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डेफएक्‍सपो लखनऊ पर दुनिया का भरोसा

इसका विषय है-भारत: उभरता हुआ रक्षा निर्माण केंद्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे डेफएक्‍सपो का उद्घाटन

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 4 February 2020 01:26:14 PM

defexpo-2020 lucknow

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 5 फरवरी को दोपहर एक बजे लखनऊ में एशिया की सबसे बड़ी रक्षा प्रदर्शनी डेफएक्‍सपो 2020 का उद्घाटन करेंगे। द्विवार्षिक विशाल रक्षा प्रदर्शनी डेफएक्‍सपो का यह 11वां संस्‍करण है, जिसमें 1000 राष्‍ट्रीय और अंतर्राष्‍ट्रीय कंपनियां अपना रक्षा सामान प्रदर्शित करेंगी। भारत में लखनऊ में यह अबतक का सबसे बड़ा डेफएक्‍सपो है। डेफएक्‍सपो का विषय है-भारत: उभरता हुआ रक्षा निर्माण केंद्र। इस प्रदर्शनी का उद्देश्‍य रक्षा क्षेत्र की महत्‍वपूर्ण प्रौद्योगिकियों को एक स्‍थान पर लाना और सरकार, निजी निर्माताओं तथा स्‍टार्टअप को अनगिनत अवसर प्रदान करना है। इसमें देश के एरोस्‍पेस, रक्षा और सुरक्षा हितों की समूची रेंज को शामिल किया जाएगा। डेफएक्‍सपो में चीन और पाकिस्तान की भागीदारी नहीं है। माना जा रहा है कि यह डेफएक्‍सपो दुनिया के लिए भारत में रक्षा उत्पादन और तकनीक का नया उद्गम है।
डेफएक्‍सपो की उप विषयवस्‍तु-डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन ऑफ डिफेंस है, जो नवीनतम प्रौद्योगिकियों की एप्लिकेशन के जरिए भविष्‍य के युद्ध क्षेत्र की अवधारणा से जुड़ी हुई है। डेफएक्‍सपो में इसपर भी विशेष ध्‍यान दिया जाएगा। आरंभिक समारोह के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत और उत्तर प्रदेश के मंडपों को देखेंगे। इंडिया पेविलियन में विशेष रूपसे सूक्ष्म, लघु, मध्‍यम उद्यम और नवोन्‍मेषी ईको सिस्‍टम सहित सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बीच मजबूत भागीदारी को दर्शाया जाएगा, जिसके आगे बढ़ने के संकेत हैं। उत्तर प्रदेश के मंडप में राज्य के पहचाने हुए रक्षा गलियारे में निवेशकों के लिए औद्योगिक कौशल और विशाल संभावनाएं होंगी।
उत्तर प्रदेश सरकार 5 से 9 फरवरी तक चलनेवाली डेफएक्‍सपो में अनेक सांस्‍कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जिनमें उत्तरी राज्‍य की समृद्ध सांस्‍कृतिक विरासत को दर्शाया जाएगा। विशेष रूपसे तैयार टेंट सिटी में आगंतुकों को एक अनोखा अनुभव होगा। प्रधानमंत्री लैंड सिस्‍टम के पूर्ण सजीव प्रदर्शन, एरोप्‍लेटफॉर्म के फ्लाइंग प्रदर्शन तथा नौसेना प्रणालियों के परिचालन प्रदर्शन की भी अध्‍यक्षता करेंगे। डेफएक्‍सपो 2020 में 70 से अधिक देशों के भाग लेने की उम्‍मीद है। ये सबसे बड़ी अंतर्राष्‍ट्रीय रक्षा प्रदर्शनी की तर्ज पर आयोजित किया जा रहा है। एक्‍सपो के दौरान अनेक समझौता ज्ञापनों पर हस्‍ताक्षर होने की भी उम्‍मीद है, जिसके परिणामस्‍वरूप नए व्‍यापार सहयोग कायम होंगे।
डेफएक्‍सपो 2020 में अमरीका, दक्षिण कोरिया, इजरायल, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, बु‌ल्गारिया, ब्राजील, आस्‍ट्रिया, जर्मनी, स्वीडन, स्वीट्जरलैंड, फ्रांस, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, नार्वे, कजाखिस्तान, सऊदी अरब, नेपाल, जमैका, मैक्सिको, इंडानेशिया, मिस्र, सेशल्स, रवांडा, ईरान, घाना, कम्बोडिया, डिगाबूती के रक्षामंत्रियों, राजदूतों और प्रतिनिधिमंडलों की मौजूदगी होगी। इसमें भारतीय सेना के सीडीएस और तीनों सेनाप्रमुख मौजूद रहेंगे। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पर इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी है। इतने बड़े आयोजन में सुरक्षा के उच्चस्तरीय प्रबंध किए गए हैं। डेफएक्‍सपो में इजरायल की खास दिलचस्पी है, यह इसलिए भी कि वह‌ रूस, अमरीका के बाद भारत का सबसे विश्वसनीय और करीबी रक्षा दोस्त है। डेफएक्‍सपो में वही लोग दाखिल हो सकते हैं, जिन्हें विशेष पास जारी किए गए हैं। अंतिम दो दिन डेफएक्‍सपो आम जनता के लिए खुलेगा।

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