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रेलवे बोर्ड के नए अध्‍यक्ष व सीईओ सुनीत शर्मा

रेलवे में विभिन्‍न पदों पर कार्य का 40 वर्ष से अधिक का अनुभव

केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने दी है नियुक्ति को मंजूरी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 1 January 2021 03:42:34 PM

new chairman and ceo of railway board sunit sharma

नई दिल्ली। सुनीत शर्मा ने रेलवे बोर्ड में अध्‍यक्ष एवं मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और भारत सरकार के पदेन प्रमुख सचिव के रूपमें पदभार संभाल लिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने सुनीत शर्मा की रेलवे बोर्ड के अध्‍यक्ष एवं सीईओ के रूपमें नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। इससे पूर्व सुनीत शर्मा पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक के रूपमें कार्यरत थे। सुनीत शर्मा ने वर्ष 1979 में एक स्‍पेशल क्‍लास अप्रेंटिस के रूपमें भारतीय रेलवे में नियुक्ति पाई थी, उस समय वे आईआईटी कानपुर में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे थे। सुनीत शर्मा मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्‍नातक हैं और उन्‍हें रेलवे में विभिन्‍न पदों पर कार्य का 40 वर्ष से अधिक का अनुभव प्राप्‍त है। उन्‍होंने ऑपरेशनल वर्किंग, शेड डिपो और वर्कशॉप में स्टिंट किया है।
सुनीत शर्मा मुंबई में परेल वर्कशॉप के मुख्‍य कार्यशाला प्रबंधक भी रहे, जहां उन्‍होंने पर्वतीय रेलवे के लिए नेरो गेज लोकोमोटिव्‍ज के निर्माण में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्‍होंने मुंबई के निकट विरासत माथेरान लाइन के लिए पुराने नेरो गेज भाप इंजन की बहाली की थी। सुनीत शर्मा वर्ष 2006 में मुंबई उपनगरीय रेल विस्‍फोटों के दौरान उस टीम का हिस्‍से थे, जिसने आतंकवादी हमलों के कुछ घंटों के दौरान ही उपनगरीय नेटवर्क को ठीक कर दिया था। मुंबई सीएसटी के एडीआरएम के रूपमें उन्‍हें उपनगरीय नेटवर्क की सेवा बढ़ाने का श्रेय भी प्राप्‍त है, जिसे मुंबई की जीवन रेखा माना जाता है। वर्ष 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के दौरान भी वह उस टीम का हिस्सा रहे, जिसने मुंबई सीएसटी मध्य रेलवे पर हुए हमलों के बाद सेवा सुचारू रूपसे शुरु करने का प्रबंधन किया था।
पुणे में डीआरएम के रूपमें बुनियादी ढांचे का विस्‍तार करने में उन्‍होंने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिसके कारण परिचालन क्षमता में बढ़ोतरी हुई थी। डीजल लोकोमोटिव वाराणसी में मुख्य यांत्रिक अभियंता के रूपमें विद्युत लोकोमोटिव उत्‍पादन शुरु करने वाली टीम का उन्‍होंने नेतृत्‍व किया था। डीजल इंजनों को इलेक्ट्रिक इंजन में परिवर्तित करने का काम उन्‍हीं के नेतृत्‍व में हुआ था, यह कार्य दुनिया में कहीं भी पहली बार उनके नेतृत्‍व में ही रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया था। मॉडर्न कोच फैक्ट्री, रायबरेली के महाप्रबंधक रूपमें उन्होंने एक वर्ष में बहुत अधिक आवश्यक आधुनिक यात्री डिब्बों का निर्माण दोगुना करने का कीर्तिमान स्थापित किया था। पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक रूपमें उन्होंने मालगाड़ियों की गति रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ाने की पहल शुरु की थी। उन्‍होंने नई लाइनों की बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और विद्युतीकरण का कार्य पूरा किया, जिससे न केवल परिचालन दक्षता बढ़ी, बल्कि स्थानीय क्षेत्रों का विकास भी हुआ।
सुनीत शर्मा को काम को आसान बनाने और प्रशासनिक सुधारों के लिए प्रणालीगत बदलाव लाने के लिए भी जाना जाता है। सुनीत शर्मा करियर के दौरान अनेक पेशेवर पुरस्कार भी प्राप्त ‌किए हैं। महाप्रबंधक मॉडर्न कोच फैक्टरी रायबरेली और मुख्य यांत्रिक इंजीनियर, बनारस लोकोमोटिव वर्क्स के रूपमें उन्‍होंने सर्वश्रेष्‍ठ उत्पादन इकाइयों के लिए पुरस्कार जीते हैं। सुनीत शर्मा ने जर्मनी और फ्रांस में व्‍यवसायिक प्रशिक्षण प्राप्‍त किया है और उन्होंने अमेरिका में कार्नेगी मेलन विश्वविद्यालय के उन्नत नेतृत्व और प्रबंधन पाठ्यक्रमों में भी भाग लिया है। उन्होंने लोकोमोटिव के निर्माण के लिए एक सलाहकार के रूपमें ईरान का भी दौरा किया है। सुनीत शर्मा एक उत्साही खिलाड़ी भी हैं। उन्‍होंने प्रतियोगिता स्‍तरपर बिलियर्ड्स और स्नूकर खेला है। वे एक जाने-माने गोल्फ, बैडमिंटन और स्क्वैश खिलाड़ी भी हैं।

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