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चक्रवात जवाद से निपटने की तैयारियों की समीक्षा

आंध्र प्रदेश ओडिशा व पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी वर्षा

प्रधानमंत्री ने पहले से ही हर संभव उपाय करने के दिए निर्देश

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 3 December 2021 01:50:06 PM

pm chairing the high-level meeting to review preparedness to deal with cyclone jawad

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात जवाद से निपटने केलिए राज्यों और केंद्रीय मंत्रालयों तथा संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की और एक उच्चस्तरीय बैठक में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने केलिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहाकि लोगों को सुरक्षित रूपसे निकाला जाए और सभी आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए तथा किसी भी व्यवधान की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल किया जाए। उन्होंने आवश्यक दवाओं और आपूर्ति का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करने तथा निर्बाध आवाजाही की योजना बनाने को कहा। उन्होंने नियंत्रण कक्ष को चौबीस घंटे चालू रखने के भी निर्देश दिए।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा हैकि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र में चक्रवात जवाद के रूपमें जोर पकड़ने की उम्मीद है और शनिवार 4 दिसंबर 2021 की सुबह हवा की गति अधिकतम 100 किलोमीटर घंटे केसाथ इसके आंध्र प्रदेश-ओडिशा के उत्तर तट तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। आईएमडी सभी संबंधित राज्यों को नवीनतम पूर्वानुमान केसाथ नियमित बुलेटिन जारी करता है। कैबिनेट सचिव ने सभी तटीय राज्यों और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों के मुख्य सचिवों तथा संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के साथ स्थिति एवं तैयारियों की समीक्षा की है। गृह मंत्रालय भी चौबीस घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहा है और राज्य एवं केंद्रशासित प्रदेशों और संबंधित केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में है। गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को एसडीआरएफ की पहली किस्त अग्रिम तौरपर जारी कर दी है। एनडीआरएफ ने 29 टीमों को पहले से तैनात किया है, जो राज्यों में नावों, पेड़ काटने की मशीन, दूरसंचार उपकरणों आदि से लैस हैं और 33 टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है।
भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत, खोज और बचाव कार्यों केलिए जहाज तथा हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं। वायुसेना तथा थलसेना की इंजीनियर टास्क फोर्स इकाइयां, नावों और बचाव उपकरणों केसाथ तैनाती केलिए तैयार हैं, निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर तट पर लगातार निगरानी कर रहे हैं, आपदा राहत दल और चिकित्सा दल पूर्वी तट से लगे स्थानों में स्टैंडबाय पर हैं। विद्युत मंत्रालय ने आपातकालीन प्रत्युत्तर प्रणाली को सक्रिय कर दिया है और बिजली की तत्काल बहाली केलिए ट्रांसफॉर्मर, डीजी सेट तथा उपकरण आदि तैयार रखे हैं। संचार मंत्रालय सभी दूरसंचार टावरों और एक्सचेंजों पर लगातार नज़र रख रहा है और दूरसंचार नेटवर्क को बहाल करने केलिए पूरी तरह से तैयार है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने प्रभावित क्षेत्रों में कोविड से निपटने केलिए स्वास्थ्य क्षेत्र की तैयारियों और प्रत्युत्तर केलिए राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के प्रभावित होने की संभावना केलिए चेतावनी जारी की है।
पोत, शिपिंग एवं जलमार्ग मंत्रालय ने सभी शिपिंग जहाजों को सुरक्षित करने के उपाय किए हैं और आपातकालीन जहाजों को तैनात किया है। राज्यों को तट केपास रासायनिक तथा पेट्रोकेमिकल इकाइयों जैसे औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सतर्क करने केलिए भी कहा गया है। एनडीआरएफ संवेदनशील स्थानों से लोगों को सुरक्षित निकालने केलिए राज्य एजेंसियों को उनकी तैयारियों में सहायता कर रहा है और चक्रवात की स्थिति से निपटने केलिए लगातार सामुदायिक जागरुकता अभियान भी चला रहा है। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, एनडीआरएफ के महानिदेशक और आईएमडी के महानिदेशक ने समीक्षा बैठक में भाग लिया।

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