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'भारत के साथ चलिए, हमारे साथी बनिए'

इंडिया सर्विसेज कॉन्क्लेव में मंत्री पीयूष गोयल का आह्वान

बैंकिंग, वित्तीय, खनन, कृषि और श्रम कानूनों में सुधार हुए

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 23 March 2021 06:12:52 PM

piyush goyal (file photo)

नई दिल्ली। भारत सरकार में रेल, वाणिज्य और उद्योग, उपभोक्ता मामले और खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री पीयूष गोयल ने कहा है कि हम एक आत्मनिर्भर, लचीले और एक आत्मविश्वास से भरे भारत को देख रहे हैं, जो आनेवाले दिनों में दुनिया के साथ जुड़ेगा। इंडिया सर्विसेज कॉन्क्लेव 2021 के वर्चुअल उद्घाटन पर पीयूष गोयल ने कहा कि भारत एक बेहद कम लागत वाली एक अलग रणनीति तैयार करने पर जोर दे रहा है, जिसके जरिए वह जरूरी वस्तुओं को बनाने और सेवाओं देने में दुनिया को सहयोग करेगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 की वजह से उत्पन्न हुई डिजिटल दुनिया की सेवाओं के लिए भारत के साथ जुड़िए। उन्होंने आह्वान किया कि आइए भारत के साथ चलिए, बात कीजिए और इसमें हमारे साथी बनिए। पीयूष गोयल ने कहा कि सख्त लॉकडाउन के बावजूद भारत ने दुनिया के लिए अपनी प्रतिबद्धताएं पूरी की हैं। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से आने वाले समय में हमें एक अच्छा भागीदार बनने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसे भरोसेमंद भागीदार के रूपमें स्थापित होगा, जो दुनिया की सेवा करने के लिए तैयार है।
पीयूष गोयल ने कहा भारत ने कोविड संकट को एक अवसर में परिवर्तित करते हुए बैंकिंग, वित्तीय क्षेत्र, खनन, कृषि, श्रम कानूनों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं और अपनी अर्थव्यवस्था को खोला है। उन्होंने कहा कि कोविड संकट को देखते हुए हमने अपने इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया है, परीक्षण क्षमता से लेकर दूसरे उत्पादों के निर्माण में बढ़ोतरी की है। जोकि पहले आयात किए जाते थे। उन्होंने कहा कि पिछले साल हमने सेवाओं का जो निर्यात किया है, उसकी तुलना में 90 फीसदी से अधिक सेवाओं के साथ इस वर्ष का हम समापन करेंगे। पीयूष गोयल ने कहा कि सेवा क्षेत्र में भारत को प्रतिस्पर्धी रहने का हमेशा लाभ मिला है, सेवा क्षेत्र में भारत की सफलता की कहानी उल्लेखनीय है, इस क्षेत्र ने वैश्विक चुनौतियों के सामने लचीनापन रवैया अपनाते हुए विकास हासिल किया है। उन्होंने कहा कि भारत की डिजिटल अर्थव्यवस्था सालाना लगभग 200 अरब डॉलर का कारोबार करती है और अगर विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादकता, बचत और दक्षता को बढ़ाते हुए डिजिटल तकनीकों का सही इस्तेमाल किया जाए तो यह बढ़कर एक लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच सकती है। उन्होंने कहा कि डिजिटल सेवाओं से जीवनयापन में आसानी, उपभोक्ता को फायदे और उनसे जुड़ाव और लाभ पहुंचाने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय स्तरपर संबंध बढ़ाने में मदद मिलेगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि वैश्विक व्यापार तेजी से सेवाओं की ओर बढ़ रहा है, ऐसे में दुनिया को डिजिटल और डाटा बैंक इनोवेशन की सेवाएं देने में भारत अहम भूमिका निभा सकता है, जिसके जरिए दुनिया को भारत बेहद कम लागत वाली डिजिटल सेवाएं प्रदान कर सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा एक अन्य क्षेत्र है, जहां हम बहुत ज्यादा जोर दे रहे हैं। डिजिटलीकरण में भारत के लिए एक शानदार रास्ता बनाने के लिए इन्नोवेशन और अपग्रडेशन का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकियों में हमारी क्षमता और काबिलियत बहुत ज्यादा है और उनकी अहमियत हमारी कम लागत और अलग तरह के उत्पाद देने की क्षमता से और बढ़ जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत इस बात का प्रयास कर रहा है कि कैसे वह आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय बाजार के लिए उत्पादकता बढ़ाई जाए, साथ ही उसकी कौशल क्षमता को भी उन्नत किया जा सके। उन्होंने कहा कि हम भारत को इस तरह तैयार कर रहे हैं कि हम भारत के साथ हाई-टेक इंडस्ट्री को जुड़ने के लिए आमंत्रित कर सकें और लोगों को यह दिखा सकें कि भारत में सबसे आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं और कैसे पूरे राष्ट्र के कौशल और उत्पादकता को उन्नत किया गया है।

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