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अयोध्या चित्रकूट श्रृंगवेरपुर की कायापलट!

भगवान श्रीराम मंदिर से बढ़ेगा धार्मिक व आध्यात्मिक पर्यटन

भूमिपूजन के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री का प्रधानमंत्री को आभार

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Thursday 6 August 2020 02:51:28 PM

prahlad singh patel

नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या में भूमि पूजन के लिए पधारने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया है। गौरतलब है कि यह क्षेत्र केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय के अधीन है। राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा है कि यह विश्वास और आध्यात्मिकता का एक महान क्षण है, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या आध्यात्मिकता के कुंड में डुबकी लगाने के लिए एक पवित्र स्‍थान है। उन्होंने कहा कि अनेक मंदिरों वाला यह शहर प्राचीन भारत के सबसे पूजनीय शहरों में से एक है और मान्यता है कि देवताओं ने स्वयं इस शहर का निर्माण किया था। प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनने से वहां धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यटन राज्यमंत्री ने कहा कि पुरातनकाल से ही तीर्थ यात्राएं यात्रा के सबसे प्रभावशाली प्रेरकों में से एक रही हैं, धार्मिक या आध्यात्मिक पर्यटन ने वैश्विक मंदी के दबाव में भी खुद को सशक्त साबित किया है, क्योंकि इसे लग्जरी के रूपमें नहीं देखा जाता है। उन्होंने कहा कि यात्रा एक उद्देश्य के साथ होती है और इसकी प्रकृति के कारण तीर्थयात्रा किसी भी आर्थिक परिदृश्य में प्रफुल्लित और मजबूत रहती है, ऐसे में भारत में गहराई से निहित विश्व के सभी महान धर्मों के अनुयायियों को पर्यटन मंत्रालय सहयोग और आमंत्रण का आश्वासन देता है। प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि पर्यटन मंत्रालय अपनी स्वदेश दर्शन योजना थीम आधारित टूरिस्ट सर्किटों के समेकित विकास के तहत देशभर की सर्किटों में पर्यटन अवसंरचना का विकास कर रहा है, जिसमें योजनाबद्ध और प्राथमिकता के साथ पर्यटन की संभावनाएं हैं।
पर्यटन राज्यमंत्री ने बताया कि पर्यटन मंत्रालय ने रामायण सर्किट थीम के तहत 'अयोध्या का विकास' परियोजना के लिए साल 2017-18 में 127.20 करोड़ रुपये की धनराशि आवंटित की है। प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि अयोध्या की इस परियोजना के तहत मंजूर किए गए कार्यों में रामकथा गैलरी और पार्क का विकास, राम की पैड़ी, गुप्तारघाट और लक्ष्मण किला घाट, अयोध्या गली का कायाकल्प, दिगंबर अखाड़े में बहुउद्देशीय हॉल का निर्माण आदि कार्य शामिल हैं। परियोजना के अन्य घटक हैं-सोलर लाइटिंग, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, ड्रेनेज की व्यवस्था, पुलिस बूथ, विभिन्न स्थानों के लिए संकेतक, पत्थर की बेंच, गजेबो, पीने के पानी के केयोस्क, सीसीटीवी, बस डिपो और पार्किंग, टूरिस्ट शेड, सार्वजनिक स्थानों की लैंड स्केपिंग और आचार्य तुलसीदास के बगीचे का सुंदरीकरण आदि। अबतक परियोजना का लगभग 80 फीसदी काम जमीन पर पूरा हो चुका है।
पर्यटन मंत्रालय ने वर्ष 2016-17 में स्वदेश दर्शन की रामायण सर्किट थीम के तहत 'चित्रकूट और श्रृंगवेरपुर का विकास' नामक एक और परियोजना को भी मंजूरी दी है। अयोध्या का विकास परियोजना के लिए 69.45 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की गई है। श्रृंगवेरपुर में इस परियोजना के कई घटक हैं जैसे-संध्या घाट का विकास, पर्यटक सुविधा केंद्र, राम शयन, वीरासन और सीता कुंड का विकास, सोलर लाइटिंग, पार्किंग संकेतक आदि। चित्रकूट में स्वीकृत विभिन्न घटकों में परिक्रमा मार्ग, भोजन कियोस्क, पार्किंग, आधुनिक शौचालय की सुविधा, फुट ओवर ब्रिज, पर्यटक सुविधा केंद्र और रामायण गैलरी, रामघाट पर लेजर शो और आखिर तक कनेक्टिविटी आदि शामिल हैं।

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