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सरयू नदी पर 'रामायण क्रूज सेवा' जल्द ही

केंद्रीय पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री ने की समीक्षा बैठक

अयोध्या आने वाले भक्तों को होगा दिव्य यात्रा का अनुभव

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 2 December 2020 12:50:20 PM

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अयोध्या/ नई दिल्ली। केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री मनसुख मंडाविया ने अयोध्या में सरयू नदी पर 'रामायण क्रूज टूर' सेवा के कार्यांवयन के लिए समीक्षा बैठक की। उन्होंने कहा कि यह अयोध्या में सरयू नदी (घाघरा/ राष्ट्रीय जलमार्ग-40) पर पहली लक्जरी क्रूज सेवा होगी, जिसका उद्देश्य पवित्र सरयू नदी के प्रसिद्ध घाटों की यात्रा करते हुए श्रद्धालुओं को एक तरह की आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव प्रदान करना है। उन्होंने बताया कि क्रूज में वैश्विकस्तर के अनुरूप आवश्यक संरक्षा और सुरक्षा सुविधाओं के साथ-साथ लक्जरी एवं आराम की सभी सुविधाएं मौजूद होंगी।
रामायण क्रूज क्रूज के अंदरूनी भाग और बोर्डिंग पॉइंट रामचरितमानस की थीम पर आधारित होंगे। पूरी तरह से वातानुकूलित 80-सीटों वाले क्रूज में घाटों की प्राकृतिक सुंदरता का अनुभव करने के लिए कांच की बड़ी खिड़कियां होंगी। पर्यटकों के आराम के लिए क्रूज रसोई और पेंट्री सुविधाओं से सुसज्जित होगा। क्रूज में पर्यावरण पर शून्य प्रभाव के लिए जैव शौचालय और हाइब्रिड इंजन प्रणाली है। पर्यटकों को 1-1.5 घंटे की अवधि के 'रामचरितमानस टूर' पर ले जाया जाएगा। यात्रा के दौरान गोस्वामी तुलसीदास के रामचरितमानस पर आधारित विशेष रूपसे बनाई गई वीडियो फिल्म दिखाई जाएगी, जिसमें भगवान श्रीराम के जन्म से लेकर उनके राज्याभिषेक तक की कथा होगी। यात्रा में लगभग 15-16 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। रामायण के विभिन्न प्रसंगों से प्रेरित कई गतिविधियां और सेल्फी पॉइंट होंगे, यात्रा के बाद सरयू आरती होगी, जिसमें प्रत्येक यात्री सक्रिय रूपसे भाग ले सकेगा।
अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है, जो महान भारतीय महाकाव्य रामायण में वर्णित है। यह हिंदुओं के लिए सात सबसे महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों (मोक्षदायिनी सप्त पुरी) में से पहला है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश पर्यटन के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 में लगभग 2 करोड़ पर्यटक अयोध्या आए थे। श्रीराम मंदिर के निर्माण के के बाद अनुमान है कि पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी। रामायण क्रूज टूर न केवल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करेगा, बल्कि यह क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूपसे रोज़गार के नए अवसर भी पैदा करेगा। पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय क्रूज सेवा के सुचारू संचालन के लिए सभी आवश्यक अवसंरचना सहायता प्रदान करेगा।

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