे गवर्नेंस करना अपने आपमें एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी ने योजनाओं को लोकाभिमुख बनाया है, पहले योजनाएं बनती थींकि इस बजट में इतने गांव के अंदर बिजली, इतने घरों के अंदर बिजली लगाएंगे, इतने घरों में शौचालय बनाएंगे, इतने लोगों को स्वास्थ्य कार्ड देंगे, लेकिन अगर आप मोदीजी की योजनाओं की स्टडी करेंगे तो उसमें संख्या नहीं, बल्कि समस्या का संपूर्ण उन्मूलन होता है। देश में हर घरमें बिजली, शौचालय, गैस सिलेंडर और नल से पीने का पानी जैसी पहल योजनाओं की विशेषता रही है और मोदीजी ने एक दृष्टि से साइज और स्केल दोनों को परिवर्तित किया है।
अमित शाह ने कहाकि गुजरात की प्राइमरी एजुकेशन पूरे देश केलिए एक मॉडल है। गृहमंत्री ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में लयबद्ध तरीके से अनेक कार्यक्रम शुरू किए हैं, हर घरमें शौचालय पहुंचाया है, साफ-सफाई केलिए बहुत बड़ा अभियान चलाया हुआ है, स्वच्छता की संस्कृति को पुनर्जीवित किया है, साथही फिट इंडिया मूवमेंट चलाया, योग दिवस और योग का महत्व पूरी दुनिया एवं देश में प्रस्थापित किया, पोषण अभियान को महत्व देते हुए बच्चे और माता की इम्युनिटी से संबंधित मिशन इंद्रधनुष जैसी योजनाएं शुरू कीं, आयुष्मान भारत के अंतर्गत हर व्यक्ति को पांच लाख रुपए तककी सभी स्वास्थ्य सेवाएं फ्री देकर देश के 60 करोड़ लोगों के दिमाग से स्वास्थ्य का बोझ हटाने का काम किया है। गृहमंत्री ने कहाकि नीतियों के निर्धारण केलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले की सरकार को पॉलिसी पैरालिसिस वाली सरकार कहते थे, मोदीजी ने नीतियां कैसे निर्धारित हो सकती हैं, इसके लिए 8 साल में दुनिया के सामने ढेर सारा स्टडी मेटेरियल उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहाकि भारत ने पहले कभीभी अंतरिक्ष केलिए नीति बनाने के बारेमें नहीं सोचा था, मोदीजी ने अंतरिक्ष नीति बनाकर एक बहुत बड़ा बाजार भारत केलिए खोला है और मैं पूरे भरोसे से कह सकता हूंकि इस क्षेत्र मेभी भारत ग्लोबल प्लेयर बनने जा रहा है।
गृहमंत्री ने कहाकि देशमें ड्रोन की पॉलिसी नहीं थी, इस क्षेत्रमें अपार संभावनाएं हैं और नरेंद्र मोदीजी ने ड्रोन पॉलिसी बनाकर एक बहुत बड़ा नया बिजनेस स्पेस खोलने का काम किया है। अमित शाह ने कहाकि नई शिक्षा नीति में बच्चों की क्षमता को बढ़ाने पर ज़ोर दिया गया है, अगर नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को बारीकी से देखें तो इसने हर बच्चे की अनंत संभावनाओं को शत-प्रतिशत बाहर लाने का एक प्लेटफार्म देने का काम किया गया है। उन्होंने कहाकि नीति बनाते वक्त मोदीजी का गहराइयों केसाथ जड़ से समस्या के समाधान के बारेमें सोचने का स्वभाव है, कृषि क्षेत्र मेभी ढेर सारे परिवर्तन हुए हैं और अबकुछ इस प्रकार की पॉलिसी बनी हैं, जिनमें देश के युवाओं को विश्व के युवाओं केसाथ कॉन्पिटिशन करने का एक मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत गुणों के बारेमें