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अयोध्या में बस श्रीराम मंदिर के दरस की प्रतीक्षा!

प्रधानमंत्री ने लोकसभा में किया श्रीराम मंदिर ट्रस्ट का ऐलान

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का प्रधानमंत्री को धन्यवाद!

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Wednesday 5 February 2020 04:11:11 PM

shriram temple in ayodhya

नई दिल्ली/ लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट बनाने की घोषणा के बाद उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा है कि यह दिन समग्र भारत के लिए अत्यंत हर्ष और गौरव का दिन है। उन्होंने कहा कि भारत की आस्था और अटूट श्रद्धा के प्रतीक भगवान श्रीराम के मंदिर के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिबद्धता के लिए मैं उनका कोटि-कोटि अभिनंदन करता हूं। ज्ञातव्य है कि श्रीराम जन्मभूमि पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार भारत सरकार ने अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण की दिशा में अपनी कटिबद्धता दिखाते हुए आज श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र नाम से ट्रस्ट बनाने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के 15 ट्रस्टियों में एक ट्रस्टी हमेशा दलित समाज से रहेगा, किंतु इसमें किसी भी राजनीतिक दल का सदस्य शामिल नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने वाले ऐसे अभूतपूर्व निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनेकानेक धन्यवाद और बधाई देता हूं। गृहमंत्री ने बताया कि श्रीराम मंदिर ट्रस्ट हर सम्बंधित निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूपसे स्वतंत्र होगा, श्रीराम मंदिर निर्माण और परिसर के लिए 67 एकड़ भूमि ट्रस्ट को हस्तांतरित की जाएगी। अमित शाह ने कहा कि देश के करोड़ों लोगों का अयोध्या में श्रीराम मंदिर का सदियों से इंतजार शीघ्र ही समाप्त होगा और वे प्रभु श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर में उनके दर्शन कर पाएंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में जानकारी देते हुए कहा कि यह विषय करोड़ों देशवासियों की तरह ही मेरे ह्रदय के भी बहुत करीब है और इसपर बात करना मैं अपना बहुत बड़ा सौभाग्य समझता हूं, यह विषय अयोध्या में श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि 9 नवंबर 2019 को मैं करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लोकार्पण हेतु पंजाब में था, गुरूनानक देवजी का 550वां प्रकाश पर्व था, बहुत ही पवित्र वातावरण था उसी दिव्य वातावरण में देश की सर्वोच्च अदालत के श्रीराम जन्मभूमि पर ऐतिहासिक फैसले के बारे में पता चला था, इसमें सर्वोच्च न्यायालय ने कहा था कि श्रीराम जन्मभूमि के विवादित स्थल के भीतरी और बाहरी आंगन पर रामलला विराजमान का ही स्वामित्व है, उच्चतम न्यायालय ने अपने आदेश में ये भी कहा था कि केंद्र और राज्य सरकार आपस में परामर्श करके सुन्नी सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड को 5 एकड़ ज़मीन आवंटित करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ध्यान में रखते हुए इस दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार श्रीराम जन्मस्थली पर भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के लिए और इससे संबंधित विषयों के लिए एक वृहद योजना तैयार की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के अनुसार एक स्वायत्त ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, ट्रस्ट का नाम होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र का गठन करने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया है, ये ट्रस्ट अयोध्या में भगवान श्रीराम की जन्मस्थली पर भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण एवं उससे संबंधित विषयों पर निर्णय लेने के लिए पूर्ण रूपसे स्वतंत्र होगा। उन्होंने कहा कि सर्वोच्च अदालत के आदेशानुसार गहन विचार-विमर्श और संवाद के बाद अयोध्या में 5 एकड़ ज़मीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को आवंटित करने का अनुरोध उत्तर प्रदेश सरकार से किया गया है, इसपर राज्य सरकार ने भी अपनी सहमति प्रदान कर दी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की प्राण वायु में भारत के आदर्शो में, भारत की मर्यादा में भगवान श्रीराम की महत्ता और अयोध्या की ऐतिहासिकता से अयोध्या धाम की पवित्रता से हम सभी भलीभांति परिचित है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण में वर्तमान और भविष्य में रामलला के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और उनके भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सरकार ने एक और महत्वपूर्ण निर्णय लिया है कि अयोध्या कानून के तहत अधिगृहित संपूर्ण भूमि जो लगभग 67.703 एकड़ है, जिसमें भीतरी और बाहरी आंगन भी सम्मिलित है, उसे नवगठित श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को हस्तांतरित किया जाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि नवंबर में श्रीराम जन्मभूमि पर फैसला आने के बाद सभी देशवासियों ने अपनी लोकतांत्रिक व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास जताते हुए बहुत ही परिपक्वता का उदाहरण दिया था और मैं आज सदन में देशवासियों के इस परिपक्व व्यवहार की भूरि-भूरि प्रशंसा करता हूं। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति, हमारी परंपराएं हमें वसुधैव कुटुम्बकम और सर्वे भवंतु सुखिन: का दर्शन देती हैं, इसी भावना के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा भी देती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदुस्तान में हर पंथ के लोग चाहे वो हिंदु हो, मुस्लिम हो, सिख हो, ईसाई हो, बौद्ध, पारसी और जैन हो, हम सभी वृहद परिवार के सदस्य हैं और परिवार के हर सदस्य का विकास हो, वो सुखी रहे, स्वस्थ रहे, समृद्ध बने, देश का विकास हो इसी भावना के साथ मेरी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के मंत्र पर चल रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक क्षण में सभी मिलकर अयोध्या में श्रीराम के जीर्णोद्धार के लिए भव्य श्रीराम मंदिर के निर्माण के लिए एक स्वर में अपना समर्थन दें।

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