स्वतंत्र आवाज़
word map

ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का 810वां उर्स शुरू

विविधता में एकता भारत की पहचान है-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री की ओर से मुख्तार अब्बास नक़वी ने चादर चढ़ाई

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 7 February 2022 02:32:42 PM

mukhtar abbas naqvi offered chadar on behalf of the prime minister

अजमेर। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नक़वी ने ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 810वें उर्स पर राजस्थान में अजमेर शरीफ दरगाह पर जाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाई। मुख्तार अब्बास नक़वी ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री का संदेश पढ़ा, जिसमें उन्होंने भारत और विदेशों में वार्षिक उर्स पर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के अनुयायियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में कहा हैकि अजमेर शरीफ में चादर भेंट करके मैं महान सूफी संत को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने पूरी दुनिया को मानवता का संदेश दिया और विविधता में एकता भारत की पहचान है। उन्होंने कहाकि देश में विभिन्न संप्रदायों, समुदायों और मतों का सामंजस्यपूर्ण सहअस्तित्व हमारी ताकत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि महान संतों, महात्माओं, पीर, फकीरों ने विभिन्न कालखंडों में देश के सामाजिक एवं सांस्कृतिक ताने-बाने को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इस गौरवशाली परंपरा में समाज को प्रेम और सद्भाव का संदेश देने वाले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का नाम पूरे सम्मान और श्रद्धा के साथ लिया जाता है। प्रधानमंत्री ने कहाकि ग़रीब नवाज के दर्शन और सिद्धांत आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित करते रहेंगे, सद्भाव और भाईचारे का प्रतीक उर्स भक्तों की आस्था को और मजबूत करेगा। समाज के सभी वर्गों के लोगों ने प्रधानमंत्री की भेंट की गई चादर का तहेदिल से स्वागत किया। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दर्शन, सूफी-संतों का दृष्टिकोण और संस्कृति तथा समावेशी सशक्तिकरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता भारत को विश्वगुरु बनाने का प्रभावी मंत्र है।
मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहाकि आज पूरी दुनिया आशा और विश्वास के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शांति के प्रवर्तक के रूपमें देख रही है और यह इन सूफी संतों के आशीर्वाद और नरेंद्र मोदी को समाज के समर्थन का परिणाम है। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहाकि ग़रीब नवाज का जीवन हमें समुदायिक और सामाजिक सद्भाव केप्रति संकल्प को मजबूत करने केलिए प्रेरित करता है, यह एकता उन ताकतों को पराजित कर सकती है, जो समाज में फूट और संघर्ष पैदा करने की साजिश में लगी हैं। मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहाकि ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की शिक्षा दुनियाभर में शांति तथा भारत की संस्कृति एवं प्रतिबद्धता का प्रभावी संदेश है।

हिन्दी या अंग्रेजी [भाषा बदलने के लिए प्रेस F12]