अमित शाह ने कहाकि मैंने अपने जीवन में मोदीजी से बड़ा श्रोता कभी नहीं देखा, वे बहुतही एकाग्रता केसाथ सुनते हैं और बहुत धैर्य केसाथ सुनना ही उनका सबसे बड़ा गुण है। उन्होंने कहाकि मोदीजी की सोच की दिशा ऊर्ध्व है, वे हमेशा रचनात्मक तरीके एवं उच्च लक्ष्यों की सोचते हैं और सबसे ज्यादा परिणाम लाने की सोचते हैं, इस ऊर्ध्व गति की सोच ने इस देश के अंदर बहुत बड़ा परिवर्तन किया है। अमित शाह ने कहाकि मोदीजी की हर सोच में देश की सोच सबसे ऊपर और सबसे ज्यादा होती है, इसीलिए आज 130 करोड़ की आबादी के मन में यह विश्वास हैकि जब देश की आज़ादी की शताब्दी मनाई जाएगी, तब हम भारत को एक महान देश के रूपमें पाएंगे।
अमित शाह ने कहाकि मोदीजी के विरोधी भी उनपर कोई आरोप नहीं लगा सकते, वे नीतियों के निर्धारण केलिए कभी जल्दबाजी नहीं करते, मगर उनको लागू करने में जो दृढ़ता है, वह अच्छे-अच्छे को आश्चर्यचकित करने वाली है, मोदी सरकार लोगों को अच्छा लगे ऐसा फैसला नहीं लेती है, बल्कि लोगों केलिए अच्छे हों ऐसे फैसले लेती है, वो वोट केलिए राजनीति नहीं करते, दलित, आदिवासी, ग़रीब और पिछड़ों केलिए अथाह प्रेम और संवेदनशीलता एवं उनके कल्याण केलिए सदैव समर्पित रहना उनकी विशेषता है। अमित शाह ने कहाकि आर्थिक सुधार और टेक्नोलॉजी को भारत के अनुरूप बनाकर भारत सरकार में लाने का काम देश में सबसे पहले अगर किसी ने किया है तो नरेंद्र मोदी ने किया है। अमित शाह ने कहाकि पहले भारत की रक्षा नीति कभी विदेश नीति की परछाई से बाहर नहीं आ पाती थी, लेकिन मोदीजी की विदेश नीति ने यह प्रस्थापित कर दियाकि हम सबके साथ दोस्ती रखना चाहते हैं, मगर भारत की सुरक्षा हमारा प्राथमिक लक्ष्य है, यह स्पष्टता इतनी क्लेरिटी केसाथ 7 दशक में किसी अन्य नेता ने नहीं दी।
गृहमंत्री ने कहाकि अमृत महोत्सव से शताब्दी तकके काल को अमृतकाल और संकल्प सिद्धीकाल कहकर मोदीजी ने 25 साल केबाद महान भारत की रचना का लक्ष्य रखकर यह साबित कर दिया हैकि वे केवल और केवल भरत की महानता केलिए सोचते हैं। गृहमंत्री ने कहाकि बिना किसी पारिवारिक बैकग्राउंड और राजनीतिक उठापटक के एक व्यक्ति जनता का मैंडेट लेकर प्रधानमंत्री बनता है, जनता बार-बार चुनाव में उनका अनुमोदन करती है तो यह स्वीकार करना पड़ेगाकि भारत की जनता ने नरेंद्र मोदी को स्वीकारा किया है और जनता उन्हें मन से प्यार करती है। अमित शाह ने कहाकि हर पार्टी के अंदर कई प्रकार के नेता होते हैं, मगर संगठन और सरकार दोनों में यशस्वी तरीके से काम करनेवाले एकमात्र नेता नरेंद्र मोदी हैं, जो संगठन कोभी एक नई ऊंचाई तक ले गए और वैश्विक पहचान देने का काम किया है। उन्होंने कहाकि देश के लोगों और विशेष रूपसे युवाओं को नरेंद्र मोदी के बारेमें जानना चाहिए, अगर हमें मोदीजी के रास्ते पर चलना है तो ढेर सारा परिश्रम, परिश्रम की पराकाष्ठा और स्वंय को पिघालकर काम करने की आदत डालनी होगी, तभी हम इस रास्ते पर चल सकते हैं।

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