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यूएई भारत में आठवां सबसे बड़ा निवेशक

भारत-यूएई मंत्रियों की आर्थिक भागीदारी समझौते पर बातचीत

सीईपीए वार्ता से व्यापार एवं आर्थिक संबंध और ज्यादा मजबूत होंगे

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 23 September 2021 03:50:12 PM

india-uae ministers in talks on economic partnership agreement

नई दिल्ली। भारत के वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा कपड़ा मंत्री पीयूष गोयल और संयुक्त अरब अमीरात के विदेश व्यापार राज्यमंत्री डॉ थानी बिन अहमद अल जायौदी ने भारत-संयुक्त अरब अमीरात व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते पर औपचारिक बातचीत की। डॉ थानी बिन अहमद अल जायौदी यूएई के एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ मौजूदा व्यापार और निवेश संबंधों और द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों में सुधार को लेकर बातचीत केलिए नई दिल्ली आए हैं। दोनों में पहले दौर की वार्ता 23-24 सितंबर 2021 को होगी। दोनों देश 2017 में व्यापक रणनीतिक साझेदारी के मद्देनजर परस्पर लाभकारी आर्थिक समझौते की इच्छा जता चुके हैं। दोनों पक्ष दिसंबर 2021 तक वार्ता को निष्कर्ष पर पहुंचाने, आंतरिक कानूनी प्रक्रियाओं और मंजूरी के बाद मार्च 2022 में एक औपचारिक समझौते पर हस्ताक्षर करने का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ेंगे।
भारत-यूएई के मंत्रियों ने इस बात पर जोर दिया कि सीईपीए रोज़गार के नए अवसर सृजित करेगा, जीवनस्तर को बढ़ाएगा और दोनों देशों में व्यापक सामाजिक एवं आर्थिक अवसर प्रदान करेगा। उनका मानना है कि एक नए रणनीतिक आर्थिक समझौते के हस्ताक्षर के पांच साल के भीतर द्विपक्षीय व्यापार के 100 अरब डॉलर तक बढ़ने की उम्मीद है और सेवाओं में यह 15 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि संयुक्त अरब अमीरात वर्तमान में भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, 2019-2020 में द्विपक्षीय व्यापार 59 अरब डॉलर रहा। अमेरिका के बाद यूएई भारत का दूसरा सबसे बड़ा निर्यात डेस्टिनेशन भी है, 2019-2020 में निर्यात लगभग 29 अरब डॉलर था। भारत 2019 में यूएई का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा, जिसका द्विपक्षीय गैर तेल व्यापार 41 अरब अमेरिकी डॉलर था। संयुक्त अरब अमीरात भारत में आठवां सबसे बड़ा निवेशक है, जिसने अप्रैल 2000 और मार्च 2021 के बीच 11 अरब डॉलर का निवेश किया, जबकि भारतीय कंपनियों के यूएई में 85 अरब डॉलर से अधिक निवेश का अनुमान है।
यूएई को भारत से निर्यात की जाने वाली चीजों में शामिल है-पेट्रोलियम उत्पाद, कीमती धातुएं, पत्थर, रत्न और आभूषण, खनिज, खाद्य पदार्थ जैसे अनाज, चीनी, फल सब्जियां, चाय, मांस समुद्री भोजन, कपड़ा, इंजीनियरिंग मशीनरी उत्पाद और रसायन, वहीं संयुक्त अरब अमीरात से आयात की जानेवाली प्रमुख चीजों में शामिल है-पेट्रोलियम और पेट्रोलियम उत्पाद, कीमती धातुएं, पत्थर, रत्न-आभूषण, खनिज, रसायन और लकड़ी एवं लकड़ी के उत्पाद। भारत ने 2019-2020 में यूएई से 10.9 अरब डॉलर का कच्चा तेल आयात किया था। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कोविड-19 महामारी के दौरान विशेष रूपसे तरल चिकित्सा ऑक्सीजन और दवा की आपूर्ति केलिए यूएई के सहयोग की सराहना की और डॉ थानी बिन अहमद अल जायौदी ने भी महामारी के दौरान सहयोग, जिसमें आपूर्ति श्रृंखलाओं को खुला रखना शामिल था केलिए भारत सरकार का शुक्रिया अदा किया। दोनों मंत्री विश्व व्यापार संगठन की ओर से नियम आधारित, पारदर्शी, गैर भेदभावपूर्ण, खुले और समावेशी बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली को मजबूत करने पर सहमत हुए। वे जिनेवा स्विट्जरलैंड में 12वें विश्व व्यापार संगठन मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में संतुलित और समावेशी परिणाम की दिशा में काम करने पर भी सहमत हुए।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक्सपो 2020 दुबई केलिए भारत की ओर से शुभकामनाएं दीं और विश्वास व्यक्त किया कि भारत की भागीदारी से द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि वह अबूधाबी कार्यकारी परिषद के सदस्य शेख हमीद बिन जायद अल नाहयान के साथ निवेश पर नौवें संयुक्त अरब अमीरात-भारत उच्चस्तरीय संयुक्त कार्यबल की सहअध्यक्षता करेंगे। दोनों मंत्रियों ने व्यापार बढ़ाने पर सहयोग केलिए दोनों देशों के बीच जनवरी 2017 में समझौते की रूपरेखा के तहत समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देने की जरूरत पर बल दिया। समझौते में उल्लेख है कि दोनों देश फोकस वाले क्षेत्रों की पहचान कर व्यापार संबंधी मामलों को सुलझाने केलिए साथ मिलकर काम करने के तरीके स्थापित करेंगे। दोनों मंत्रियों ने कहा कि सीईपीए वार्ता से दोनों देशों के बीच व्यापार एवं आर्थिक संबंध और मजबूत होंगे।

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